NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
साउथ अफ़्रीका : सरकारी ऊर्जा कंपनी के निजीकरण को रोकने के लिए यूनियन कर सकते हैं देशव्यापी हड़ताल
एस्कोम के ऐतिहासिक संकट को ख़त्म करने के लिए यूनियनों ने मांग की है कि सरकार एस्कोम की ऊर्जा उत्पादन यूनिटों पर पाबंदी और ऊर्जा को प्राइवेट कंपनियों में आउटसोर्स करने की योजनाओं को वापस ले।
पीपल्स डिस्पैच
16 Jan 2020
south africa

नेशनल यूनियन ऑफ़ मेटलवर्कर्स ऑफ़ साउथ अफ़्रीका(नुमसा) और नेशनल यूनियन ऑफ़ माइनवर्कर्स(एनयूएम) ने ऊर्जा पैदा करने वाली सरकारी कंपनी एस्कोम को निजीकरण से बचाने के लिए एक देशव्यापी हड़ताल करने का फ़ैसला लिया है।

यह फ़ैसला कल जोहानेसबर्ग स्थित कंपनी के मेगावॉट पार्क में दोनों यूनियनों ने धरने के दौरान लिया। प्रशासन को दिये गए ज्ञापन में मांग की गई है कि सरकार तत्काल प्रभाव से एस्कोम की अनबंडलिंग प्रक्रिया को रोके, जिसे वह "बचाव प्लान" का नाम दे रही है। 

इस प्लान के तहत ऊर्जा उत्पादन, हस्तांतरण और वितरण करने वाली इस सरकारी कंपनी को समय के साथ 3 अलग-अलग यूनिटों में बाँट दिया जाएगा। देश की तमाम यूनियनों ने इस क़दम का विरोध किया है, और इसे निजीकरण के तहत पूर्वगामी क़दम बताया गया है।

इससे पहले सरकार ने लगातार इस कंपनी ने निवेश करने से मुकरने का काम किया है, जिसकी वजह से एस्कोम पर पिछले साल गहरा संकट छा गया था, जिसका असर राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर भी बुरी तरह से पड़ा है। 

एस्कोम के इस संकट का फ़ायदा प्राइवेट कंपनी इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर्स(आईपीपी) और अन्य प्राइवेट कंपनियों के कोष को मिला है, जिन्होंने एस्कोम की कोल माइन का मालिकाना हक़ अपने पास लेने के बाद दाम बढ़ा दिये हैं।  

अपनी मांगों को मनवाने के लिए संगठन इकट्ठा हो रहे हैं और कार्रवाई की योजना बना रहे हैं। मजोला कहते हैं, "कल का धरना आने वाली रैलियों और धरनों की शुरुआत था।"

साभार : पीपल्स डिस्पैच

South Africa
privatization
Nationwide strike
National Union of Metalworkers of South Africa
IPP

Related Stories

दक्षिण अफ्रीका में सिबन्ये स्टिलवाटर्स की सोने की खदानों में श्रमिक 70 दिनों से अधिक समय से हड़ताल पर हैं 

पूर्वांचल में ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के बीच सड़कों पर उतरे मज़दूर

देशव्यापी हड़ताल के पहले दिन दिल्ली-एनसीआर में दिखा व्यापक असर

बिहार में आम हड़ताल का दिखा असर, किसान-मज़दूर-कर्मचारियों ने दिखाई एकजुटता

केरल में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत लगभग सभी संस्थान बंद रहे

"जनता और देश को बचाने" के संकल्प के साथ मज़दूर-वर्ग का यह लड़ाकू तेवर हमारे लोकतंत्र के लिए शुभ है

ट्रेड यूनियनों की 28-29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल, पंजाब, यूपी, बिहार-झारखंड में प्रचार-प्रसार 

बैंक यूनियनों का ‘निजीकरण’ के ख़िलाफ़ दो दिन की हड़ताल का ऐलान

दिल्ली: बैंक कर्मचारियों के 'बैंक बचाओ, देश बचाओ' अभियान को ट्रेड यूनियनों, किसान संगठन का मिला समर्थन  

निजीकरण की आंच में झुलस रहे सरकारी कर्मचारियों के लिए भी सबक़ है यह किसान आंदोलन


बाकी खबरें

  • भाषा
    किसी को भी कोविड-19 टीकाकरण कराने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता : न्यायालय
    02 May 2022
    पीठ ने कहा, “संख्या कम होने तक, हम सुझाव देते हैं कि संबंधित आदेशों का पालन किया जाए और टीकाकरण नहीं करवाने वाले व्यक्तियों के सार्वजनिक स्थानों में जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाए। यदि पहले से…
  • नाइश हसन
    कितने मसलक… कितनी टोपियां...!
    02 May 2022
    सुन्नी जमात हैं तो गोल टोपी... बरेलवी से हैं तो हरी टोपी...., अज़मेरी हैं तो ख़ादिम वाली टोपी.... जमाती होे तो जाली वाली टोपी..... आला हज़रत के मुरीद हों तो लम्बी टोपी। कौन सी टोपी चाहती हैं आप?
  • शिरीष खरे
    कोरोना महामारी अनुभव: प्राइवेट अस्पताल की मुनाफ़ाखोरी पर अंकुश कब?
    02 May 2022
    महाराष्ट्र राज्य के ग़ैर-सरकारी समूहों द्वारा प्रशासनिक स्तर पर अब बड़ी तादाद में शिकायतें कोरोना उपचार के लिए अतिरिक्त खर्च का आरोप लगाते हुए दर्ज कराई गई हैं। एक नजर उन प्रकरणों पर जहां कोरोनाकाल…
  • सुबोध वर्मा
    पेट्रोल/डीज़ल की बढ़ती क़ीमतें : इस कमर तोड़ महंगाई के लिए कौन है ज़िम्मेदार?
    02 May 2022
    केंद्र सरकार ने पिछले आठ वर्षों में सभी राज्य सरकारों द्वारा करों के माध्यम से कमाए गए 14 लाख करोड़ रुपये की तुलना में केवल उत्पाद शुल्क से ही 18 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है।
  • ज़ाहिद खान
    सत्यजित रे : सिनेमा के ग्रेट मास्टर
    02 May 2022
    2 मई, 1921 को कोलकाता में जन्मे सत्यजित रे सिनेमा ही नहीं कला की तमाम विधाओं में निपुण थे। उनकी जयंती पर पढ़िये यह विशेष लेख।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License