NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
उत्पीड़न
कानून
भारत
राजनीति
यूपी: नहीं लग रही अपराधियों पर लगाम, फिर एक नाबालिग छात्रा की हत्या
फिरोजाबाद शहर में कुछ मनचलों ने सिर्फ इसलिए 11वीं में पढ़ने वाली लड़की को मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसने उनकी छेड़खानी का विरोध किया था। घटना के बाद आरोपी फरार हैं और पुलिस जांच में जुटी है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
24 Oct 2020
stop rape
Image Credit: Arpita Biswas/Feminism in India

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भले ही रोज़ ‘बेहतर कानून व्यवस्था’ के नए दावे कर रही हो लेकिन प्रदेश के हालात दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहे है। अभी बाराबंकी में दलित लड़की के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला सुलझा ही नहीं की फिरोज़ाबाद में बेखौफ मनचलों ने छेड़खानी का विरोध करने पर नाबालिग लड़की की घर में घुसकर हत्या कर दी है। इस मामले में पुलिस ने तीन नामजद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और पुलिस की कई टीमें जांच में जुटी हैं।

क्या है पूरा मामला?

प्राप्त जानकारी के मुताबिक घटना फिरोजाबाद के थाना रसूलपुर क्षेत्र की है। यहां प्रेम नगर इलाके में रहने वाली 16 वर्षीय छात्रा 11वीं में पढ़ती थी। मृतका के पिता के अनुसार शुक्रवार, 23 अक्टूबर को स्कूल जाते समय तीन युवकों ने छात्रा का रास्ता रोककर उससे छेड़छाड़ का प्रयास किया। जब छात्रा ने इसका विरोध किया तो ये बात उन्हें बर्दाश्त नहीं हुई और रात को उन लड़कों ने घर का बंद दरवाजा तोड़कर छात्रा की हत्या कर दी।

मृतका के पिता ने छेड़छाड़ करने वाले तीन युवकों पर ही हत्या का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक आरोपियों ने सोती हुई छात्रा पर तमंचे से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और फिर हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए।

स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही फोर्स के साथ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकाली ली। पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

पुलिस का क्या कहना है?

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सचिंद्र पटेल ने घटना की जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि छात्रा की गोली मारकर हत्या हुई है। मृतका के पिता ने तीन युवकों पर आरोप लगाया है। मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस टीमें आरोपियों को तलाश कर रही है। जल्द ही घटना का अनावरण किया जाएगा।

प्रदेश में महिला सुरक्षा का बुरा हाल

गौरतलब है कि महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता बताने वाली बीजेपी की योगी सरकार में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों का ग्राफ तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में नाबालिग और दलित लड़कियों को खास तौर पर निशाना बनाया जा रहा है। बीते दिनों एक के बाद एक बलात्कार और हत्या की घटनाओं ने रामराज पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी की इस साल जनवरी में आई सालाना रिपोर्ट कहती है कि महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। देश में महिलाओं के ख़िलाफ़ 2018 में कुल 378,277 मामले हुए और अकेले यूपी में 59,445 मामले दर्ज किए गए। यानी देश के कुल महिलाओं के साथ किए गए अपराध का लगभग 15.8%।

इसके अलावा प्रदेश में कुल रेप   के 4,322 केस हुए। यानी हर दिन 11 से 12 रेप केस दर्ज हुए। ध्यान देने वाली बात ये है कि ये उन अपराधों पर तैयार की गई रिपोर्ट है जो थानों में दर्ज होते हैं। इन रिपोर्ट से कई ऐसे केस रह जाते हैं जिनकी थाने में कभी शिकायत ही दर्ज नहीं हो सकी। एनसीआरबी देश के गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है।

सत्ता पक्ष के नेता खुलेआम आरोपियों का मनोबल बढ़ाते हैं!

‘लॉ एंड ऑर्डर बेहतर स्थिति में है और आगे भी बेहतर स्थिति में रहेगा' कहने वाले सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन तमाम घटनाओं के चलते कानून व्यवस्था के नाम पर नाकामी का आरोप झेल रहे हैं। जानकारों के अनुसार प्रदेश में पुलिस प्रशासन का खौफ़ नहीं है। अपराधी लॉ एंड ऑर्डर की खुले-आम धज्जियां उड़ा रहे हैं और सरकार इसे बाहरी साजिश के नाम पर लीपा-पोती करने में लगी है। आए दिन सामने आ रही आपराधिक घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही तो वहीं दबंगों में क़ानून का भय ना के बराबर है। कई मामलों में तो सत्ता पक्ष के नेता खुलेआम आरोपियों के पक्ष में खड़े दिखाई देते हैं, जिससे उनका मनोबल और बढ़ता है। ऐसे में यह कहना बड़ा मुश्किल है कि अपराधियों में क़ानून का भय है और सीएम के रामराज के दावे में सच्चाई।

UttarPradesh
women safety
UP Law And Order
crimes against women
violence against women
UP police
Firozabad
Firozabad Police
Firozabad Murder case

Related Stories

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

तेलंगाना एनकाउंटर की गुत्थी तो सुलझ गई लेकिन अब दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?

चंदौली पहुंचे अखिलेश, बोले- निशा यादव का क़त्ल करने वाले ख़ाकी वालों पर कब चलेगा बुलडोज़र?

यूपी : महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ती हिंसा के विरोध में एकजुट हुए महिला संगठन

2023 विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र तेज़ हुए सांप्रदायिक हमले, लाउडस्पीकर विवाद पर दिल्ली सरकार ने किए हाथ खड़े

चंदौली: कोतवाल पर युवती का क़त्ल कर सुसाइड केस बनाने का आरोप

प्रयागराज में फिर एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या, दो साल की बच्ची को भी मौत के घाट उतारा

प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!

बिहार: आख़िर कब बंद होगा औरतों की अस्मिता की क़ीमत लगाने का सिलसिला?

उत्तर प्रदेश: योगी के "रामराज्य" में पुलिस पर थाने में दलित औरतों और बच्चियों को निर्वस्त्र कर पीटेने का आरोप


बाकी खबरें

  • एम.ओबैद
    एमपी : ओबीसी चयनित शिक्षक कोटे के आधार पर नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे
    26 Apr 2022
    चयनित शिक्षक पिछले एक महीने से नियुक्ति पत्र को लेकर प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन मांग पूरी न होने पर अंत में आमरण अनशन का रास्ता चयन किया।
  • अखिलेश अखिल
    यह लोकतांत्रिक संस्थाओं के पतन का अमृतकाल है
    26 Apr 2022
    इस पर आप इतराइये या फिर रुदाली कीजिए लेकिन सच यही है कि आज जब देश आज़ादी का अमृतकाल मना रहा है तो लोकतंत्र के चार प्रमुख स्तम्भों समेत तमाम तरह की संविधानिक और सरकारी संस्थाओं के लचर होने की गाथा भी…
  • विजय विनीत
    बलिया पेपर लीक मामला: ज़मानत पर रिहा पत्रकारों का जगह-जगह स्वागत, लेकिन लड़ाई अभी बाक़ी है
    26 Apr 2022
    "डबल इंजन की सरकार पत्रकारों को लाठी के जोर पर हांकने की हर कोशिश में जुटी हुई है। ताजा घटनाक्रम पर गौर किया जाए तो कानपुर में पुलिस द्वारा पत्रकारों को नंगाकर उनका वीडियो जारी करना यह बताता है कि…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    जन आंदोलनों के आयोजन पर प्रतिबंध अलोकतांत्रिक, आदेश वापस लें सरकार : माकपा
    26 Apr 2022
    माकपा ने सवाल किया है कि अब जन आंदोलन क्या सरकार और प्रशासन की कृपा से चलेंगे?
  • ज़ाहिद खान
    आग़ा हश्र काश्मीरी: गंगा-ज़मुनी संस्कृति पर ऐतिहासिक नाटक लिखने वाला ‘हिंदोस्तानी शेक्सपियर’
    26 Apr 2022
    नाट्य लेखन पर शेक्सपियर के प्रभाव, भारतीय रंगमंच में महत्वपूर्ण योगदान और अवाम में उनकी मक़बूलियत ने आग़ा हश्र काश्मीरी को हिंदोस्तानी शेक्सपियर बना दिया।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License