NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
हरियाणा में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान चार की मौत
हरियाणा के रोहतक में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस के चपेट में आने से चार कर्मचारियों की मौत हो गई। चारों की उम्र 22 से 30 साल के बीच थी।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
27 Jun 2019
फाइल फोटो

हरियाणा के रोहतक में बुधवार को सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान जहरीली गैस के चपेट में आने से चार कर्मचारियों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि चार में तीन कर्मचारियों को निजी तौर पर रखा गया था जबकि एक कर्मचारी का संबंध लोक स्वास्थ्य विभाग से था। वे सभी टैंक को साफ करने के लिए उसमें उतरे थे।

रोहतक के पुलिस उपाधीक्षक गोरखपाल ने फोन पर बताया कि वे टैंक को साफ करने के लिए उसमें उतरे थे, जैसे ही उन्होंने अपना काम शुरू किया, वे किसी जहरीली गैस की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि चारों की उम्र 22 से 30 साल के बीच थी। मामले की जांच चल रही है।

सीपीएम ने जताया दुख 

सफाई कर्मचारियों की दर्दनाक मौत पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने गहरा विक्षोभ प्रकट करते हुए सरकार से मृतक कर्मचारियों के परिजनों के लिए उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग की है।

दर्दनाक घटना की सूचना मिलते ही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य इंद्रजीत सिंह की अगुवाई में शव गृह में शोकाकुल मृतक कर्मचारियों के परिजनों व हमदर्द से मिलने गए।

पार्टी ने कहा कि ये दर्दनाक घटना प्रदेश में सफाई कर्मचारियों के प्रति हरियाणा सरकार के रवैए को तो उजागर करता ही है, साथ ही भाजपा सरकार द्वारा नौकरियां देने के महिमामंडन का भी पर्दाफाश कर रही है। आलम यह है कि बेरोजगार युवा मौत के मुंह में जाकर काम करने को मजबूर है। पार्टी ने कहा कि पिछले एक साल के भीतर प्रदेश में अलग-अलग घटनाओं में 10 से ज्यादा सफाई कर्मचारी अपनी जान गवां चुके हैं। 

पार्टी ने इन मौतों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस दर्दनाक घटना के लिए अपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। साथ ही सभी सफाई कर्मचारियों को पक्का कर्मचारी घोषित कर सभी सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाए जाएं। इस घटना में मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा व आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

 

Haryana
haryana govt.
Manual Scavengers
manual scavenger
manual scavenging
CPM

Related Stories

यूपी: सफ़ाईकर्मियों की मौत का ज़िम्मेदार कौन? पिछले तीन साल में 54 मौतें

हरियाणा का डाडम पहाड़ी हादसाः"मुनाफे की हवस में गई मज़दूरों की जान"

नूंह के रोहिंग्या कैंप में लगी भीषण आग का क्या कारण है?

सीवर में उतरे सफाईकर्मी की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत, मामला दर्ज

सेना भर्ती परीक्षा से लौट रहे नौ युवकों की सड़क हादसे में मौत

‘पापा कया ऐतै (पापा कब आएंगे)?’

मध्य प्रदेश में जहरीली गैस से तीन मजदूरों की मौत

मानसून, सीवर की सफ़ाई और मज़दूरों की टूटती सांसें

हरियाणा में कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी की गोली मार कर हत्या

वड़ोदरा : होटल में सीवर साफ करने के दौरान 4 सफाईकर्मियों समेत 7 की मौत


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License