NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कठुआ-उन्नाव गैंगरेप को लेकर लंदन में भी पीएम मोदी का विरोध
प्रदर्शनकारियों ने उन्हें मुसलमानों की हत्या करने वालों का संरक्षक, बलात्कारियों को बचाने वाला और दलितों की हत्या करने वालों का समर्थक करार दिया।
सबरंग इंडिया
19 Apr 2018
सबरंग

साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिका पहुंचे थे तो मेडिसिन स्क्वायर के सामने उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया गया था। यही नहीं ऑस्ट्रेलिया में भी उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि भारतीय मीडिया में यह राष्ट्रीय खबर नहीं बन पाईं थीं। अब खबर है कि ब्रिटेन में भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लोगों ने विरोध जताया है। यहां प्रदर्शनकारियों ने बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाकर मोदी का विरोध किया। 

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों यूरोप के दौरे पर हैं। कठुआ गैंगरेप और हत्या को लेकर पीएम मोदी का ब्रिटेन में विरोध किया गया है। प्रदर्शनकारी मोबाइल वैन पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर मोदी का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें मुसलमानों की हत्या करने वालों का संरक्षक, बलात्कारियों को बचाने वाला और दलितों की हत्या करने वालों का समर्थक करार दिया। मोदी के विरोध में लंदन के व्हाइटहॉल, लंदन आई, पार्लियामेंट स्क्वायर और वेस्टमिंस्टर एबी के समीप होर्डिंग लगाए गए। प्रदर्शनकारियों ने कठुआ गैंगरेप के दोषियों को सजा दिलाने के बारे में सवाल पूछे हैं। प्रदर्शनकारियों ने लिखा, ‘मोदी नॉट वेलक​​​​म’।

बता दें कि इससे पहले ब्रिटेन के कुछ छात्र संगठनों ने नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था। छात्रों ने पूछा था कि भारत में तीन नाबालिग लड़कियों के खिलाफ हुए घृणित अपराध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेजी से उचित न्याय सुनिश्चित करने के लिए मोदी कब कार्रवाई करेंगे? छात्रों ने पूछा, ‘आपने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चियों को न्याय मिलेगा। हम इसका स्वागत करते हैं। मगर प्रधानमंत्री से सवाल है कि बच्चियों को इंसाफ कब और कैसे मिलेगा?’

कठुआ और उन्नाव गैंगरेप मामले में प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए गए हैं। हालांकि, उन्होंने एक कार्यक्रम में आरोपियों को न बख्शने की बात कही थी। कठुआ में एक आठ साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। बाद में उसकी हत्या भी कर दी गई थी। आरोपियों के समर्थन में कुछ संगठनों ने प्रदर्शन किया है। वकीलों के एक गुट ने पुलिस को इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने से रोकने की भी कोशिश की थी। उन्नाव दुष्कर्म कांड में भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर संलिप्तता के आरोप लगे हैं। 

पीड़िता द्वारा सार्वजनिक तौर पर विधायक पर आरोप लगाने के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था। मामले के आदलत में पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। साथ ही छानबीन के लिए एसआईटी भी गठित की थी। हालांकि, विवाद बढ़ने पर मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया गया।

Courtesy: सबरंग इंडिया
कठुआ
उन्नाओ
नरेंद्र मोदी
UK

Related Stories

युद्ध के प्रचारक क्यों बनते रहे हैं पश्चिमी लोकतांत्रिक देश?

कोविड-19: ओमिक्रॉन की तेज़ लहर ने डेल्टा को पीछे छोड़ा

रिपोर्ट के मुताबिक सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की जलवायु योजनायें पेरिस समझौते के लक्ष्य को पूरा कर पाने में विफल रही हैं 

भारत को अपने कर राजस्व से वंचित करना नव-उपनिवेशवाद, कैर्न एनर्जी नई ईस्ट इंडिया कंपनी है!

मुंबई में कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन के आरोप में 34 लोग गिरफ्तार

लंका का सपना : भारत की ‘अनुभवहीनता’ भविष्य में महँगी पड़ने वाली है

हाथरस गैंगरेप: ब्रिटेन के नारीवादी, दलित संगठनों ने यूपी के सीएम को बर्खास्त करने की मांग करते हुए यूएनएचआर कमिश्नर को पत्र लिखा

कोविड-19 के बहाने सर्वसत्तावाद की ओर

कोविड से सबसे अधिक प्रभावित इन 5 देशो में एक जैसा क्या है?

क्यों महामारी के संकट में भी भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की मांग नहीं उठ रही है?


बाकी खबरें

  • आज का कार्टून
    आम आदमी जाए तो कहाँ जाए!
    05 May 2022
    महंगाई की मार भी गज़ब होती है। अगर महंगाई को नियंत्रित न किया जाए तो मार आम आदमी पर पड़ती है और अगर महंगाई को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए तब भी मार आम आदमी पर पड़ती है।
  • एस एन साहू 
    श्रम मुद्दों पर भारतीय इतिहास और संविधान सभा के परिप्रेक्ष्य
    05 May 2022
    प्रगतिशील तरीके से श्रम मुद्दों को उठाने का भारत का रिकॉर्ड मई दिवस 1 मई,1891 को अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाए जाने की शुरूआत से पहले का है।
  • विजय विनीत
    मिड-डे मील में व्यवस्था के बाद कैंसर से जंग लड़ने वाले पूर्वांचल के जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल के साथ 'उम्मीदों की मौत'
    05 May 2022
    जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल की प्राण रक्षा के लिए न मोदी-योगी सरकार आगे आई और न ही नौकरशाही। नतीजा, पत्रकार पवन जायसवाल के मौत की चीख़ बनारस के एक निजी अस्पताल में गूंजी और आंसू बहकर सामने आई।
  • सुकुमार मुरलीधरन
    भारतीय मीडिया : बेड़ियों में जकड़ा और जासूसी का शिकार
    05 May 2022
    विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय मीडिया पर लागू किए जा रहे नागवार नये नियमों और ख़ासकर डिजिटल डोमेन में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों की एक जांच-पड़ताल।
  • ज़ाहिद ख़ान
    नौशाद : जिनके संगीत में मिट्टी की सुगंध और ज़िंदगी की शक्ल थी
    05 May 2022
    नौशाद, हिंदी सिनेमा के ऐसे जगमगाते सितारे हैं, जो अपने संगीत से आज भी दिलों को मुनव्वर करते हैं। नौशाद की पुण्यतिथि पर पेश है उनके जीवन और काम से जुड़ी बातें।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License