NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
शिक्षा
भारत
डीयू के गणित विभाग के छात्रों के बाद अब भौतिकी विभाग के छात्र भी अंदोलन की राह पर
प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कारण बताओ नोटिस दिया गया है। SFI , KYS , DSU सहित कई अन्य छात्र संगठनों ने डीयू प्रशासन की निंदा की है।
मुकुंद झा
20 Mar 2019
डीयू के गणित विभाग के छात्रों के बाद अब भौतिकी विभाग के छात्र भी अंदोलन की राह पर

दिल्ली विश्वविद्यालय के गणित विभाग के छात्रों का पिछले एक महीने से बड़ी संख्या में छात्रों को फ़ेल करने और रिज़ल्ट में अनियमिता को लेकर प्रदर्शन जारी है। अब इसमें भौतिकी विभाग के छात्रों के साथ कई अन्य विभाग के छात्र भी इस तरह की गड़बड़ियों को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं।

भौतिकी विभाग व अन्य विभाग जैसे अंग्रेज़ी, NCWEB में असफ़ल छात्रों के आंकड़ों ने छात्रों और प्रोफ़ेसरों में खलबली मचा दी है।

इस बीच प्रदर्शन में शामिल हो रहे कई छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कारण बताओ नोटिस दिया जा गया है। जिससे छात्र काफ़ी ग़ुस्से में हैं, उन छात्रों का कहना है कि प्रशासन हमारे मौलिक अधिकार को भी ख़त्म कर रहा है। लेकिन अब हम डरने वाले नहीं हैं।

आपको बात दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के गणित और अंग्रेज़ी विभाग के छात्रों का M.A./MSc के सेमेस्टर परीक्षा में 40 में से 35 छात्रों को फ़ेल करने के ख़िलाफ़ मोर्चा जारी है। छात्र एक महीने से प्रशासन के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर छात्रों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के उप-कुलपति के ऑफ़िस के सामने धरना दिया। इस दौरान छात्रों ने जब कुलपति से मिलने के लिए अंदर घुसने की कोशिश की तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इस प्रदर्शन को SFI,  KYS , DSU सहित कई अन्य छात्र संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है।

 

प्रशासन द्वारा जारी किया गया नोटिस 

डीयू प्रशासन के छात्रों को नोटिस देने और हठी रवैये को लेकर एसएफ़आई, DSU, KYS  सहित प्रदर्शन कर रहे तमाम छात्र और छात्र संगठनों ने निंदा की है। छात्रों का आंदोलन जल्द ख़त्म होगा इसके आसार कम ही दिख रहे हैं क्योंकि प्रशासन इनकी मांगों को मानने के मूड में दिख नहीं रहा है जबकि दूसरी ओर छात्र भी आर पार के मूड में हैं।
छात्रों ने डीयू की वेबसाइट द्वारा उपलब्ध कराए गए परिणामों के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पहले सेमेस्टर की परीक्षाओं में, 279 में से 262 छात्र भौतिकी की थ्योरी परीक्षा, आंतरिक परीक्षण या दोनों में या कम से कम एक विषय में फ़ेल हो गए थे। केवल 17 छात्र ही हैं जो पास होने में सफ़ल हुए।

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में कोई पहली बार नहीं है जब इस तरह से सामूहिक रूप से छात्रों को फ़ेल किया गया हो। एसएफ़आई के राज्य उपाध्यक्ष सुमित कटारिया ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए कहा, "कुछ ऐसा ही 2010 में हुआ था, जब इतिहास विभाग के उस समय के पूरे डिपार्टमेंट यानी दोनों बैच, 2009-11 और 2010-12 ने मिलकर प्रतिरोध किया था। इसका फ़ायदा तो हुआ लेकिन यह किसी एक विभाग की बात नहीं है। विश्वविद्यालय में कई ऐसे विभाग हैं जहाँ छात्रों को बिना उनकी ग़लती के फ़ेल कर दिया जाता है यहाँ तक कि हमारे सामने ऐसे भी उदाहरण हैं जहाँ बिना उत्तरपुस्तिका जांचे ही नंबर दे दिए जाते हैं।"

इसे भी पढ़ें: सेमेस्टर परीक्षा में फेल करने के खिलाफ डीयू में आंदोलन तेज़

आगे वो कहते हैं कि यही हुआ है भौतिकी व गणित विभाग के छात्रों के साथ। इसलिए इन विभाग के छात्रों सहित तमाम प्रगतिशील छात्र संगठन संघर्ष कर रहे हैं। संघर्ष से ही इस समस्या का रास्ता निकलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि विभाग व विश्वविद्यालय प्रशासन उचित क़दम उठा कर विद्यार्थियों की समस्या का समाधान करेगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो एक बड़े अंदोलन के लिए प्रशासन को तैयार रहने को कहा।
DU NOTICE.jpg 
NCWEB (ग़ैर कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड) और अन्य विभाग का भी यही हाल है

NCWEB डीयू का सबसे उपेक्षित विभाग है जहाँ छात्राएँ, जो ज़्यादातर मामलों में नियमित अध्ययन का हिस्सा नहीं बनती हैं , वो इस विभाग में प्रवेश लेती हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त करने का प्रयास करती हैं। इस विभाग में विफ़लता की दर 97% है। उनके आंतरिक अंक भी विश्वविद्यालय द्वारा नहीं दिखाए गए हैं और कई चौंकाने वाले मामलों में हमने देखा है कि एक ही पैटर्न रहता है जिससे कि इन लड़कियों को बिना किसी ग़लती के दरकिनार किया जा सकता है।
भौतिकी जैसे अन्य विभागों में बड़े पैमाने पर विफ़लताओं के बारे में सबूत हैं जो बहुत परेशान करते हैं और कई खुलासे करते हैं। पीजी छात्रों को विषय चुनने के विकल्प से वंचित किया जाता है, उन्हें बताया जाता है कि बहुमत विफ़ल होने के लिए बाध्य है। शिक्षा प्रदान करने का ऐसा पूर्व निर्धारित तरीक़ा बिल्कुल भयावह है और इसे संबोधित करना संस्था की ज़िम्मेदारी है।
इसके अलावा, दयाल सिंह कॉलेज के प्रोफ़ेसर सचिन निर्मल ने कहा है कि कुछ विभागों में एमए और एमएससी में फ़ेल होने की दर 90 प्रतिशत तक है।
भौतिकी विभाग में विफ़लता के आंकड़े गणित विभाग में बड़े पैमाने पर असफ़लता की तरह ही हैं। गणित में 39 छात्रों में से 35, 300 छात्रों में से 150 छात्र पहले और तीसरे सेमेस्टर में असफ़ल रहे हैं। इन छात्रों को लेकर प्रोफ़ेसर सचिन निर्मल ने कहा, "इन छात्रों की योग्यता पर कोई भी संदेह नहीं है क्योंकि यह बहुत उच्च कोटि परीक्षाओं में बेहद उच्च अंकों के साथ पास होते हैं तभी इन्हें डीयू में स्थान मिला है। लेकिन कुछ ही समय में डीयू में प्रवेश लेने के बाद वे असफ़ल छात्र बन जाते हैं। ये क्यों होता है?" कुलपति, रजिस्ट्रार, डीन और विभाग के शिक्षक सभी इस संकट के लिए ज़िम्मेदार हैं जो लंबे समय से सामूहिक विफ़लताओं को ख़त्म करने में असफ़ल रहे हैं।

 इसे भी पढ़ें:   डीयू की मनमानी के खिलाफ गणित के छात्र एकजुट, नामांकन वापस लिया

DU students
Delhi University
students'Protest
Higher education
Education Rights
India
Delhi students
DU students

Related Stories

SFI ने किया चक्का जाम, अब होगी "सड़क पर कक्षा": एसएफआई

डीयू के छात्रों का केरल के अंडरग्रेजुएट के ख़िलाफ़ प्रोफ़ेसर की टिप्पणी पर विरोध

डीयू: एनईपी लागू करने के ख़िलाफ़ शिक्षक, छात्रों का विरोध

प्रत्यक्ष कक्षाओं की बहाली को लेकर छात्र संगठनों का रोष प्रदर्शन, जेएनयू, डीयू और जामिया करेंगे  बैठक में जल्द निर्णय

कभी रोज़गार और कमाई के बिंदु से भी आज़ादी के बारे में सोचिए?

जनांदोलन के लिए संसदीय संघर्ष के इस्तेमाल का नायाब प्रयोग है किसान-आंदोलन

डूटा ने ‘पैटर्न ऑफ असिस्टेंस’ दस्तावेज़ के ख़िलाफ़ कुलपति कार्यालय पर किया प्रदर्शन

दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने वेतन नहीं मिलने के विरोध में की हड़ताल

डीयू खोलने की मांग को लेकर छात्रों की 48 घंटे की भूख हड़ताल, पुलिस ने हिरासत में लिया

बीएचयू: सोते हुए छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई, थाना घेराव के बाद गिरफ़्तार छात्र हुए रिहा


बाकी खबरें

  • भाषा
    महाराष्ट्र : एएसआई ने औरंगज़ेब के मक़बरे को पांच दिन के लिए बंद किया
    19 May 2022
    महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रवक्ता गजानन काले ने मंगलवार को कहा था कि औरंगजेब के मकबरे की कोई जरूरत नहीं है और उसे ज़मींदोज़ कर दिया जाना चाहिए, ताकि लोग वहां न जाएं। इसके बाद, औरंगाबाद के…
  • मो. इमरान खान
    बिहार पीयूसीएल: ‘मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा फहराने के लिए हिंदुत्व की ताकतें ज़िम्मेदार’
    19 May 2022
    रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदुत्ववादी भीड़ की हरकतों से पता चलता है कि उन्होंने मुसलमानों को निस्सहाय महसूस कराने, उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने और उन्हें हिंसक होकर बदला लेने के लिए उकसाने की…
  • वी. श्रीधर
    भारत का गेहूं संकट
    19 May 2022
    गेहूं निर्यात पर मोदी सरकार के ढुलमुल रवैये से सरकार के भीतर संवादहीनता का पता चलता है। किसानों के लिए बेहतर मूल्य सुनिश्चित करने की ज़िद के कारण गेहूं की सार्वजनिक ख़रीद विफल हो गई है।
  • एम. के. भद्रकुमार
    खाड़ी में पुरानी रणनीतियों की ओर लौट रहा बाइडन प्रशासन
    19 May 2022
    संयुक्त अरब अमीरात में प्रोटोकॉल की ज़रूरत से परे जाकर हैरिस के प्रतिनिधिमंडल में ऑस्टिन और बर्न्स की मौजूदगी पर मास्को की नज़र होगी। ये लोग रूस को "नापसंद" किये जाने और विश्व मंच पर इसे कमज़ोर किये…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में आज फिर कोरोना के मामलों में क़रीब 30 फ़ीसदी की बढ़ोतरी 
    19 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटो में कोरोना के 2,364 नए मामले सामने आए हैं, और कुल संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 31 लाख 29 हज़ार 563 हो गयी है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License