NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
थाईलैंड : बेहतर कोविड राहत की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों पर दमनात्मक कार्रवाई
थाईलैंड में लोकतंत्र के लिए जोर देने वाले संगठन और समूह हाल ही में बेहतर कोविड-19 राहत उपायों और अधिक टीकों की मांग करते रहे हैं।
पीपल्स डिस्पैच
19 Jul 2021
थाईलैंड : बेहतर कोविड राहत की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों पर दमनात्मक कार्रवाई

गत सप्ताहंत में बैंकॉक की सड़कों पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों ने महामारी से लड़ने के अपर्याप्त उपायों को लेकर अपना गुस्सा व्यक्त किया। रविवार 18 जुलाई को महामारी को लेकर लॉकडाउन के रूप में एक कड़े आपातकालीन आदेश के बावजूद सैकड़ों लोग गवर्नमेंट हाउस के बाहर इकट्ठे हुए और COVID-19 राहत उपायों के लिए अधिक टीके और अधिक फंड की मांग की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां चलाई और गिरफ्तार किया।

इस प्रदर्शन का आयोजन बैंकॉक में संचालित अन्य नागरिक समाज समूहों के साथ फ्री यूथ समूह द्वारा किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर देश में COVID-19 महामारी से निपटने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा के इस्तीफे के लिए अपनी मांग दोहराई और सरकार से सम्राट और सेना के लिए बजट में कटौती करने और उन फंडों को COVID-19 राहत और सहायता के लिए रिडायरेक्ट करने का आह्वान किया। उन्होंने सरकार से अधिक प्रभावी mRNA टीके खरीदने का भी आह्वान किया है।

कई प्रदर्शनकारी कारों और मोटरबाइकों में पहुंचे। गवर्नमेंट हाउस की ओर जाने वाली सड़क पूरी तरह से भर गई। ये गवर्नमेंट हाउस जिसमें अन्य प्रमुख सरकारी कार्यालयों के साथ प्रधानमंत्री का निवास और कार्यालय है। प्रदर्शनकारियों ने शहर के प्रतिष्ठित डेमोक्रेसी मोनूमेंट से गवर्नमेंट हाउस तक मार्च किया और इन प्रदर्शनकारियों का सामना सशस्त्र सैकड़ों पुलिस अधिकारियों से हुआ जिन्होंने प्रवेश मार्ग को अवरुद्ध कर दिया था।

शाम तक प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए, कथित तौर पर आंसू गैस वाले वाटर केनन का इस्तेमाल किया गया और रबर-कोटेड गोलियां चलाई गई। विशेष रूप से गार्ड के रूप में सेवा कर रहे और प्रदर्शन के लॉजिस्टिक का समन्वय कर रहे कई प्रदर्शनकारियों के घरों पर पुलिस ने बिना वारंट के छापा मारा गया और वाहनों को पकड़ा। आईलॉ के अनुसार, बीते कल करीब 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया और प्रदर्शन को कवर करने वाले तीन पत्रकारों सहित दर्जनों लोग घायल हो गए।

रविवार को हुआ विरोध सरकार की महामारी के प्रति प्रतिक्रिया के खिलाफ हालिया प्रदर्शनों का हिस्सा है। प्रचताई के अनुसार, शुक्रवार 16 जुलाई को पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्री के बाहर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया गया था जिसे हिंसक रूप से तितर-बितर कर दिया गया। कार्रवाई में दो लोग गिरफ्तार हुए और तीन लोग घायल हो गए।

थाईलैंड में हाल ही में COVID-19 संक्रमणों में वृद्धि दर्ज की गई है। राजधानी बैंकॉक इसका केंद्र है। 9 जुलाई के बाद से दैनिक संक्रमण संख्या औसतन 9,000 से अधिक हो गई है और पिछले दो दिनों 17 और 18 जुलाई से यह संख्या प्रति दिन 10,000 से ऊपर हो गई है। ये संख्या पिछले साल महामारी फैलने के बाद से अब तक की सबसे अधिक संख्या है।

महामारी की तीसरी लहर की आशंका के साथ प्रसार को रोकने के लिए सरकार की प्रतिक्रिया अपर्याप्त और भेदभावपूर्ण पाई गई है। उदाहरण के लिए, इस महीने की शुरुआत में सरकार ने बैंकॉक और इसके आसपास के हजारों अप्रवासी कामगारों के लिए स्वास्थ्य सहायता और मुफ्त जांच बंद कर दिया।

Thailand
COVID-19
Thailand Protest
thailand government

Related Stories

आर्थिक रिकवरी के वहम का शिकार है मोदी सरकार

महामारी के दौर में बंपर कमाई करती रहीं फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान

महामारी में लोग झेल रहे थे दर्द, बंपर कमाई करती रहीं- फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

कोविड मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर मोदी सरकार का रवैया चिंताजनक

महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 

जनवादी साहित्य-संस्कृति सम्मेलन: वंचित तबकों की मुक्ति के लिए एक सांस्कृतिक हस्तक्षेप

कोरोना अपडेट: देश में एक हफ्ते बाद कोरोना के तीन हज़ार से कम मामले दर्ज किए गए

दिल्लीः एलएचएमसी अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया का ‘कोविड योद्धाओं’ ने किया विरोध

WHO और भारत सरकार की कोरोना रिपोर्ट में अंतर क्य़ों?


बाकी खबरें

  • कैथरीन स्काएर, तारक गुईज़ानी, सौम्या मारजाउक
    अब ट्यूनीशिया के लोकतंत्र को कौन बचाएगा?
    30 Apr 2022
    ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति धीरे-धीरे एक तख़्तापलट को अंजाम दे रहे हैं। कड़े संघर्ष के बाद हासिल किए गए लोकतांत्रिक अधिकारों को वे धीरे-धीरे ध्वस्त कर रहे हैं। अब जब ट्यूनीशिया की अर्थव्यवस्था खस्ता…
  • international news
    न्यूज़क्लिक टीम
    रूस-यूक्रैन संघर्षः जंग ही चाहते हैं जंगखोर और श्रीलंका में विरोध हुआ धारदार
    29 Apr 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार ने पड़ोसी देश श्रीलंका को डुबोने वाली ताकतों-नीतियों के साथ-साथ दोषी सत्ता के खिलाफ छिड़े आंदोलन पर न्यूज़ क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ से चर्चा की।…
  • NEP
    न्यूज़क्लिक टीम
    नई शिक्षा नीति बनाने वालों को शिक्षा की समझ नहीं - अनिता रामपाल
    29 Apr 2022
    नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उच्च शिक्षा में कार्यक्रमों का स्वरूप अब स्पष्ट हो चला है. ये साफ़ पता चल रहा है कि शिक्षा में ये बदलाव गरीब छात्रों के लिए हानिकारक है चाहे वो एक समान प्रवेश परीक्षा हो या…
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    अगर सरकार की नीयत हो तो दंगे रोके जा सकते हैं !
    29 Apr 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस अंक में अभिसार बात कर रहे हैं कि अगर सरकार चाहे तो सांप्रदायिक तनाव को दूर कर एक बेहतर देश का निर्माण किया जा सकता है।
  • दीपक प्रकाश
    कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से जितने लाभ नहीं, उतनी उसमें ख़ामियाँ हैं  
    29 Apr 2022
    यूजीसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पर लगातार जोर दे रहा है, हालाँकि किसी भी हितधारक ने इसकी मांग नहीं की है। इस परीक्षा का मुख्य ज़ोर एनईपी 2020 की महत्ता को कमजोर करता है, रटंत-विद्या को बढ़ावा देता है और…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License