NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान
इमरान ने मोदी को लिखा पत्र, बातचीत की इच्छा, भारत ने कहा- न
भारत ने वार्ता की पाक की पेशकश को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि आतंकवाद और वार्ता साथ - साथ नहीं हो सकती।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
08 Jun 2019
Imran
फाइल फोटो

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख कर कहा कि कश्मीर मुद्दे सहित सभी सुलह योग्य समस्याओं के समाधान के लिए नयी दिल्ली के साथ इस्लामाबाद वार्ता करना चाहता है।

दरअसल, एक दिन पहले भारत ने कहा था कि बिशकेक में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर बैठक से इतर दोनों नेताओं के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को पत्रकारों को कहा, "जहां तक मेरी जानकारी है, बिश्केक के एससीओ सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बैठक की कोई योजना नहीं बनाई गई है।"

हालांकि चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने जानकारी दी है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर बिश्केक में मुलाकात करेंगे।

भारत के प्रधानमंत्री पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए मोदी को बधाई देते हुए खान ने पत्र में कहा है कि दोनों राष्ट्रों के बीच वार्ता ही दोनों देशों के लोगों को गरीबी से उबरने में मदद करने का एकमात्र समाधान है तथा इसके लिए यह जरूरी है कि क्षेत्रीय विकास के लिए साथ मिल कर काम किया जाए। जियो टीवी की खबर में यह कहा गया है।

खान ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दा सहित सभी समस्याओं का समाधान चाहता है।

मोदी के सत्ता में वापस आने के बाद यह दूसरा मौका है जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के लोगों की बेहतरी के लिए भारत के साथ मिल कर काम करने की आकांक्षा जताई है।

गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया और पाकिस्तान के बालाकोट में 26 फरवरी को आतंकी ठिकानों पर भारत के एयर स्ट्राइक करने के बाद दोनों देश लगभग युद्ध की कगार पर पहुंच गए थे।

लोकसभा चुनाव में मिली जीत पर मोदी से 26 मई को खान ने बात कर उन्हें बधाई दी थी।

वहीं, मोदी ने क्षेत्र में विश्वास पैदा करने तथा शांति एवं समृद्धि के लिए हिंसा और आतंकवाद मुक्त माहौल बनाने की अपील की थी।

हालांकि, भारत ने वार्ता की पाक की पेशकश को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि आतंकवाद और वार्ता साथ - साथ नहीं हो सकती।

फारूख अब्दुल्ला ने की बातचीत की वकालत

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कश्मीर मुद्दे के हल के लिए देश के बाहर और देश के अंदर वार्ता की अपील करते हुए शुक्रवार को उम्मीद जताई कि केन्द्र की नयी सरकार हालिया आमचुनाव में मिले प्रचंड जनादेश का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में शांति बहाल करने में करेगी।

अब्दुल्ला ने श्रीनगर में उनसे मुलाकात के लिए आए कई प्रतिनिधिमंडलों से यह बात कही।

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के बीच दोबारा बातचीत शुरू होने से हमारे राज्य के लोगों को असुरक्षा और तनाव रहित बेहतर जीवन जीने में मदद मिलेगी। मुझे उम्मीद है कि केन्द्र का नया शासन प्रचंड जनादेश का इस्तेमाल राज्य में शांति का युग लाने में करेगा।’’

उन्होंने कहा कि हम अपनी पार्टी के माध्यम से पड़ोसी मुल्क से बातचीत करने की केन्द्र सरकार से मांग करते रहेंगे। देश के भीतर भी केन्द्र को पक्षकारों से बातचीत की पहल करनी चाहिए।

(समाचार एजेंसी भाषा और आईएएनएस के इनपुट के साथ)

Imran Khan
Narendra modi
India
Pakistan
India and Pakistan
india-pakistan
terror attack
bring peace
Peace and war

Related Stories

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

भारत में तंबाकू से जुड़ी बीमारियों से हर साल 1.3 मिलियन लोगों की मौत

PM की इतनी बेअदबी क्यों कर रहे हैं CM? आख़िर कौन है ज़िम्मेदार?

छात्र संसद: "नई शिक्षा नीति आधुनिक युग में एकलव्य बनाने वाला दस्तावेज़"


बाकी खबरें

  • कैथरीन स्काएर, तारक गुईज़ानी, सौम्या मारजाउक
    अब ट्यूनीशिया के लोकतंत्र को कौन बचाएगा?
    30 Apr 2022
    ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति धीरे-धीरे एक तख़्तापलट को अंजाम दे रहे हैं। कड़े संघर्ष के बाद हासिल किए गए लोकतांत्रिक अधिकारों को वे धीरे-धीरे ध्वस्त कर रहे हैं। अब जब ट्यूनीशिया की अर्थव्यवस्था खस्ता…
  • international news
    न्यूज़क्लिक टीम
    रूस-यूक्रैन संघर्षः जंग ही चाहते हैं जंगखोर और श्रीलंका में विरोध हुआ धारदार
    29 Apr 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार ने पड़ोसी देश श्रीलंका को डुबोने वाली ताकतों-नीतियों के साथ-साथ दोषी सत्ता के खिलाफ छिड़े आंदोलन पर न्यूज़ क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ से चर्चा की।…
  • NEP
    न्यूज़क्लिक टीम
    नई शिक्षा नीति बनाने वालों को शिक्षा की समझ नहीं - अनिता रामपाल
    29 Apr 2022
    नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उच्च शिक्षा में कार्यक्रमों का स्वरूप अब स्पष्ट हो चला है. ये साफ़ पता चल रहा है कि शिक्षा में ये बदलाव गरीब छात्रों के लिए हानिकारक है चाहे वो एक समान प्रवेश परीक्षा हो या…
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    अगर सरकार की नीयत हो तो दंगे रोके जा सकते हैं !
    29 Apr 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस अंक में अभिसार बात कर रहे हैं कि अगर सरकार चाहे तो सांप्रदायिक तनाव को दूर कर एक बेहतर देश का निर्माण किया जा सकता है।
  • दीपक प्रकाश
    कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से जितने लाभ नहीं, उतनी उसमें ख़ामियाँ हैं  
    29 Apr 2022
    यूजीसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पर लगातार जोर दे रहा है, हालाँकि किसी भी हितधारक ने इसकी मांग नहीं की है। इस परीक्षा का मुख्य ज़ोर एनईपी 2020 की महत्ता को कमजोर करता है, रटंत-विद्या को बढ़ावा देता है और…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License