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पेरूः संसदीय चुनावों में फ्यूजीमोरिज़ो की हार और खंडित कांग्रेस की भविष्यवाणी
पेरू के पूर्व तानाशाह अल्बर्टो फुजीमोरी की बेटी के नेतृत्व वाली फाऱ-राइट पॉपुलर फोर्स (एफपी) पार्टी जिसका कांग्रेस में पूर्ण बहुमत था उसे केवल 20 सीटें मिलने का अनुमान है।
पीपल्स डिस्पैच
27 Jan 2020
Peru

26 जनवरी को कांग्रेस के नए सदस्यों का चुनाव करने के लिए पेरू के क़रीब 24 मिलियन लोगों ने मतदान किया। स्थानीय समाचार नेटवर्क अमेरिका टीवी और स्थानीय मतदान सर्वेक्षक इपसोस पेरू द्वारा किए गए एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक पेरू की नई कांग्रेस में पूर्ण बहुमत किसी भी दल के पास नहीं होगा। एग्जिट पोल ने संकेत दिया कि 10 से अधिक दलों का कांग्रेस में प्रतिनिधित्व होगा जबकि किसी भी दल के पास बहुमत नहीं होगा।

इन नतीजों ने पेरू के पूर्व तानाशाह अल्बर्टो फुजिमोरी की बेटी कीको फुजिमोरी के नेतृत्व वाली अति दक्षिणपंथी पॉपुलर फ़ोर्स (एफपी) पार्टी की हार की भी पुष्टि की जिसका सितंबर 2019 में कांग्रेस के विघटन तक पूर्ण बहुमत था। इपसोस की रिपोर्ट के अनुसार, एफपी को 7.1% वोट मिलेंगे और इससे पहले मिले कांग्रेस के 73 सीटों में से केवल 20 सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा।

इस एग्जिट पोल के नतीजों से पता चला कि सेंटर-राइट पार्टी पॉपुलर एक्शन (एपी) 11.8% वोटों के साथ सबसे बड़ा दल होगा। एपी के बाद 8.8% मतों के साथ अलायंस फॉर प्रोग्रेस, 8.1% के साथ मोरडो पार्टी, 7.4% मतों के साथ पोडेमोस पेरू, 7% के साथ फ़्रीपैप और डेमोक्रेटिक पार्टी, 6.2% के साथ यूनियन फॉर पेरू और ब्रॉड फ्रंट और 5% मतों के साथ टूगेदर फॉर पेरू होंगे।

यह नई कांग्रेस 2021 में अगले राष्ट्रपति चुनाव तक लगभग एक वर्ष तक काम करेगी और फिर पांच साल के लिए नई व्यवस्था द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा।

30 सितंबर 2019 को दक्षिणपंथी राष्ट्रपति विजकारा ने अपनी कार्यकारी शक्तियों का प्रयोग किया और विपक्षी सांसदों द्वारा दो विश्वास मतों से इंकार करने के बाद उन्होंने अति दक्षिणपंथी विपक्षी-नियंत्रित राष्ट्रीय विधायिका को संवैधानिक रूप से भंग कर दिया।

कांग्रेस के विघटन के बाद विजकारा जिनके पास कोई राजनीतिक पार्टी का गठबंधन नहीं है और अपने भ्रष्टाचार-विरोधी एजेंडे के लिए दक्षिण और वामपंथी दलों का समर्थन प्राप्त किया है ऐसे में नई कांग्रेस के गठन के साथ उनके भ्रष्टाचार-विरोधी सुधारों को आगे बढ़ाने का उनके पास एक नया अवसर है।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Peru
Alberto Fujimori
Peru Parliamentary elections
Congress
Presidential Election

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