NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
हरियाणा रोडवेज़ हड़ताल: सरकार का खराब रैवया, कर्मचारियों का संघर्ष तीव्र
हरियाणा के सभी वामपंथी दलों ने रोडवेज़ की हड़ताल के तहत आज पूरे हरियाणा में ब्लॉक स्तर पर रैली व् बैठकें हुईंI पुलिस ने सीपीएम के राज्य सचिव सुरेन्द्र मलिक समेत 14 लोगों को हिरासत में ले लियाI
मुकुंद झा
31 Oct 2018
हरियाणा रोडवेज हड़ताल
हरियाणा के सभी वामपंथी दलों ने रोडवेज़ की हड़ताल के समर्थन में आज पूरे हरियाणा में ब्लॉक स्तर पर रैली व् बैठकें कींI

हरियाणा रोडवेज़ की हड़ताल का आज 15वां  दिन है लेकिन अब तक कर्मचारियों की परेशानियों का कोई हल होता नहीं दिख रहाI हरियाणा सरकार के दमन के बावजूद भी कर्मचारी हड़ताल खत्म नहीं कर रहेI बल्कि हरियाणा की भाजपा सरकार की मुश्किलें और बढ़ गई हैंI कल मंगलावर से  ही हरियाणा सरकार के अन्य विभाग के तकरीबन 2 लाख से अधिक कर्मचारी रोडवेज़ के कर्मचारियों के समर्थन में हड़ताल पर हैंI इसके साथ ही हड़ताली कर्मचारियों को पूरे हरियाणा का जन समर्थन मिल रहा है|

इसे भी पढ़े :- हरियाणा रोडवेज़ हड़ताल: जनता और अन्य सरकारी कर्मचारियों का समर्थन

आज हरियाणा के सभी वामपंथी दलों ने रोडवेज़ की हड़ताल के समर्थन में आज पूरे हरियाणा में ब्लॉक स्तर पर रैली व् बैठकें कींI जिनमें आम जनता का भरपूर समर्थन मिला। अब तक मिली जानकरी के मुताबिक बिजली निगम, पर्यटन, शिक्षा विभाग, नगरपालिका, वन, पीडब्ल्यूडी, जन स्वास्थ्य, नहर विभाग, पटवारी, लिपिक, आशा वर्कर्स, मिड डे मील वर्कर्स, स्कीम वर्कर्स, अध्यापक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आदि लाखों कर्मचारियों हड़ताल पर हैं। मिल रही जानकारी के मुताबिक हरियाणा पुलिस ने आज मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के राज्य सचिव सुरेन्द्र मलिक समेत 14 लोगों को हिरासत में ले लिया है जो रोडवेज़ कर्मचारियों के समर्थन में रैली कर रहे थे|

हरियाणा रोडवेज हड़ताल.jpeg

इसे भी पढ़े:- वामपंथी दल हरियाणा रोडवेज़ कर्मियों के साथ आए, अन्य विभागों में भी हड़ताल

इन सबके बाद भी हरियाणा सरकार अपने जिद्द पड़ अड़ी हुई हैI रोडवेज़ कर्मचारियों पर एक के बाद एक दमनकारी कार्यवाहियाँ जारी रखे हैI कल हरियाणा सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि वो 16  अक्टूबर  से हड़ताली कर्मचारियों के वेतन  कटेगीI जिससे रोडवेज़ कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया और कर्मचारियों ने ऐलान किया जब तक सरकार अपने निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लेती तब तक ये हड़ताल जरी रहेगी|

तालमेल कमेटी कहना है कि "अब, सरकार ने फिर से 'किलोमीटर' के आधार पर राज्य परिवहन मार्गों में काम करने के लिए 720 निजी बसों को अनुबंध पर लेने के लिए कदम उठाए हैं। यह स्पष्ट है कि सरकार की इस तरह की कार्यवाही अंततः सबसे कुशलता से चलने वाली सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का निजीकरण करने के लिए प्रेरित है। हरियाणा रोडवेज़ को देश में सबसे बेहतर सार्वजानिक परिवहन व्यवस्था के लिए कई बार इनाम मिल चुका है उसे भाजपा निजी हाथो को बेचना चाहती है|”

इसे भी पढ़े:-हरियाणा रोडवेज़ कर्मचारी क्यों है हड़ताल पर?

हरियाणा रोडवेज़ कर्मचारी तालमेल कमेटी का कहना है कि “सरकार भारी नुकसान का हवाला देते हुए सार्वजनिक परिवहन को बंद करने की कोशिश कर रही हैI जबकि दूसरी तरफ वास्तविकता यह है कि जो भी नुकसान सार्वजनिक परिवहन को हो रहा है वह इस कारण है कि मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारी बाज़ार की कीमतों में दो से तीन गुना पर बसों के स्पेयर पार्ट्स खरीद रहे है, ताकि वे अपने कमीशन बना सकें।”

सीटू का समर्थन रोडवेज को.jpeg

हरियाणा रोडवेज़ कर्मचारी तालमेल कमेटी के सदस्य धर्मवीर हुड्डा ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए कहा कि, “खट्टर सरकार ये सोच रही है कि वो कर्मचारियों की सैलरी काट कर आन्दोलन खत्म कर लेगी, जबकि रोडवेज़ का कर्मचारी तो सार्वजनिक परिवहन को बचने के लिए अपनी नौकरी तक को दाँव पर लगा कर बैठा हैI हमारे सैंकड़ों साथी एस्मा के तहत मुकदमा झेल रहे हैं, सैंकड़ों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया हैI इसके बाद भी ये आन्दोलन चल रहा है क्योंकि ये कर्मचारी अपने स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि हरियाणा की आम जनता के लिए लड़ रहे हैं, नौजवानों के पक्के रोज़गार के लिए लड़ रहे है|”

 

Haryana
haryana roadways strike
BJP Govt
manohar laal khattar
CITU
CPIM
AIKS

Related Stories

मुंडका अग्निकांड: 'दोषी मालिक, अधिकारियों को सजा दो'

मुंडका अग्निकांड: ट्रेड यूनियनों का दिल्ली में प्रदर्शन, CM केजरीवाल से की मुआवज़ा बढ़ाने की मांग

झारखंड-बिहार : महंगाई के ख़िलाफ़ सभी वाम दलों ने शुरू किया अभियान

त्रिपुरा: सीपीआई(एम) उपचुनाव की तैयारियों में लगी, भाजपा को विश्वास सीएम बदलने से नहीं होगा नुकसान

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

छोटे-मझोले किसानों पर लू की मार, प्रति क्विंटल गेंहू के लिए यूनियनों ने मांगा 500 रुपये बोनस

हिसारः फसल के नुक़सान के मुआवज़े को लेकर किसानों का धरना

डीवाईएफ़आई ने भारत में धर्मनिरपेक्षता को बचाने के लिए संयुक्त संघर्ष का आह्वान किया

श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन मामले को सुनियोजित रूप से ज्ञानवापी मस्जिद-मंदिर के विवाद में बदला गयाः सीपीएम

मुंडका अग्निकांड: सरकारी लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रेड यूनियनों ने डिप्टी सीएम सिसोदिया के इस्तीफे की मांग उठाई


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बिहार : गेहूं की धीमी सरकारी ख़रीद से किसान परेशान, कम क़ीमत में बिचौलियों को बेचने पर मजबूर
    30 Apr 2022
    मुज़फ़्फ़रपुर में सरकारी केंद्रों पर गेहूं ख़रीद शुरू हुए दस दिन होने को हैं लेकिन अब तक सिर्फ़ चार किसानों से ही उपज की ख़रीद हुई है। ऐसे में बिचौलिये किसानों की मजबूरी का फ़ायदा उठा रहे है।
  • श्रुति एमडी
    तमिलनाडु: ग्राम सभाओं को अब साल में 6 बार करनी होंगी बैठकें, कार्यकर्ताओं ने की जागरूकता की मांग 
    30 Apr 2022
    प्रदेश के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 22 अप्रैल 2022 को विधानसभा में घोषणा की कि ग्रामसभाओं की बैठक गणतंत्र दिवस, श्रम दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती के अलावा, विश्व जल दिवस और स्थानीय शासन…
  • समीना खान
    लखनऊ: महंगाई और बेरोज़गारी से ईद का रंग फीका, बाज़ार में भीड़ लेकिन ख़रीदारी कम
    30 Apr 2022
    बेरोज़गारी से लोगों की आर्थिक स्थिति काफी कमज़ोर हुई है। ऐसे में ज़्यादातर लोग चाहते हैं कि ईद के मौक़े से कम से कम वे अपने बच्चों को कम कीमत का ही सही नया कपड़ा दिला सकें और खाने पीने की चीज़ ख़रीद…
  • अजय कुमार
    पाम ऑयल पर प्रतिबंध की वजह से महंगाई का बवंडर आने वाला है
    30 Apr 2022
    पाम ऑयल की क़ीमतें आसमान छू रही हैं। मार्च 2021 में ब्रांडेड पाम ऑयल की क़ीमत 14 हजार इंडोनेशियन रुपये प्रति लीटर पाम ऑयल से क़ीमतें बढ़कर मार्च 2022 में 22 हजार रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गईं।
  • रौनक छाबड़ा
    LIC के कर्मचारी 4 मई को एलआईसी-आईपीओ के ख़िलाफ़ करेंगे विरोध प्रदर्शन, बंद रखेंगे 2 घंटे काम
    30 Apr 2022
    कर्मचारियों के संगठन ने एलआईसी के मूल्य को कम करने पर भी चिंता ज़ाहिर की। उनके मुताबिक़ यह एलआईसी के पॉलिसी धारकों और देश के नागरिकों के भरोसे का गंभीर उल्लंघन है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License