NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
विधानसभा में बल प्रयोग के विरोध में कल बिहार बंद, तेजस्वी ने कहा डरने वाले नहीं, लड़ाई जारी रहेगी
पूरे  विपक्ष ने कहा बिहार विधानसभा में CM द्वारा लोकतंत्र का चीरहरण, विधायकों की पिटाई, बेरोजगारी, महंगाई, किसान बिल के विरुद्ध कल, 26 मार्च को पूरे महागठबंधन ने बिहार बंद का आह्वान किया है।उन्होंने सभी बिहारवासी इस बंद में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने और इस अहंकारी सरकार के विरुद्ध आवाज़ बुलंद करने का आह्वान किया।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
25 Mar 2021
विधानसभा में बल प्रयोग के विरोध में कल बिहार बंद, तेजस्वी ने कहा डरने वाले नहीं, लड़ाई जारी रहेगी
प्रतिकात्मक तस्वीर

बिहार विधानसभा में 23 मार्च को हुई शर्मनाक घटना के खिलाफ विपक्ष ने संयुक्त रूप से 26 मार्च को काला दिवस मनाने का ऐलान करते हुए बिहार बंद का आह्वान किया है।  राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) , वाम दल और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन  ने बिहार बंद का ऐलान किया, वहीं पप्पू यादव ने भी बिहार बंद का समर्थन किया।  जबकि पुरे देश में किसान संगठनों ने पहले ही भारत बंद का आह्वान किया हुआ है।  

बिहार बंद की घोषणा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने की कहा कि सदन में बंदूक की नोंक पर विधेयक पास कराया गया। बिहार पुलिस अब जेडीयू पुलिस हो गई है। उन्होंने सत्ता पक्ष को चेतावनी वाले लहजे में कहा कि हम डरने वालों में से नहीं हैं। लड़ाई चलती रहेगी।

राजधानी पटना में गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में तेजस्वी यादव ने कहा, "लोहिया जयंती और भगत सिंह के शहादत दिवस 23 मार्च पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपनी पुलिस से करोड़ों लोगों द्वारा निर्वाचित माननीय सदस्यों को जूतों से पिटवाने और वेशम के अंदर बंदूक़ की नोक पर काला पुलिसया क़ानून पास करा लोकतंत्र को शर्मसार करने का कलंकित कार्य किया है। नीतीश कुमार सदन में निरंतर झूठ बोल रहे हैं।"

महागठबंधन के नेता तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा उन्हें ज्ञात होना चाहिए कि आज से 46-47 वर्ष पूर्व 1974 में अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ विपक्ष के समाजवादी सदस्यों ने सदन चलाया है। लेकिन पुलिस ने कभी सदन के अंदर विधायकों को नहीं पीटा। लेकिन संघी मुख्यमंत्री ने ऐसा किया।

1978 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कर्पूरी जी सशस्त्र बिल लेकर आए थे। विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति की। उन्होंने लोकतांत्रिक मर्यादाओं का निर्वहन करते हुए स्वयं उठकर उस बिल को select committee के पास भेजा।

आगे उन्होंने कहा इसी सदन में 1986 में नेता प्रतिपक्ष कर्पूरी जी सहित विपक्षी सदस्यों ने HEC के मामले को लेकर 3 दिन-रात इसी सदन में विरोध प्रदर्शन किया। 1986 में नीतीश कुमार भी इसी सदन के सदस्य थे। क्या नीतीश कुमार को याद नहीं है? कितना झूठ बोलते हैं? उस वक्त तीन दिन सदन में धरना, विरोध प्रदर्शन और नारेबाज़ी करने के बावजूद विपक्ष के सदस्यों को पुलिस ने बलपूर्वक नहीं हटाया था। अब तो नीतीश कुमार जूतों से माननीय सदस्यों को पिटवा रहे हैं। इन्हें शर्म आनी चाहिए।

उन्होंने सवाल किया 'नीतीश कुमार बताएं, क्या पहली बार विधानसभा अध्यक्ष कक्ष के बाहर नारेबाज़ी हुई है? क्या पहली बार आसन पर कोई चढ़ा है? क्या पहली बार किसी विधेयक का विरोध हुआ है? फिर किस बात का अहंकार नीतीश कुमार पाले हुए हैं? हाँ! पहली बार सदन के इतिहास में बंदूक़ की नोक पर गोली चलाने वाला कोई काला क़ानून पास हुआ?  हाँ! पहली बार सदन के अंदर माननीय विधायकों को पुलिस के हाथों चप्पल-जूतों से पिटवाया गया?

हाँ! पहली बार महिला विधायकों की साड़ी खोली गयी? उनके ब्लाउज़ में हाथ डाला गया? उनकी चैन तोड़ी गयी? उनके बाल पकड़ घसीटा गया?

महागठबंधन  ने कहा बिहार विधानसभा में CM द्वारा लोकतंत्र का चीरहरण, विधायकों की पिटाई, बेरोजगारी, महँगाई, किसान बिल के विरुद्ध कल, 26 मार्च को पूरे महागठबंधन ने बिहार बंद का आह्वान किया है।

Bihar
Bihar bandh
Tejashwi Yadav
Bihar Assembly
Nitish Kumar
RJD
jdu
BJP

Related Stories

बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

दिल्ली : पांच महीने से वेतन व पेंशन न मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

पटना : जीएनएम विरोध को लेकर दो नर्सों का तबादला, हॉस्टल ख़ाली करने के आदेश

आईपीओ लॉन्च के विरोध में एलआईसी कर्मचारियों ने की हड़ताल

जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

आंगनवाड़ी महिलाकर्मियों ने क्यों कर रखा है आप और भाजपा की "नाक में दम”?


बाकी खबरें

  • एम. के. भद्रकुमार
    पुतिन की अमेरिका को यूक्रेन से पीछे हटने की चेतावनी
    29 Apr 2022
    बाइडेन प्रशासन का भू-राजनीतिक एजेंडा सैन्य संघर्ष को लम्बा खींचना, रूस को सैन्य और कूटनीतिक लिहाज़ से कमज़ोर करना और यूरोप को अमेरिकी नेतृत्व पर बहुत ज़्यादा निर्भर बना देना है।
  • अजय गुदावर्ती
    भारत में धर्म और नवउदारवादी व्यक्तिवाद का संयुक्त प्रभाव
    28 Apr 2022
    नवउदारवादी हिंदुत्व धर्म और बाजार के प्रति उन्मुख है, जो व्यक्तिवादी आत्मानुभूति पर जोर दे रहा है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन
    28 Apr 2022
    वाम दलों ने धरने में सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ व जनता की एकता, जीवन और जीविका की रक्षा में संघर्ष को तेज़ करने के संकल्प को भी दोहराया।
  • protest
    न्यूज़क्लिक टीम
    दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन
    28 Apr 2022
    वाम दलों ने आरएसएस-भाजपा पर लगातार विभाजनकारी सांप्रदायिक राजनीति का आरोप लगाया है और इसके खिलाफ़ आज(गुरुवार) जंतर मंतर पर संयुक्त रूप से धरना- प्रदर्शन किया। जिसमे मे दिल्ली भर से सैकड़ों…
  • ज़ाकिर अली त्यागी
    मेरठ : जागरण की अनुमति ना मिलने पर BJP नेताओं ने इंस्पेक्टर को दी चुनौती, कहा बिना अनुमति करेंगे जागरण
    28 Apr 2022
    1987 में नरसंहार का दंश झेल चुके हाशिमपुरा का  माहौल ख़राब करने की कोशिश कर रहे बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं के सामने प्रशासन सख़्त नज़र आया।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License