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गाज़ा में जारी इज़रायली हमले के विरोध में फ़िलीस्तीनियों ने मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया
मंगलवार को इज़रायल की ओर से किया जा रहा हमला नौवें दिन में प्रवेश कर गया। क़ब्ज़े वाले गाज़ा में क़रीब 61 बच्चों के साथ 212 लोगों की मौत हो गई। इन हमलों में अन्य 1,500 फ़िलिस्तीनी नागरिक घायल हुए हैं।
पीपल्स डिस्पैच
18 May 2021
गाज़ा में जारी इज़रायली हमले के विरोध में फ़िलीस्तीनियों ने मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया

फिलीस्तीनियों ने मंगलवार 18 मई को गाजा में जारी इजरायली हमले के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। कब्जे वाले सभी क्षेत्रों और इजरायल के फिलिस्तीनी एक कार्रवाई दिवस मनाएंगे जिसके चलते दिन भर सभी गतिविधियां पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी।

राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान आम फिलीस्तीनियों द्वारा सोशल मीडिया पर किया गया था और बाद में सभी राजनीतिक दलों, नागरिक समाज समूहों और यूनियनों द्वारा समर्थन दिया गया। इज़रायल के अरब नागरिकों की हाई फॉलो अप कमेटी, फ़तह सेंट्रल कमेटी, कब्जे वाले सीरियाई गोलन हाइट्स के लोगों ने भी इस हड़ताल को अपना दिया है।

गाजा के भीतर 10 मई से शुरू हुआ इजरायल का निरंतर हवाई हमला मंगलवार सुबह तक जारी रहा। इन हमलों में अब तक 61 बच्चों सहित करीब 212 लोग मारे गए हैं और 1,500 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

ये हड़ताल कब्जे वाले पूर्वी येरुशेलम के शेख जर्राह के निवासियों को बेदखल करने के इजरायल के प्रयासों और अल-अक्सा परिसर पर इसके हालिया हमलों के विरोध में है जिसमें सैकड़ों फिलिस्तीनी घायल हुए थे।

इज़रायली अदालतों ने शेखा जर्राह इलाके के निवासियों को उनके घरों से बेदखल करने का आदेश दिया है क्योंकि इज़रायल उस जगह पर एक अवैध यहूदी बस्ती बनाना चाहता है। बेदखली का विरोध कर रहे फिलिस्तीनियों पर इस महीने की शुरुआत में एक सप्ताह के भीतर अल-अक्सा मस्जिद के अंदर इजरायली सुरक्षा बलों द्वारा हमला किया गया, जिसके बाद हमास ने विरोध में इजरायल के अंदर रॉकेट दागे। इजरायल ने तब से नागरिक आवासीय क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए घनी आबादी वाले गाजा पट्टी के अंदर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं।

सोमवार 17 मई को इजरायली हवाई हमले के चलते क्षतिग्रस्त हुआ गाजा का मुख्य COVID-19 प्रयोगशाला काम करना बंद कर दिया। इस हमले में एक अनाथालय, एक महिला हाई स्कूल और फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का कार्यालय भी नष्ट हो गया।

इजरायल की जेल में बंद फ़िलिस्तीनियों ने भी इस राष्ट्रीय हड़ताल के आह्वान का समर्थन किया है। कई अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समूहों ने भी फिलिस्तीन के हड़ताल के साथ एकजुटता का आह्वान किया है।

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