NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
एनजीटी ने तमिलनाडु में पटाखा फैक्टरी विस्फोट की जांच के लिए बनायी समिति
अच्चानकुलम गांव में 12 फरवरी को एक फैक्टरी में पटाखा बनाते समय कुछ रसायन मिलाने के समय विस्फोट हुआ था।
भाषा
18 Feb 2021
एनजीटी

नयी दिल्ली :राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है और उसे तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में एक पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट के संबंध में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। विस्फोट में 19 श्रमिकों की मौत हो गयी थी।

अच्चानकुलम गांव में 12 फरवरी को एक फैक्टरी में पटाखा बनाते समय कुछ रसायन मिलाने के समय विस्फोट हुआ था।

एनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए के गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने तमिलनाडु सरकार, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एसपीसीबी), विरुधुनगर जिला मजिस्ट्रेट और श्री मरिअम्मल पटाखा फैक्टरी को नोटिस जारी किया।

अधिकरण ने कहा कि विश्वसनीय तथ्य जुटाने के लिए उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश के कन्नन के नेतृत्व में आठ सदस्यीय समिति बनायी गयी है। इसमें केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय, सीपीसीबी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधि, आईआईटी चेन्नई के रसायन इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख, नागपुर में विस्फोटक के मुख्य नियंत्रक, पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन के प्रतिनिधि और तमिलनाडु के मुख्य निरीक्षक, फैक्टरी होंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘विरुधुनगर के जिलाधिकारी और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय समिति को तथ्यों की जांच में मदद करेंगे।’’

एनजीटी ने कहा कि समिति एक सप्ताह के भीतर घटनास्थल का दौरा करेगी और ई-मेल के जरिए एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी।

विस्फोट के कारण फैक्टरी की इमारत क्षतिग्रस्त हो गयी थी और कई लोग घायल हुए थे।

NGT
tamil nadu
firecracker factory explosion

Related Stories

तमिलनाडु : विकलांग मज़दूरों ने मनरेगा कार्ड वितरण में 'भेदभाव' के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया

सीपीआईएम पार्टी कांग्रेस में स्टालिन ने कहा, 'एंटी फ़ेडरल दृष्टिकोण का विरोध करने के लिए दक्षिणी राज्यों का साथ आना ज़रूरी'

तमिलनाडु राज्य और कृषि का बजट ‘संतोषजनक नहीं’ है

तमिलनाडु के चाय बागान श्रमिकों को अच्छी चाय का एक प्याला भी मयस्सर नहीं

सुंदरबन में अवैध रिसॉर्ट के मालिक की पहचान नहीं कर पा रही ममता सरकार

पड़ताल: गणतंत्र दिवस परेड से केरल, प. बंगाल और तमिलनाडु की झाकियां क्यों हुईं बाहर

मेकेदत्तु बांध परियोजना: तमिलनाडु-कर्नाटक राज्य के बीच का वो विवाद जो सुलझने में नहीं आ रहा! 

विकास की बलि चढ़ता एकमात्र यूटोपियन और प्रायोगिक नगर- ऑरोविले

तमिलनाडु और केरल के बीच मुल्लापेरियार बांध के संघर्ष का इतिहास

सूर्यवंशी और जय भीम : दो फ़िल्में और उनके दर्शकों की कहानी


बाकी खबरें

  • एम. के. भद्रकुमार
    डोनबास में हार के बाद अमेरिकी कहानी ज़िंदा नहीं रहेगी 
    26 Apr 2022
    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को नई दिल्ली में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस को बेहद अहम बताया है।
  • दमयन्ती धर
    गुजरात : विधायक जिग्नेश मेवानी की गिरफ़्तारी का पूरे राज्य में विरोध
    26 Apr 2022
    2016 में ऊना की घटना का विरोध करने के लिए गुजरात के दलित सड़क पर आ गए थे। ऐसा ही कुछ इस बार हो सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पिछले 5 साल में भारत में 2 करोड़ महिलाएं नौकरियों से हुईं अलग- रिपोर्ट
    26 Apr 2022
    क़ानूनी कामकाजी उम्र के 50% से भी अधिक भारतवासी मनमाफिक रोजगार के अभाव के चलते नौकरी नहीं करना चाहते हैं: सीएमआईई 
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारें अलर्ट 
    26 Apr 2022
    देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,483 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 30 लाख 62 हज़ार 569 हो गयी है।
  • श्रिया सिंह
    कौन हैं गोटाबाया राजपक्षे, जिसने पूरे श्रीलंका को सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है
    26 Apr 2022
    सैनिक से नेता बने गोटाबाया राजपक्षे की मौजूदा सरकार इसलिए ज़बरदस्त आलोचना की ज़द में है, क्योंकि देश का आर्थिक संकट अब मानवीय संकट का रूप लेने लगा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License