NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
फिलिस्तीन
इज़रायली बलों द्वारा तामीमी परिवार के एक अन्य सदस्य को गिरफ्तार किया गया
21 वर्षीय वाइद तामीमी को गुरुवार की रात को उनके घर पर छापा मारने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया|
उमर बेग़, द डॉन न्यूज़
12 May 2018
Translated by मुकुंद झा
Waed Tamimi

अहेद तामीमी के बड़े भाई -अहेद एक 16 वर्षीय कार्यकर्ता जिसका इज़राइली सैनिक के प्रतिरोध का कार्य किया था ,जो पिछले साल वायरल हुआ था - उत्तरी रामल्लाह के पास नबी सालेह गाँव में अपने घर से गिरफ्तार किया गया था। 21 वर्षीय वाइद तमीमी गिरफ्तार होने वाले अपने परिवार के चौथे सदस्य बने, क्योंकि दिसम्बर को अहेद को गिरफ्तार किया  गया था। वह अबतक जेल में ही है।
 

वाइद के परिवार के सदस्यों के अनुसार, लगभग एक दर्जन सुरक्षा कर्मियों ने गुरुवार की रात रामल्ला में उनके  घर पर छापा मारा  और बिना किसी कारण के उसे ले गये ।
 

वाइद की गिरफ्तारी उस वक्त में हुई है जब एक इज़राइली सैनिक, एलोर अज़रिया, जिसे फिलीस्तीनी, अब्दुल फतह अल शरीफ की हत्या का दोषी पाया गया था, उसको केवल नौ महीने की जेल की सज़ा के बाद रिहा कर दिया गया है।
 

नबी सालेह के निवासियों, जहाँ तामीमी परिवार रहता है, ने कहा कि इस तरह के छापे गांव में एक नियमित घटना है और अक्सर साप्ताहिक शुक्रवार के विरोध के बाद वेस्ट बैंक के इजरायल के सैन्य कब्ज़े के खिलाफ होता है।
 

"वाइद की गिरफ्तारी इज़रायल द्वारा नबी सालेह को तोड़ने का एक और प्रयास है। इन सब का केबल एक ही कारण है। इजरायल नबीसालेह जो की  कब्ज़े के प्रतिरोध का उदाहरण बन चुका है उसे तोड़ना चाहता है।" उनके  पिता बासम तमीमी ने संवाददाताओं से कहा की कम से कम एक दर्जन बार तो उन्हें गिरफ्तार किया गया है।

वाइद को भी पहले गिरफ्तार किया गया था। 2015 में, वाइद को लगभग एक साल तक कैद में रखा गया था, उनके पिता ने कहा, "वह सिर्फ 19 साल के थे जब उन्होंने उन्हें पहली बार गिरफ्तार किया गया  था" ।

एक मिनट के वीडियो जो दिसंबर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें अहेद गश्त के दौरान  एक इज़रायली सैनिक को मारने और लात मारने के दौरान गुस्सा में नज़र आ रहे थी । क्योंकि बस कुछ  मिनट पहले, गाँव में पत्थरबाज़ी  की घटना के दौरान उसके चचेरे भाई को रबर बुलेट से सिर में गोली मार दी गई थी। घटना के बाद थोड़ी देर के लिए उसके चचेरे भाई कोमा में चला गया । इसके बाद उन्हें आठ महीने की जेल की सज़ा दी गई। इस वीडियो के बाद उनकी माँ नरीमन और एक और चचेरे भाई नूर को भी  गिरफ्तार कर लिया गया।

अहेद की गिरफ्तारी के बाद, दुनिया भर के संगठनों द्वारा उनकी रिहाई की माँग के लिए समर्थन में एक भारी अभियान  शुरू किया गया था।

वाइद कोई गिरफ्तार एकमात्र व्यक्ति नहीं था। रिपोर्टों के मुताबिक, जेनिन, जेरिको और बेथलहम में अलग-अलग रातों की छापे में आठ युवाओं को गिरफ्तार किया गया था। इज़राइली बलों ने एक वरिष्ठ फतह अधिकारी और इसके क्रांतिकारी परिषद के एक सदस्य अदनान गहिथ के घर पर हमला किया, जबकि कथित रूप से कब्ज़े वाले पूर्वी जेरुसलम के सिल्वान के पड़ोस में उनके घर को बर्बाद कर दिया।

फिलीस्तीनी आँकड़ों का अनुमान है कि लगभग 6,500 फिलिस्तीनियों, जिनमें तीन सौ किशोर शामिल हैं, अभी भी इज़रायल की जेलों में बंद हैं।

 

Ahed Tamimi
Waed Tamimi
इज़रायल
फिलिस्तीन

Related Stories

इज़रायल के "यहूदी राष्ट्र" क़ानून से अरब लोगों का उत्पीड़न बढ़ने का ख़तरा

गाज़ा पर 2014 के बाद से इज़रायल का सबसे बड़ा हवाई हमला

वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में फिलिस्तीन पर हुई गंभीर बहस

"हम अपने देश लौटना चाहते हैं": ‘ग्रेट रिटर्न मार्च’ के दौरान फिलिस्तीनियों पर इज़रायल की गोलीबारी

इज़रायल का ख़ूनी और अमानवीय अतीत

क्या संयुक्त राष्ट्र पर हमले के लिए इजराइल जवाबदेह होगा?

एम.एच. 17 त्रासदी: पश्चिमी मीडिया रूसी विरोधी घृणा को उकसा रहा है


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    वाम दलों का महंगाई और बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ कल से 31 मई तक देशव्यापी आंदोलन का आह्वान
    24 May 2022
    वामदलों ने आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और बेरज़गारी के विरोध में 25 मई यानी कल से 31 मई तक राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है।
  • सबरंग इंडिया
    UN में भारत: देश में 30 करोड़ लोग आजीविका के लिए जंगलों पर निर्भर, सरकार उनके अधिकारों की रक्षा को प्रतिबद्ध
    24 May 2022
    संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत ने दावा किया है कि देश में 10 करोड़ से ज्यादा आदिवासी और दूसरे समुदायों के मिलाकर कुल क़रीब 30 करोड़ लोग किसी ना किसी तरह से भोजन, जीविका और आय के लिए जंगलों पर आश्रित…
  • प्रबीर पुरकायस्थ
    कोविड मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर मोदी सरकार का रवैया चिंताजनक
    24 May 2022
    भारत की साख के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन के 194 सदस्य देशों में अकेला ऐसा देश है, जिसने इस विश्व संगठन की रिपोर्ट को ठुकराया है।
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी मस्जिद की परछाई देश की राजनीति पर लगातार रहेगी?
    23 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ज्ञानवापी मस्जिद और उससे जुड़े मुगल साम्राज्य के छठे सम्राट औरंगज़ेब के इतिहास पर चर्चा कर रहे हैं|
  • सोनिया यादव
    तेलंगाना एनकाउंटर की गुत्थी तो सुलझ गई लेकिन अब दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?
    23 May 2022
    पुलिस पर एनकाउंटर के बहाने अक्सर मानवाधिकार-आरटीआई कार्यकर्ताओं को मारने के आरोप लगते रहे हैं। एनकाउंटर के विरोध करने वालों का तर्क है कि जो भी सत्ता या प्रशासन की विचारधारा से मेल नहीं खाता, उन्हें…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License