NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
थाईलैंड के प्रधानमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की हिंसात्मक कार्रवाई
प्रधानमंत्री आवास के पास सैन्य बैरकों के बाहर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के चलते कम से कम 16 लोगों के घायल होने की सूचना है।
पीपल्स डिस्पैच
01 Mar 2021
थाईलैंड के प्रधानमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की हिंसात्मक कार्रवाई

रविवार28 फरवरी को थाईलैंड की पुलिस ने बैंकाक में प्रधानमंत्री के आवास के मिलिट्री बैरक के बाहर प्रदर्शनकारियों पर हिंसात्मक कार्रवाई की। इस कार्रवाई में कम से कम 16 लोग घायल हो गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन और आंसू गैस गोले दागे और लाठियां बरसाई। प्रदर्शन स्थल से लाईव रिपोर्ट करने वाले प्रचाताई के अनुसार पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाने की कोशिश में रबर की गोलियों के इस्तेमाल का भी आरोप प्रदर्शनकारियों ने लगाया है। स्थानीय रिपोर्टों से पता चला है कि कम से कम 22 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने प्रदर्शन से गिरफ्तार किया जिनमें चार नाबालिग शामिल थे।

इस दिन इससे पहले कम से कम 2,000 लोगों ने संभ्रांत सैन्य इकाई फर्स्ट इन्फैंट्री रेजिमेंट के बैरक की ओर रुख किया जिसे राजा के सीधे आदेश के तहत प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास के आसपास से गुजारा गया था। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी शहर के प्रतिष्ठित विक्ट्री मोनूमेंट से बैरक तक मार्च किया। उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा और उनकी सैन्य समर्थित सरकार के तत्काल इस्तीफे की मांग की।

पुलिस ने कहा कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने बैरक में बोतलें फेंकी थीं जबकि कुछ ने पुलिस द्वारा कांटेदार तारों और शिपिंग कंटेनरों की लगाई गई अस्थाई बैरिकेड को हटाने की कोशिश की। पुलिस ने सख्त कार्रवाई की जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है। इनमें 16 घायलों की पुष्टि हुई है। रबड़ की गोलियों का कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया जिसे अधिकारियों ने अभी तक अस्वीकार किया है। यह कई महीनों में गैर-घातक बल का पहला ऐसा इस्तेमाल होगा।

पिछले दो हफ्तों से पिछले साल से आंदोलन को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारी प्रदर्शनों की श्रृंखला में बैंकॉक की सड़कों पर उतर रहे हैं। लेकिन रविवार को हुआ विशाल प्रदर्शन देश के कठोर लेसे मेज़स्टे (सम्राट का अपमान) कानूनों के तहत चार एक्टिविस्टों की अनिश्चितकालीन हिरासत की प्रतिक्रिया में हुआ था। चार एक्टिविस्ट अनोन नम्पा, परित चिवारक, पतिवत सरायीम और सोम्योत प्रुक्सकसेमसुक को बैंकाक में क्रिमिनल कोर्ट द्वारा तीसरी बार जमानत देने से इनकार कर दिया गया और ये अनिश्चित काल के लिए हिरासत में हैं।

हिरासत में लिए गए चार एक्टिविस्ट उन 58 एक्टिविस्टों और मशहूर हस्तियों में से हैं जिन पर पिछले साल विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने को लेकर पुलिस द्वारा उन पर लेसे मैजेस्टे का मुकदमा दर्ज किया गया था।

Thailand
Prayut Chan-o-cha
Protest
thailand police

Related Stories

मुंडका अग्निकांड के खिलाफ मुख्यमंत्री के समक्ष ऐक्टू का विरोध प्रदर्शन

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

दिल्लीः एलएचएमसी अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया का ‘कोविड योद्धाओं’ ने किया विरोध

बिजली संकट को लेकर आंदोलनों का दौर शुरू

नफ़रत देश, संविधान सब ख़त्म कर देगी- बोला नागरिक समाज

दिल्ली: लेडी हार्डिंग अस्पताल के बाहर स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी, छंटनी के ख़िलाफ़ निकाला कैंडल मार्च

यूपी: खुलेआम बलात्कार की धमकी देने वाला महंत, आख़िर अब तक गिरफ़्तार क्यों नहीं

हिमाचल: प्राइवेट स्कूलों में फ़ीस वृद्धि के विरुद्ध अभिभावकों का ज़ोरदार प्रदर्शन, मिला आश्वासन 

स्कीम वर्कर्स संसद मार्च: लड़ाई मूलभूत अधिकारों के लिए है

ख़बर भी-नज़र भी: किसानों ने कहा- गो बैक मोदी!


बाकी खबरें

  • srilanka
    न्यूज़क्लिक टीम
    श्रीलंका: निर्णायक मोड़ पर पहुंचा बर्बादी और तानाशाही से निजात पाने का संघर्ष
    10 May 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने श्रीलंका में तानाशाह राजपक्षे सरकार के ख़िलाफ़ चल रहे आंदोलन पर बात की श्रीलंका के मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. शिवाप्रगासम और न्यूज़क्लिक के प्रधान…
  • सत्यम् तिवारी
    रुड़की : दंगा पीड़ित मुस्लिम परिवार ने घर के बाहर लिखा 'यह मकान बिकाऊ है', पुलिस-प्रशासन ने मिटाया
    10 May 2022
    गाँव के बाहरी हिस्से में रहने वाले इसी मुस्लिम परिवार के घर हनुमान जयंती पर भड़की हिंसा में आगज़नी हुई थी। परिवार का कहना है कि हिन्दू पक्ष के लोग घर से सामने से निकलते हुए 'जय श्री राम' के नारे लगाते…
  • असद रिज़वी
    लखनऊ विश्वविद्यालय में एबीवीपी का हंगामा: प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक रविकांत चंदन का घेराव, धमकी
    10 May 2022
    एक निजी वेब पोर्टल पर काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर की गई एक टिप्पणी के विरोध में एबीवीपी ने मंगलवार को प्रोफ़ेसर रविकांत के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया। उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में घेर लिया और…
  • अजय कुमार
    मज़बूत नेता के राज में डॉलर के मुक़ाबले रुपया अब तक के इतिहास में सबसे कमज़ोर
    10 May 2022
    साल 2013 में डॉलर के मुक़ाबले रूपये गिरकर 68 रूपये प्रति डॉलर हो गया था। भाजपा की तरफ से बयान आया कि डॉलर के मुक़ाबले रुपया तभी मज़बूत होगा जब देश में मज़बूत नेता आएगा।
  • अनीस ज़रगर
    श्रीनगर के बाहरी इलाक़ों में शराब की दुकान खुलने का व्यापक विरोध
    10 May 2022
    राजनीतिक पार्टियों ने इस क़दम को “पर्यटन की आड़ में" और "नुकसान पहुँचाने वाला" क़दम बताया है। इसे बंद करने की मांग की जा रही है क्योंकि दुकान ऐसे इलाक़े में जहाँ पर्यटन की कोई जगह नहीं है बल्कि एक स्कूल…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License