NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
ज़हरीली शराब का कहर, यूपी-उत्तराखंड में लगातार मौतें
एक बार फिर ज़हरीली शराब का कहर बरपा है। दो राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से ज़हरीली शराब पीनें से मौतों की ख़बरें आ रही हैं। बड़ी संख्या में लोग बीमार भी हैं। यूपी सरकार ने अभी 14 मौतों की पुष्टि की है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
08 Feb 2019
ज़हरीली शराब से मौत

एक बार फिर ज़हरीली शराब का कहर बरपा है। दो राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से ज़हरीली शराब पीनें से मौतों की ख़बरें आ रही हैं। बड़ी संख्या में लोग बीमार भी हैं। यूपी सरकार ने अभी 14 मौतों की पुष्टि की है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस/आईपीएन के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तरयासुजान क्षेत्र में जहरीली शराब पीने की घटना में पांच और लोगों की मौत हो गई। इनमें दो सगे भाई हैं। इस घटना में दो दिनों में अबतक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार अन्य बीमार हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने आईएएनएस से कहा कि कुशीनगर के तरयासुजान से नौ लोगों व सहारनपुर के उमही गांव से पांच लोगों की मौत की सूचना है।

इस मामले में तरयासुजान के इंस्पेक्टर, हल्का दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, आबकारी निरीक्षक समेत पांच सिपाहियों को भी निलंबित किया गया है। जहरीली शराब बनाने और बेचने के आरोपी राजेंद्र जायसवाल को गिरफ्तार किया गया है।

जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया, "गुरुवार को रामवृक्ष और रामनाथ शाह की मौत भी शराब सेवन से होने की बात सामने आई। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। विजय और ओम दीक्षित की मौत भी शराब से होना बताया गया है, लेकिन घर वालों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया।"

उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर क्षेत्रीय आबकारी इंस्पेक्टर हृदय नारायण पांडेय, प्रधान सिपाही प्रहलाद सिंह, राजेश कुमार तिवारी, सिपाही रवींद्र कुमार व ब्रह्मानंद श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने कच्ची शराब बेचने वालों पर मुकदमा दर्ज कर एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है।

इस मामले में एसपी राजीव नारायन मिश्र ने बताया कि हीरा और डेबा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने से डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। घर वालों की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर एक कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ज़हरीली शराब से उत्तराखंड के रुड़की में भी 12 लोगों की मौत की ख़बर है। चार लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।  

इन घटनाओं ने दोनों राज्यों में शासन-प्रशासन पर सवाल खड़ा कर दिया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर और सहारनपुर जिलों में अवैध शराब से हुई लोगों की मृत्यु की घटना को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारियों को प्रभावित लोगों की समुचित चिकित्सा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। योगी ने दोनों जिलों के आबकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। यहां जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने इन घटनाओं में मृत लोगों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये तथा अस्पतालों में उपचार करा रहे लोगों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। 

बयान के अनुसार, उन्होंने आबकारी और पुलिस विभाग को अवैध शराब से जुड़े लोगों के खिलाफ 15 दिनों का संयुक्त अभियान चलाने के निर्देश भी दिए हैं। 

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से स्थानीय पुलिस व आबकारी विभाग से समन्वय कर अवैध रूप से शराब बनाने वालों की पहचान करने व उनके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही है क्योंकि इससे गाय के नाम पर उपकर मिलेगा और लोग जानकारी के अभाव में इस तरह की शराब पी रहे हैं।

उन्होंने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर शराब माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया।

(इनपुट आईएएनएस)

Poisonous liquor
Death by poisonous liquor
ज़हरीली शराब
ज़हरीली शराब से मौत
Uttar pradesh
UTTARAKHAND
Yogi Adityanath
Saharanpur
kushinagar
Roorkee

Related Stories

आजमगढ़ उप-चुनाव: भाजपा के निरहुआ के सामने होंगे धर्मेंद्र यादव

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

यूपी : आज़मगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा की साख़ बचेगी या बीजेपी सेंध मारेगी?

श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही मस्जिद ईदगाह प्रकरण में दो अलग-अलग याचिकाएं दाखिल

ग्राउंड रिपोर्ट: चंदौली पुलिस की बर्बरता की शिकार निशा यादव की मौत का हिसाब मांग रहे जनवादी संगठन

जौनपुर: कालेज प्रबंधक पर प्रोफ़ेसर को जूते से पीटने का आरोप, लीपापोती में जुटी पुलिस

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

उपचुनाव:  6 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में 23 जून को मतदान

UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश


बाकी खबरें

  • भाषा
    श्रीलंका में हिंसा में अब तक आठ लोगों की मौत, महिंदा राजपक्षे की गिरफ़्तारी की मांग तेज़
    10 May 2022
    विपक्ष ने महिंदा राजपक्षे पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमला करने के लिए सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उकसाने का आरोप लगाया है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    दिवंगत फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी को दूसरी बार मिला ''द पुलित्ज़र प्राइज़''
    10 May 2022
    अपनी बेहतरीन फोटो पत्रकारिता के लिए पहचान रखने वाले दिवंगत पत्रकार दानिश सिद्दीकी और उनके सहयोगियों को ''द पुल्तिज़र प्राइज़'' से सम्मानित किया गया है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    लखीमपुर खीरी हत्याकांड: आशीष मिश्रा के साथियों की ज़मानत ख़ारिज, मंत्री टेनी के आचरण पर कोर्ट की तीखी टिप्पणी
    10 May 2022
    केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के आचरण पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा है कि यदि वे इस घटना से पहले भड़काऊ भाषण न देते तो यह घटना नहीं होती और यह जघन्य हत्याकांड टल सकता था।
  • विजय विनीत
    पानी को तरसता बुंदेलखंडः कपसा गांव में प्यास की गवाही दे रहे ढाई हजार चेहरे, सूख रहे इकलौते कुएं से कैसे बुझेगी प्यास?
    10 May 2022
    ग्राउंड रिपोर्टः ''पानी की सही कीमत जानना हो तो हमीरपुर के कपसा गांव के लोगों से कोई भी मिल सकता है। हर सरकार ने यहां पानी की तरह पैसा बहाया, फिर भी लोगों की प्यास नहीं बुझ पाई।''
  • लाल बहादुर सिंह
    साझी विरासत-साझी लड़ाई: 1857 को आज सही सन्दर्भ में याद रखना बेहद ज़रूरी
    10 May 2022
    आज़ादी की यह पहली लड़ाई जिन मूल्यों और आदर्शों की बुनियाद पर लड़ी गयी थी, वे अभूतपूर्व संकट की मौजूदा घड़ी में हमारे लिए प्रकाश-स्तम्भ की तरह हैं। आज जो कारपोरेट-साम्प्रदायिक फासीवादी निज़ाम हमारे देश में…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License