NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
नगा शांति वार्ता : मणिपुर में सुरक्षा बढ़ाई, प्रदर्शन जारी
मणिपुर के विभिन्न नागरिक समाज पूरे राज्य में प्रदर्शन कर रहे हैं। वे केंद्र से यह आश्वासन चाहते हैं कि नगा समस्या के राजनीतिक समाधान से मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता प्रभावित नहीं होगी।
भाषा
02 Nov 2019
long live movement
फोटो साभार: नवभारत

नगा शांति वार्ता के नतीजों को लेकर बढ़ रही चिंताओं के बीच मणिपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है , जहां नगा लोगों की बड़ी आबादी रहती है। इसके अलावा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं।

मणिपुर के विभिन्न नागरिक समाज पूरे राज्य में प्रदर्शन कर रहे हैं। वे केंद्र से यह आश्वासन चाहते हैं कि नगा समस्या के राजनीतिक समाधान से मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता प्रभावित नहीं होगी।

पिछले हफ्ते अपनी मांगों के समर्थन में ‘काम बंदी’ का आह्वान किया गया था, जिसकी वजह से पूरे मणिपुर में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। केंद्र सरकार ने हालांकि गुरुवार को स्पष्ट किया था कि नगा उग्रवादी समूहों से हो रही बातचीत पूरी नहीं हुई है और अंतिम समझौते पर पहुंचने से पहले असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश सहित सभी पक्षकारों से चर्चा की जाएगी।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया,‘‘राज्य के सभी सुरक्षा अधिष्ठानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए महत्वपूर्ण इलाकों में बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई है।’’

उन्होंने ‘पीटीआई्-भाषा को बताया, ‘‘राज्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए अर्धसैनिक बलों की 15 नयी कंपनियों को तैनात किया है। कुछ कंपनियां राज्य में पहुंच चुकी हैं और मौजूदा समय में इम्फाल के तीन कॉलेजों में डेरा डाले हुए है। पिछले कुछ दिनों से सेना के जवान भी एएन-32 विमान से यहां पहुंच रहे हैं।’’

प्रशासन ने दावा किया कि सुरक्षा में की गई बढ़ोतरी से राजमार्गों की निगरानी और बंद या रास्ता जाम करने जैसी अप्रिय घटनाओं से निपटने में मदद मिलेगी।

राज्य में प्रदर्शन कर रहे सात संगठनों के शीर्ष निकाय मणिपुर अखंडता समन्वय समिति (सीओसीओएमआई) के सदस्य ने कहा कि केंद्र के आश्वासन के बावजूद शांत होना मुश्किल है क्योंकि बातचीत में क्या हुआ यह स्पष्ट नहीं।

सीओसीओएमआई के समन्वयक सुनील करम ने कहा, ‘‘बातचीत के दौरान चर्चा के बिंदुओं को लेकर लोगों को अंधेरे में रखा गया। हमनें केंद्र और राज्य सरकार से मांग की है कि वे चार नवंबर तक नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड- इसाक मुइवा (एनएससीएन-आईएम) के साथ हुए मसौदा समझौते की जानकारी दे।’’

एनएससीएन-आईएम पूर्वोत्तर का सबसे अहम समूह है जो नगा बहुल इलाकों को एकीकृत करने के साथ अलग झंडे और संविधान की मांग कर रहा है।

इस बीच, छात्र संगठनों और मानवधिकार पर गैर सरकारी संगठनों की समिति ने शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा बलों के रहने की व्यवस्था करने की आलोचना की है। उन्होंने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को ज्ञापन सौंपा है।

manipur
Nagaland
Naga peace talks
Civil society protest
Manipur secuirty up
NSCN-IM
Long live movement

Related Stories

पूर्वोत्तर के 40% से अधिक छात्रों को महामारी के दौरान पढ़ाई के लिए गैजेट उपलब्ध नहीं रहा

जन-संगठनों और नागरिक समाज का उभरता प्रतिरोध लोकतन्त्र के लिये शुभ है

त्वरित टिप्पणी: जनता के मुद्दों पर राजनीति करना और जीतना होता जा रहा है मुश्किल

मणिपुर में भाजपा सरकार बनाने की प्रबल दावेदार केवल बहुमत का इंतज़ार

Election Results : जनादेश—2022, 5 राज्यों की जंग : किसकी सरकार

EXIT POLL: बिग मीडिया से उलट तस्वीर दिखा रहे हैं स्मॉल मीडिया-सोशल मीडिया

मणिपुर के बहाने: आख़िर नीतीश कुमार की पॉलिटिक्स क्या है...

मणिपुरः जो पार्टी केंद्र में, वही यहां चलेगी का ख़तरनाक BJP का Narrative

मणिपुर में पहले चरण का चुनाव, 5 ज़िलों की 38 सीटों के लिए 67 फ़ीसदी से ज़्यादा मतदान

मुद्दा: महिला सशक्तिकरण मॉडल की पोल खोलता मणिपुर विधानसभा चुनाव


बाकी खबरें

  • भाषा
    ज्ञानवापी मामला : अधूरी रही मुस्लिम पक्ष की जिरह, अगली सुनवाई 4 जुलाई को
    30 May 2022
    अदालत में मामले की सुनवाई करने के औचित्य संबंधी याचिका पर मुस्लिम पक्ष की जिरह आज भी जारी रही और उसके मुकम्मल होने से पहले ही अदालत का समय समाप्त हो गया, जिसके बाद अदालत ने कहा कि वह अब इस मामले को…
  • चमन लाल
    एक किताब जो फिदेल कास्त्रो की ज़ुबानी उनकी शानदार कहानी बयां करती है
    30 May 2022
    यद्यपि यह पुस्तक धर्म के मुद्दे पर केंद्रित है, पर वास्तव में यह कास्त्रो के जीवन और क्यूबा-क्रांति की कहानी बयां करती है।
  • भाषा
    श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही मस्जिद ईदगाह प्रकरण में दो अलग-अलग याचिकाएं दाखिल
    30 May 2022
    पेश की गईं याचिकाओं में विवादित परिसर में मौजूद कथित साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की संभावना को समाप्त करने के लिए अदालत द्वारा कमिश्नर नियुक्त किए जाने तथा जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत पर काली स्याही फेंकी गयी
    30 May 2022
    टिकैत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थानीय पुलिस इसके लिये जिम्मेदार है और राज्य सरकार की मिलीभगत से यह हुआ है।’’
  • समृद्धि साकुनिया
    कश्मीरी पंडितों के लिए पीएम जॉब पैकेज में कोई सुरक्षित आवास, पदोन्नति नहीं 
    30 May 2022
    पिछले सात वर्षों में कश्मीरी पंडितों के लिए प्रस्तावित आवास में से केवल 17% का ही निर्माण पूरा किया जा सका है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License