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अमेरिकी नागरिक समाज समूह ने "प्रोटेक्ट द रिज़ल्ट" के लिए देशव्यापी प्रदर्शन की योजना बनाई
विभिन्न सिविल सोसायटी समूहों ने पूरे अमेरिका में 170 से अधिक स्थानों पर "प्रत्येक वोट की गिनती सुनिश्चित करने के लिए" प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।
पीपल्स डिस्पैच
02 Nov 2020
प्रोटेक्ट द रिज़ल्ट

सिविल सोसायटी समूहों ने पूरे यूएसए में 170 से अधिक स्थानों पर चुनाव की रात को प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। दर्जनों संगठन इस चुनाव के दिन 3 नवंबर की रात और 4 नवंबर को "प्रोटेक्ट द रिज़ल्ट" नामक एक अभियान में एक साथ आए हैं। ये अभियान चुनावों की संभावना को लेकर शुरू है क्योंकि सत्तासीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बार-बार कहा था कि अगर वह राष्ट्रपति चुनाव हार जाते हैं तो परिणामों को स्वीकार नहीं करेंगे।

ट्रम्प-विरोधी समूहों स्टैंड अप अमेरिका, मार्च फॉर ट्रुथ और इंडिविजुअल के अलावा जिन संगठनों से इस अभियान में भाग लेने की उम्मीद की जाती है उनमें ट्रेड यूनियन, राजनीतिक दल और अन्य सामाजिक आंदोलन संगठन जैसे कई अन्य समूह शामिल हैं। ब्लैक लाइव्स मैटर, वीमेन्स मार्च, सर्विस एम्प्लाइज इंटरनेशनल यूनियन, डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ऑफ अमेरिका, और वर्किंग फैमिलीज पार्टी को भागीदार के रूप में सूची में शामिल किया गया है।

चुनाव को सिर्फ एक दिन और बचे हैं और देश भर में शुरुआती वोटों के रूप में 94 मिलियन से अधिक वोट पहले ही डाले जा चुके हैं। शुरुआती मतगणना साल 2016 के आम चुनाव के कुल मतदान के दो-तिहाई को पार कर चुकी है। इनमें से अधिकांश शुरुआती वोट जो कि अब तक लगभग 60 मिलियन है वे डाक या मेल-इन बैलट के रूप में जमा किए गए थे।

रिपब्लिकन पार्टी और राष्ट्रपति ट्रम्प ने अक्सर मतदाता धोखाधड़ी के लिए अतिसंवेदनशील होने को लेकर पोस्टल बैलट के निराधार दावे किए हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों द्वारा इसकी बहुत उम्मीद की जाती है कि हार की स्थिति में ट्रम्प परिणामों को चुनौती देने के लिए इस तरह के दावे का इस्तेमाल कर सकते हैं और संवैधानिक संकट को प्रभावित कर सकते हैं।

अपने मिशन के बयान में इस अभियान ने कहा है कि वह संवैधानिक संकट को वास्तव में होने से रोकना चाहता है। “हम उस ख़तरे को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते हैं जो ट्रम्प हमारे लोकतंत्र और एक शांतिपूर्ण ट्रांजिशन के लिए करते हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ खड़े होंगे कि अगर ट्रम्प 2020 के राष्ट्रपति चुनाव हार जाते हैं तो वे हमारे देश को संवैधानिक संकट में नहीं डालेंगे। हम 2020 के चुनाव के वैध परिणामों का सम्मान करेंगे, यह सुनिश्चित करेंगे कि हर वोट की गिनती हो और यह मांग करेंगे कि हारने वाले उम्मीदवार अपने अहंकार को एक तरफ रख दें और हमारे देश की भलाई के लिए स्वीकार करें।

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