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रसोई गैस सिलिंडर के दाम 50 रुपये बढ़े, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची कीमत
इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में एलपीजी का 14.2 किलोग्राम वाला सिलिंडर 999.50 रुपये का हो गया है। यह रसोई गैस सिलिंडर के दाम का रिकॉर्ड स्तर है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट/भाषा
07 May 2022
LPG

नयी दिल्ली: खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी गैस सिलिंडर के दाम में शनिवार को 50 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई। इस तरह रसोई गैस सिलिंडर के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं।

इस बढ़ोतरी का कांग्रेस और वाम दलों ने कड़ा विरोध किया है और इसे वापस लेने की मांग की है। कांग्रेस ने जहां दाम 2014 के स्तर पर लाने की मांग की है वहीं सीपीआई-एम ने इसे आम लोगों की रोज़ी-रोटी पर हमला बताते हुए केंद्र से सेस और सरचार्ज हटाने की मांग की है।

सार्वजनिक क्षेत्र की ईंधन वितरक कंपनियों ने एलपीजी सिलिंडर के दाम में बढ़ोतरी की अधिसूचना जारी की। कहा गया कि एलपीजी सिलिंडर के दाम में यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैस कीमतों में जारी तेजी के बीच की गई है।

इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में एलपीजी का 14.2 किलोग्राम वाला सिलिंडर 999.50 रुपये का हो गया है। यह रसोई गैस सिलिंडर के दाम का रिकॉर्ड स्तर है।

छह सप्ताह के भीतर एलपीजी सिलिंडर के दाम में की गई यह दूसरी वृद्धि है। इसके पहले 22 मार्च को भी ईंधन कंपनियों ने गैस सिलिंडर के दाम में 50 रुपये की वृद्धि की थी।

मई की शुरुआत में सरकार ने वाणिज्यिक इस्तेमाल वाले गैस सिलिंडर के दाम में भी 102.50 रुपये की बड़ी बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के दाम दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक गैस सिलिंडर की कीमत 2355.50 रुपये हो चुकी है।

एलपीजी सिलेंडर की कीमत घटाकर 2014 के स्तर पर लाई जाए: कांग्रेस
 
कांग्रेस ने शनिवार को सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की ताजा बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार को यह बढ़ोतरी वापस लेनी चाहिए तथा सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम को घटाकर साल 2014 के समय रही कीमत के बराबर लाना चाहिए।

मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने यह दावा भी किया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले आठ वर्षों में सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 585 रुपये की बढ़ोतरी की है और सब्सिडी भी पूरी तरह खत्म कर दी है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘संप्रग सरकार के दौरान एलपीजी सिलेंडर का दाम 414 रुपये था। हर सिलेंडर पर 827 रुपये की सब्सिडी दी जाती थी। आज सिलेंडर की कीमत 999 रुपये है। सब्सिडी की राशि शून्य है। मोदी सरकार ने उन सभी सुरक्षा कवचों को हटा दिया है जिनकी व्यवस्था कांग्रेस ने आम आदमी की सुरक्षा के लिए की थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज करोड़ों घर महंगाई, बेरोजगारी और खराब शासन की वजह से मुश्किल का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी कभी भी ऐसा नहीं होने देती। हमने हमेशा जरूरतमंद परिवारों की मदद की है और हमेशा करेंगे।’’

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा मालामाल, जनता बेहाल। भाजपा राज में सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम ढाई गुना अधिक हो चुका है। रसोई गैस अब मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग की पहुंच से बाहर हो चुकी है।’’

उनके मुताबिक, मई 2014 में सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 414 रुपये थी जो आज 999.50 रुपये हो चुकी है, यानी इसमें 585 रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है।

सुरजेवाला ने सरकार से आग्रह किया, ‘‘सब्सिडी वाली रसोई गैस की कीमत को घटाकर 2014 के स्तर पर लाया जाए।’’

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पार्टी मुख्यालय में गैस सिलेंडर पर माला चढ़ाकर और सब्जियों के समक्ष अगरबत्ती जलाकर महंगाई को लेकर सरकार पर तंज कसा। उनका कहना था कि यह ‘सिलेंडर की श्रद्धांजलि सभा’ है। 

खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विदेश दौरे से वापस आते ही साहब (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) ने गैस सिलेंडर की कीमत 50 रुपये बढ़ा दी। कभी मोदी जी ने बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर कहा था कि सब्सिडी को सरेंडर करिये। आज यह हालत देख कर लगता है कि सिलेंडर को ही सरेंडर कर दिया जाए।’’

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने एलपीजी पर वर्ष 2013-14 में 46,458 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी, लेकिन मोदी सरकार ने 2015-16 में घटाकर यह सब्सिडी 18 करोड़ रुपये कर दी और 2016-17 में इसे शून्य कर दिया।

खेड़ा ने कहा, ‘‘इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि जिन 23 करोड़ लोगों को संप्रग सरकार ने गरीबी रेखा से ऊपर उठाया था, वे 23 करोड़ लोग फिर से गरीबी रेखा के नीचे चले गए और इसमें 14 करोड़ लोग और बढ़ गए। ऐसे में सरकार के पास बड़ा दिल होना चाहिए, लेकिन इस सरकार के पास दिल ही नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि इस सरकार ने कमर्शियल सिलेंडर के दाम पिछले महीने 102 रुपये बढ़ा दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार लोगों को हर तरीके से चोट पहुंचा रही है। 

खेड़ा ने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि देश को कुछ राहत दीजिए। बढ़ोतरी वापस लीजिए। इसे घटाकर 2014 के दाम के स्तर पर लाइए। देश राहत की भीख मांग रहा है।’’

उधर, भारतीय युवा कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने घरेलू रसोई गैस की कीमत में बढ़ोतरी के खिलाफ शनिवार को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के आवास के निकट प्रदर्शन किया।
 
वाम दलों ने भी रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि की कड़ी आलोचना की है। और गैस समेत सभी पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमत वापस लेने की मांग की है। 
 
सीपीआई-एम महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार को अब तक की सबसे अमानवीय और क्रूर सरकार कहा है। 
 
अपने एक ट्वीट में येचुरी ने कहा— लोगों की रोजी-रोटी पर मोदी सरकार के हमले लगातार जारी हैं। आजादी के 75 साल में यह सबसे अमानवीय और क्रूर सरकार है। पेट्रोलियम उत्पादों पर केंद्रीय उपकर/अधिभार वापस लें।

Modi govt's assaults on people's livelihoods are relentless.
In the 75 years of Independence this is the most inhuman and callous govt.
Withdraw central cess/surcharges on petroleum products. https://t.co/Ojpe9nLOlq pic.twitter.com/ds3CAZ5Kqc

— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) May 7, 2022

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