NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
चुनाव 2019 : गणित बता रहा है कि यूपी में भाजपा का गणित गड़बड़ा गया है
न्यूज़क्लिक के डेटा विश्लेषण के मुताबिक पांच चरणों में यूपी की 53 सीटों में से सपा+बसपा+ रालोद गठबंधन भाजपा से 35-16 सीट से आगे चल रहा है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
06 May 2019
Translated by महेश कुमार
UP CHUNAV

ताज़ा अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश में 6 मई को हो रहे वाले 5वें चरण के मतदान के बाद, न हारने वाला अजेय गठबंधन भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध अपनी निर्णायक बढ़त को बनाए रखेगा, और 14 सीटों पर होने वाले मतदान में से आठ सीट पर जीत हासिल करेगा जबकि कांग्रेस अपनी दोनों सीटों को बरकरार रखेगी। भाजपा को सिर्फ चार सीटों से ही संतोष करना पड़ेगा। 2014 के चुनावों की तुलना में, सत्तारूढ़ भाजपा का यह बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन होगा, जिसने तब इनमें से 12 सीटें जीती थीं। इसका संकेत न्यूज़क्लिक की डेटा एनालिटिक्स टीम द्वारा किए गए सीट के अनुमानों से लगाया है जिसका आधार 2017 में हुए विधानसभा चुनाव परिणामों को बनाया गया है और यह भी माना जा रहा है कि अगर भाजपा से 2.5 प्रतिशत मत दूर होते हैं तो उपरोक्त परिणाम सामने आएंगे।

अगर यूपी में हुए पहले पांच चरणों के मतदान के अनुमानित परिणामों को जोड़ दें, तो समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) का गठबंधन 53 में से 35 सीटें हासिल करने जा रहा हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में इसे केवल चार सीटें ही मिली थी। अनुमान के मुताबिक कांग्रेस अपनी दोनों सीटें बरकरार रख पाएगी का भी अनुमान है जबकि भाजपा इस बार 2014 में जीती 47 सीटों में से मात्र 16 सीटों पर सिमट जाएगी।

UP FIVE PHASES.jpg

पांचवें चरण के होने वाले मतदान में अवध क्षेत्र के निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं, जिसमें बुंदेलखंड का कुछ हिस्सा भी शामिल है। इस चरण में होने वाले चुनाव में लखनऊ सबसे बड़ा शहर है। इसमें फैजाबाद निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल है, जहां अयोध्या, विवादित राम जन्मभूमि/बाबरी मस्जिद का स्थान है। यह इलाका बहराइच के बेहद उपेक्षित तराई जिलों और खीरी के कुछ हिस्सों, उपजाऊ मैदानों से होते हुए बांदा के शुष्क और पिछड़े बुंदेलखंड जिले तक फैला है।

यह मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र है, औद्योगिकीकरण बहुत कम है, कुछ जिलों में स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर चौंकाने वाली स्थिति है (न्यूज़क्लिक के सहयोग से इंडियास्पेंड द्वारा स्थापित Factchecker.in का निर्वाचन क्षेत्र अनुभाग देखें)।

मिसाल के तौर पर, तराई क्षेत्र के बहराइच जिले में, 5 साल से कम उम्र के 65 प्रतिशत बच्चे अविकसित हैं और 74 प्रतिशत बच्चों में खून की कमी है। कक्षा V के स्तर पर स्कूल से ड्रॉप-आउट दर चौंका देने वाली 41 प्रतिशत की है और महिलाओं में 10 साल तक की स्कूली शिक्षा केवल 16 प्रतिशत ने पूरी की है। मोहनलालगंज जिले में, जोकि लखनऊ के ठीक बगल में है, 41 प्रतिशत बच्चे अविकसित हैं और 68 प्रतिशत बच्चों खून की कमी से पीड़ित थे। उस पर 55 प्रतिशत से अधिक महिलाएं भी खून की कमी से पीड़ित पाई गयी हैं। दक्षिणी छोर पर, बांदा में भी स्थिति कुछ अलग नहीं है, यहां 5 से कम उम्र के बच्चों में 48 प्रतिशत अविकसित हैं और 67 प्रतिशत खून की कमी से पीड़ित हैं। केवल 26 प्रतिशत महिलाओं ने 10 वर्ष या उससे ज्यादा समय तक स्कूली शिक्षा हासिल की है।

उत्तर प्रदेश के इस हिस्से में बीजेपी के अनुमानित नुकसान से आगामी छठे और सातवें चरण के मतदान में आने वाली स्थिति का जायज़ा स्पष्ट रुप से लिया जा सकता है, जो पांचवें चरण के निर्वाचन क्षेत्रों के समान ही हैं। यह यूपी के पूर्वी हिस्से में पड़ने वाला एक बहुत बड़ा जनसंख्या घनत्व का क्षेत्र है और पारंपरिक रूप से सपा और बसपा दोनों का गढ़ रहा है। उनका एक साथ आना गठबन्धन को बहुत मज़बूत स्थिति में ले आया है, जैसा कि पिछले साल गोरखपुर और फूलपुर उपचुनावों में हुआ था, जहाँ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सीटें गठबंधन ने जीत ली थी।

 

2019 आम चुनाव
General elections2019
2019 Lok Sabha elections
Uttar pradesh
FIVE PHASES
BJP
Gathbandhan
Congress

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

आजमगढ़ उप-चुनाव: भाजपा के निरहुआ के सामने होंगे धर्मेंद्र यादव

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !


बाकी खबरें

  • लव पुरी
    क्या यही समय है असली कश्मीर फाइल को सबके सामने लाने का?
    04 Apr 2022
    कश्मीर के संदर्भ से जुडी हुई कई बारीकियों को समझना पिछले तीस वर्षों की उथल-पुथल को समझने का सही तरीका है।
  • लाल बहादुर सिंह
    मुद्दा: क्या विपक्ष सत्तारूढ़ दल का वैचारिक-राजनीतिक पर्दाफ़ाश करते हुए काउंटर नैरेटिव खड़ा कर पाएगा
    04 Apr 2022
    आज यक्ष-प्रश्न यही है कि विधानसभा चुनाव में उभरी अपनी कमजोरियों से उबरते हुए क्या विपक्ष जनता की बेहतरी और बदलाव की आकांक्षा को स्वर दे पाएगा और अगले राउंड में बाजी पलट पायेगा?
  • अनिल अंशुमन
    बिहार: विधानसभा स्पीकर और नीतीश सरकार की मनमानी के ख़िलाफ़ भाकपा माले का राज्यव्यापी विरोध
    04 Apr 2022
    भाकपा माले विधायकों को सदन से मार्शल आउट कराये जाने तथा राज्य में गिरती कानून व्यवस्था और बढ़ते अपराधों के विरोध में 3 अप्रैल को माले ने राज्यव्यापी प्रतिवाद अभियान चलाया
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में एक हज़ार से भी कम नए मामले, 13 मरीज़ों की मौत
    04 Apr 2022
    देश में एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 0.03 फ़ीसदी यानी 12 हज़ार 597 हो गयी है।
  • भाषा
    श्रीलंका के कैबिनेट मंत्रियों ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दिया
    04 Apr 2022
    राजनीतिक विशेषज्ञों ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट से सरकार द्वारा कथित रूप से ‘‘गलत तरीके से निपटे जाने’’ को लेकर मंत्रियों पर जनता का भारी दबाव था।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License