NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
उत्तर प्रदेश, बिहार में बिजली गिरने से दो दिन में 110 लोगों की मौत, 32 घायल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजली गिरने से इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत पर शोक जताया है। बिहार सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने अपने राज्य में घटना के शिकार सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
26 Jun 2020
Lightning strikes
प्रतीकात्मक तस्वीर

पटना/लखनऊ: बिहार और उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिन में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की वजह से 110 लोगों की मौत हो गई। वहीं कम से कम 32 घायल हो गए और व्यापक स्तर पर संपत्ति को क्षति पहुंची।

पटना में आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार बुधवार से अभी तक राज्य में बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि इन घटनाओं में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के कुछ इलाकों में बिजली गिरने से कई लोगों की मौत होने पर दुख जताया और पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद करने को कहा।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘बिहार में बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत की ख़बर सुनकर स्तब्ध हूं। भगवान उनके प्रियजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करें।'

वहीं, लखनऊ में अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार को बिजली गिरने से कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए। उन्होंने बताया कि बुधवार को बिजली गिरने से तीन लोग की मौत हो गई थी।

आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिजली गिरने से राज्य के 23 जिलों में कुल 83 लोगों की मौत हुई है, जिसमें गोपालगंज में सबसे ज्यादा 13 लोग हताहत हुए हैं।

इसके अलावा, नवादा एवं मधुबनी में आठ—आठ, सिवान एवं भागलपुर में छह—छह, पूर्वी चंपारण, दरभंगा एवं बांका में पांच—पांच, खगड़िया एवं औरंगाबाद में तीन—तीन, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, जहानाबाद, जमुई, पूर्णिया, सुपौल, बक्सर एवं कैमूर में दो-दो और समस्तीपुर, शिवहर, सारण, सीतामढ़ी एवं मधेपुरा में एक-एक व्यक्ति की वज्रपात की चपेट में आकर मौत हो गयी है।

आंधी और बारिश से लोगों के घरों और संपत्ति की भी व्यापक स्तर पर क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से मरने वालों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं।

राज्य सरकार द्वारा गुरुवार देर शाम जारी एक बयान के मुताबिक बारिश के बीच बिजली गिरने की घटनाओं में देवरिया में नौ लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा प्रयागराज में छह, अंबेडकरनगर में तीन, बाराबंकी में दो और कुशीनगर, प्रतापगढ़, बलरामपुर और उन्नाव में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राकृतिक आपदा में लोगों की मौत पर दुख जाहिर करते हुए उनके परिजन को चार-चार लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश और बिहार के कई इलाकों में भारी बारिश और बिजली गिरने से कई लोगों की मौत पर बृहस्पतिवार को दुख जताया।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं।’

modi tweet.PNG

उन्होंने कहा, ‘इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।’

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आकाशीय बिजली गिरने से इन दो राज्यों में हुई मौंतों को लेकर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘भारी बारीश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं। दोनों ही राज्यों में राहत कार्य तेजी से हो रहा है।’

amit shah.PNG

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं जिनके लोगों की जान इस विपदा में चली गई और सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

lightning strikes
UttarPradesh
Bihar
Thunderstorm

Related Stories

बिहार: पांच लोगों की हत्या या आत्महत्या? क़र्ज़ में डूबा था परिवार

प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!

बनारस: आग लगने से साड़ी फिनिशिंग का काम करने वाले 4 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मौत

बसों में जानवरों की तरह ठुस कर जोखिम भरा लंबा सफ़र करने को मजबूर बिहार के मज़दूर?

यूपी: आज़मगढ़ में पुलिस पर दलितों के घर तोड़ने, महिलाओं को प्रताड़ित करने का आरोप; परिवार घर छोड़ कर भागे

गैस सिलिंडर फटने से दोमंजिला मकान ढहा, आठ लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पटाखा बनाते समय विस्फोट में पांच लोगों की मौत

यूपी: “मौतें नहीं हत्याएं हैं”......श्रमिकों की क़ब्रगाह बनता इफको फूलपुर!

संविदा कर्मी ने की खुदकुशी : लगाया महिला आईपीएस अधिकारी पर आरोप


बाकी खबरें

  • hafte ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    मोदी सरकार के 8 साल: सत्ता के अच्छे दिन, लोगोें के बुरे दिन!
    29 May 2022
    देश के सत्ताधारी अपने शासन के आठ सालो को 'गौरवशाली 8 साल' बताकर उत्सव कर रहे हैं. पर आम लोग हर मोर्चे पर बेहाल हैं. हर हलके में तबाही का आलम है. #HafteKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार…
  • Kejriwal
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: MCD के बाद क्या ख़त्म हो सकती है दिल्ली विधानसभा?
    29 May 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस बार भी सप्ताह की महत्वपूर्ण ख़बरों को लेकर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन…
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष:  …गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
    29 May 2022
    गोडसे जी के साथ न्याय नहीं हुआ। हम पूछते हैं, अब भी नहीं तो कब। गोडसे जी के अच्छे दिन कब आएंगे! गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
  • Raja Ram Mohan Roy
    न्यूज़क्लिक टीम
    क्या राजा राममोहन राय की सीख आज के ध्रुवीकरण की काट है ?
    29 May 2022
    इस साल राजा राममोहन रॉय की 250वी वर्षगांठ है। राजा राम मोहन राय ने ही देश में अंतर धर्म सौहार्द और शान्ति की नींव रखी थी जिसे आज बर्बाद किया जा रहा है। क्या अब वक्त आ गया है उनकी दी हुई सीख को अमल…
  • अरविंद दास
    ओटीटी से जगी थी आशा, लेकिन यह छोटे फिल्मकारों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा: गिरीश कसारावल्ली
    29 May 2022
    प्रख्यात निर्देशक का कहना है कि फिल्मी अवसंरचना, जिसमें प्राथमिक तौर पर थिएटर और वितरण तंत्र शामिल है, वह मुख्यधारा से हटकर बनने वाली समानांतर फिल्मों या गैर फिल्मों की जरूरतों के लिए मुफ़ीद नहीं है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License