NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
मज़दूर-किसान
भारत
राजनीति
किसान आंदोलन: करनाल हिंसा के विरोध में देश भर में आंदोलन, 5 सितंबर की महापंचायत की तैयारी ज़ोरों पर
करनाल की घटनाओं के बचाव हेतु सामने आई हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार की चौतरफा निंदा हो रही है। वहीं पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के बीच सार्वजनिक विवाद सामने आया। इस बीच शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हरियाणा पुलिस की बर्बर कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
02 Sep 2021
किसान आंदोलन
फ़ोटो साभार: सोशल मीडिया

हरियाणा सरकार के किसान विरोधी और बर्बर व्यवहार की हर तरफ से कड़ी निंदा हो रही है। करनाल बार एसोसिएशन के सदस्यों ने 28 अगस्त 2021 को लघु सचिवालय में, जब सीएम खट्टर एक कार्यक्रम के लिए करनाल में थे, विरोध प्रदर्शन किया और एसडीएम आयुष सिन्हा और लाठीचार्ज की घटनाओं में शामिल अन्य दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। इसके लिए उन्होंने सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। इस बीच, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन (ए आई एल यू) ने भी घोषणा की कि वे 2 सितंबर को एक विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगे। एआईएलयू ने कहा कि वे कल सुप्रीम कोर्ट से हरियाणा भवन तक विरोध मार्च निकालेंगे। विभिन्न दलों के कई नेताओं ने हरियाणा सरकार की निंदा की है। बिहार के गया में, 25 सितंबर को भारत बंद की तैयारी के लिए एक संयुक्त किसान सम्मेलन ने, किसानों के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई करनाल हिंसा की कड़ी निंदा की। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रति गहरी एकजुटता और करनाल की घटनाओं के खिलाफ आक्रोश जताने के लिए किसानों ने अनशन शुरू कर दिया है।

किसान सँयुक्त मोर्चा ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के बीच जारी सार्वजनिक विवाद के बावजूद, तथ्य यह है कि हरियाणा के लाखों किसान वर्तमान किसान आंदोलन का हिस्सा हैं और इस आंदोलन में हरियाणा राज्य से अब तक कई बहादुर किसान शहीद भी हुए हैं। हरियाणा के किसान, केंद्रीय कृषि कानूनों के प्रतिकूल प्रभावों और एमएसपी कानूनी गारंटी के महत्व को पूरी तरह से समझते हैं। वे अपने अधिकारों के लिए सँघर्ष में बढ़-चढ़ कर भागीदारी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा है कि हरियाणा की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री का यह बयान कि हरियाणा के किसान इस आंदोलन में शामिल नहीं हैं या कि उन्हें अन्य राज्य के किसानों या सरकारों द्वारा उकसाया जा रहा है, मूर्खतापूर्ण है। वहीं, यह स्पष्ट है कि हरियाणा के खट्टर-चौटाला सरकार को अपने ही नागरिकों के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए कौन उकसा रहा है। घरौंदा किसान पंचायत की ओर से पहले ही अल्टीमेटम दिया जा चुका है, जिसने 6 सितंबर तक पूरा करने के लिए 4 मांगों को रखा है, समय सीमा पूरी होने के बाद किसान करनाल में लघु सचिवालय की घेराबंदी करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा इसका पूरा समर्थन कर रहा है।

एसकेएम ने कहा कि “अगर हरियाणा सरकार एसडीएम आयुष सिन्हा और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है, तो बहुत जल्द स्पष्ट हो जाएगा कि वे किसके इशारे पर काम कर रहे थेI”

एसकेएम ने हरियाणा सरकार द्वारा अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, झज्जर, सिरसा, सोनीपत, कैथल और अन्य स्थानों के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 2500 से अधिक आंदोलनकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों को तत्काल और बिना शर्त वापस लेने की भी मांग की। करनाल में 120 नामजद किसानों और 300 अज्ञात लोगों पर 12 से ज्यादा मामले दर्ज होने की भी खबर है। बसताडा टोल प्लाजा के संबंध में 700 अज्ञात व्यक्तियों एवं 91 किसानों के विरुद्ध 6 मामले दर्ज किए गए हैं। सिरसा में 100 से शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर अलग-अलग थानों में फर्जी मुकदमा दर्ज किए गए हैं । सोनीपत में राय थाने में करीब 400 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। बहादुरगढ़ में 150 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अंबाला में 450 और पंचकूला में करीब 260 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। शर्मनाक तरीके से पंचकूला में 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला किसान राजविंदर कौर को भी नामजद किया गया है। प्रदेश के किसानों के खिलाफ हरियाणा सरकार की यह शर्मनाक करतूत है। 

सीएम ने कहा कि वह विरोध के नाम पर हिंसा नहीं होने देंगे, जबकि सरकार कानून-व्यवस्था के नाम पर बेरहमी से हिंसक कार्रवाई कर रही है। 

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि यह चुनी हुई सरकार के लिए शर्मनाक है। संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा-जजपा सरकार से अपने ही नागरिकों के खिलाफ युद्ध को रोकने और सभी मामलों को तत्काल बिना शर्त वापस लेने की मांग की है।

मंगलवार को अखिल भारतीय किसान सभा के प्रतिनिधिमंडल ने शहीद किसान सुशील काजल के परिवार से मुलाकात की और तत्काल राहत स्वरूप उनकी पत्नी श्रीमती सुदेश देवी को एक लाख का चैक सौंपा । इसी तरह आज सेना और सुरक्षा बल के रिटायर कुछ कर्मचारी भी  परिवार से मिले और आर्थिक मदद की।

दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी 2021 से संबंधित मामलों में जांच में शामिल होने के लिए किसानों को सीआरपीसी की धारा 160 के तहत नए नोटिस जारी किए हैं। एसकेएम की लीगल पैनल ने बताया कि यह कार्यवाही असंवैधानिक और अवैध है क्योंकि इन नोटिसों को प्राप्त करने वाले किसानों का नाम एफआईआर में नहीं था, न ही उन्होंने किसी हिंसक घटना में भाग लिया है।

एसकेएम ने कहा कि यह दिल्ली पुलिस की एक आपत्तिजनक एवम अवैध धमकाने की रणनीति है, जिसकी निंदा की जानी चाहिए। एसकेएम के लीगल पैनल ने किसानों से कहा है कि वे जांच अधिकारियों के सामने पेश न हों क्योंकि यह स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस उन्हें फंसाने के इरादे से काम कर रही है।

किसान नेताओं ने यह बताया कि  25 सितंबर के भारत बंद को सफल बनाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में तैयारी और योजना बैठकें चल रही हैं। स्थानीय बैठकों के साथ राज्य स्तरीय बैठकों का भी आयोजन किया जा रहा है।

मुजफ्फरनगर महापंचायत में अधिक किसानों को जुटाने के लिए उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों के विभिन्न हिस्सों में दर्जनों बैठकें हो रही हैं। 5 सितंबर को होने वाली महापंचायत को किसानों की दुनिया की सबसे बड़ी सभा के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें विभिन्न राज्यों के किसान हिस्सा लेंगे।

kisan andolan
farmers protest
Farm Bills
Karnal Police Violence
Nationwide Protest
manohar laal khattar
Karnal

Related Stories

राम सेना और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित करने की किसान संगठनों की मांग

मोदी सरकार की वादाख़िलाफ़ी पर आंदोलन को नए सिरे से धार देने में जुटे पूर्वांचल के किसान

ग़ौरतलब: किसानों को आंदोलन और परिवर्तनकामी राजनीति दोनों को ही साधना होगा

एमएसपी पर फिर से राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेगा संयुक्त किसान मोर्चा

यूपी चुनाव: किसान-आंदोलन के गढ़ से चली परिवर्तन की पछुआ बयार

किसानों को आंदोलन और राजनीति दोनों को साधना होगा

किसानों ने 2021 में जो उम्मीद जगाई है, आशा है 2022 में वे इसे नयी ऊंचाई पर ले जाएंगे

ऐतिहासिक किसान विरोध में महिला किसानों की भागीदारी और भारत में महिलाओं का सवाल

पंजाब : किसानों को सीएम चन्नी ने दिया आश्वासन, आंदोलन पर 24 दिसंबर को फ़ैसला

लखीमपुर कांड की पूरी कहानी: नहीं छुप सका किसानों को रौंदने का सच- ''ये हत्या की साज़िश थी'’


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    लुधियाना: PRTC के संविदा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
    19 May 2022
    पीआरटीसी के संविदा कर्मचारी अप्रैल का बकाया वेतन जारी करने और नियमित नौकरी की मांग को लेकर लुधियाना में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
  • सोनिया यादव
    कर्नाटक: स्कूली किताबों में जोड़ा गया हेडगेवार का भाषण, भाजपा पर लगा शिक्षा के भगवाकरण का आरोप
    19 May 2022
    नए पाठ्यक्रम में कई लेखकों के पाठ को सिलेबस से हटा दिया गया है तो वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के भाषण को शामिल किया गया है, जो कर्नाटक में विवाद का नया केंद्र बन गया…
  • sikligar samaj
    न्यूज़क्लिक टीम
    कभी सिख गुरुओं के लिए औज़ार बनाने वाला सिकलीगर समाज आज अपराधियों का जीवन जीने को मजबूर है
    19 May 2022
    मध्य प्रदेश के दक्षिण में महाराष्ट्र से सटे 6 जिले बड़वानी, खरगोन, धार, बुरहानपुर, खंडवा और इंदौर में सिखों की उपजाति "सिकलीगर" समुदाय के 40 हज़ार से ज़्यादा लोग रहते हैं।  इस समुदाय के लोगों को ताले…
  • श्रीधर राममूर्ति
    कोयले की कमी? भारत के पास मौजूद हैं 300 अरब टन के अनुमानित भंडार
    19 May 2022
    भारत को कोयला खदानों के लिए गहन योजना बनाने और प्रभावी प्रबंधन की ज़रूरत है।
  • बी. सिवरामन
    मज़दूर वर्ग को सनस्ट्रोक से बचाएं
    19 May 2022
    सरकारों और श्रम विभागों को नियम बनाना चाहिए कि जहां बाहर काम किया जाता है, वहां एक अस्पताल, नर्सिंग होम या क्लिनिक की व्यवस्था अवश्य हो जहां सनस्ट्रोक वाले कुछ रोगियों को आपातकालीन उपचार प्रदान किया…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License