NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कार्टून क्लिक: काम किसी का, नाम किसी का!
यूपी की योगी सरकार विज्ञापन के जरिये अपनी छवि चमकाना चाहती है, लेकिन यह दांव उसपर उल्टा पड़ गया है। कार्टूनिस्ट इरफ़ान के मुताबिक अब तो शायद यूपी सरकार को हर विज्ञापन के साथ यह सूचना छापनी पड़े- “विज्ञापन में दिखाई गईं सारी तस्वीरें उप्र की ही हैं। सूचना- जनहित में जारी। ”
आज का कार्टून
13 Sep 2021
cartoon

यूपी की योगी सरकार विज्ञापन के जरिये अपनी छवि चमकाना चाहती है, लेकिन यह दांव उसपर उल्टा पड़ गया है। जी हां, आपको मालूम ही है कि एक बड़े अख़बार में यूपी के विकास की जो तस्वीर विज्ञापन के रूप में प्रकाशित हुई वो बंगाल की निकली। सो भद्द तो पिटनी ही थी।

विवाद बढ़ने के साथ ही अखबार ने माफ़ी मांग ली और ट्वीट कर कहा कि मार्केटिंग विभाग की भूल की वजह से ऐसा हुआ। हालांकि बंगाल में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी कह रही है कि यूपी सरकार को इसकी ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि किसी भी अख़बार में अगर कोई विज्ञापन छपता है तो वह बगैर अप्रूवल के नहीं छपता। ऐसे में अख़बार को नहीं बल्कि यूपी सरकार की पूरी ज़िम्मेदारी लेनी होगी।

उधर, समाजवादी पार्टी ने भी योगी सरकार पर हमला बोला है। सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि “अभी तक तो सपा की सरकार के कामों को ही उप्र की भाजपा सरकार अपना बता-बता के झूठा प्रचार कर रही थी पर अब तो झूठ की हद ही हो गई है जब वो कोलकाता की तस्वीर को अपने विकास की तस्वीर बता रही है। भाजपा को ‘झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अंतरराष्ट्रीय संस्थान’ खोल लेना चाहिए।”

अभी तक तो सपा की सरकार के कामों को ही उप्र की भाजपा सरकार अपना बता-बता के झूठा प्रचार कर रही थी पर अब तो झूठ की हद ही हो गई है जब वो कोलकाता की तस्वीर को अपने विकास की तस्वीर बता रही है।

भाजपा को ‘झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अंतरराष्ट्रीय संस्थान’ खोल लेना चाहिए। #भाजपा_ख़त्म pic.twitter.com/EV4D3zhsVn

— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 12, 2021

cartoon click
Irfan ka cartoon
cartoon
UttarPradesh
UP ELections 2022
Yogi Adityanath

Related Stories

बदायूं : मुस्लिम युवक के टॉर्चर को लेकर यूपी पुलिस पर फिर उठे सवाल

कार्टून क्लिक: उनकी ‘शाखा’, उनके ‘पौधे’

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

राज्यसभा चुनाव: टिकट बंटवारे में दिग्गजों की ‘तपस्या’ ज़ाया, क़रीबियों पर विश्वास

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

कार्टून क्लिक: मैंने कोई (ऐसा) काम नहीं किया जिससे...

UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश

क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?


बाकी खबरें

  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: गुजरात में मोदी के चुनावी प्रचार से लेकर यूपी में मायावती-भाजपा की दोस्ती पर..
    03 Apr 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस बार भी कुछ ज़रूरी राजनीतिक ख़बरों को लेकर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : आग़ा हश्र कश्मीरी की दो ग़ज़लें
    03 Apr 2022
    3 अप्रैल 1879 में जन्मे उर्दू शायर, अफ़सानानिगार और प्लेराइट आग़ा हश्र कश्मीरी की जयंती पर पढ़िये उनकी दो ग़ज़लें...
  • april fools
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    एप्रिल फूल बनाया, हमको गुस्सा नहीं आया
    03 Apr 2022
    अभी परसों ही एक अप्रैल गुजरा है। एप्रिल फूल बनाने का दिन। अभी कुछ साल पहले तक एक अप्रैल के दिन लोगों को बेवकूफ बनाने का काफी प्रचलन था। पर अब लगता है लोगों ने यह एक अप्रैल को फूल बनाने का चक्कर अब
  • ज़ाहिद खान
    कलाकार: ‘आप, उत्पल दत्त के बारे में कम जानते हैं’
    03 Apr 2022
    ‘‘मैं तटस्थ नहीं पक्षधर हूं और मैं राजनीतिक संघर्ष में विश्वास करता हूं। जिस दिन मैं राजनीतिक संघर्ष में हिस्सा लेना बंद कर दूंगा, मैं एक कलाकार के रूप में भी मर जाऊंगा।’’
  • hafte ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    CBI क्यों बनी 'तोता', कैसे हो सकती है आजाद, CJI ने क्यों जताई चिंता
    02 Apr 2022
    दिल्ली स्पेशल पुलिस एस्टेब्लिशमेन्ट एक्ट-1946 के तहत सन् 1963 में स्थापित सीबीआई और देश की अन्य जांच एजेंसियों को क्यों सरकारी नियंत्रण से मुक्त होना चाहिए? एक सुसंगत लोकतंत्र के लिए इन संस्थाओं का…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License