NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
नज़रिया
भारत
राजनीति
खोज ख़बर: आत्मनिर्भर भारत = 1 महीने में 50 लाख बेरोज़गार
खोज ख़बर में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने मेक फॉर वर्ल्ड का नारा देने वाली सरकार से पूछा कि जब 50 लाख वेतनभोगी नागरिकों की एक महीने में ही नौकरी जा रही हैं, बेचे जा रहे सार्वजनिक उपक्रम से हजारों करोड़ रुपये चंदा पीएम केयर में लिया जा रहा है, तब किसका विकास हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण के पक्ष में आए समर्थन के मायने क्या हैं और युवा पत्रकार प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी पर पत्रकार नेहा दीक्षित से की बातचीत
न्यूज़क्लिक प्रोडक्शन
20 Aug 2020

खोज ख़बर में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने मेक फॉर वर्ल्ड का नारा देने वाली सरकार से पूछा कि जब 50 लाख वेतनभोगी नागरिकों की एक महीने में ही नौकरी जा रही हैं, बेचे जा रहे सार्वजनिक उपक्रम से हजारों करोड़ रुपये चंदा पीएम केयर में लिया जा रहा है, तब किसका विकास हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण के पक्ष में आए समर्थन के मायने क्या हैं और युवा पत्रकार प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी पर पत्रकार नेहा दीक्षित से की बातचीत

Economy
India
job crisis in India
Prashant Bhushan Contempt case
prashant bhushan
Prashant kanojia

Related Stories

भारत और अफ़ग़ानिस्तान:  सामान्य ज्ञान के रूप में अंतरराष्ट्रीय राजनीति

कभी रोज़गार और कमाई के बिंदु से भी आज़ादी के बारे में सोचिए?

स्पायवेअर अर्थात जासूसी सॉफ्टवेयर – जनतंत्र के ख़िलाफ़ नया हथियार!

पेटेंट बनाम जनता

सेंट्रल विस्टा, वैक्सीन बिजनेस और अस्पताल-ऑक्सीजन बिना मरते लोग

महामारी के दौर में भारतः राजनीति का धर्म और धर्म की राजनीति

कोरोना संकट में भी बीजेपी नेताओं की बेरुखी

अम्बेडकरवादी चेतना के अफ़सानों का दस्तावेज़: वेटिंग फ़ॉर अ वीज़ा

शहरों के लिए वित्त आयोग की सिफ़ारिशें बेहद नगण्य

क्या तीसरे चरण के परीक्षणों के बिना टीके सुरक्षित हैं?


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    मदर्स डे: प्यार का इज़हार भी ज़रूरी है
    08 May 2022
    कभी-कभी प्यार और सद्भावना को जताना भी चाहिए। अच्छा लगता है। जैसे मां-बाप हमें जीने की दुआ हर दिन हर पल देते हैं, लेकिन हमारे जन्मदिन पर अतिरिक्त प्यार और दुआएं मिलती हैं। तो यह प्रदर्शन भी बुरा नहीं।
  • Aap
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: केजरीवाल के ‘गुजरात प्लान’ से लेकर रिजर्व बैंक तक
    08 May 2022
    हर हफ़्ते की ज़रूरी ख़बरों को लेकर एक बार फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: हम सहनशील तो हैं, पर इतने भी नहीं
    08 May 2022
    हम ग़रीबी, बेरोज़गारी को लेकर भी सहनशील हैं। महंगाई को लेकर सहनशील हो गए हैं...लेकिन दलित-बहुजन को लेकर....अज़ान को लेकर...न भई न...
  • बोअवेंटुरा डे सौसा सैंटोस
    यूक्रेन-रूस युद्ध के ख़ात्मे के लिए, क्यों आह्वान नहीं करता यूरोप?
    08 May 2022
    रूस जो कि यूरोप का हिस्सा है, यूरोप के लिए तब तक खतरा नहीं बन सकता है जब तक कि यूरोप खुद को विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे के तौर पर तब्दील न कर ले। इसलिए, नाटो का विस्तार असल में यूरोप के सामने एक…
  • जितेन्द्र कुमार
    सवर्णों के साथ मिलकर मलाई खाने की चाहत बहुजनों की राजनीति को खत्म कर देगी
    08 May 2022
    सामाजिक न्याय चाहने वाली ताक़तों की समस्या यह भी है कि वे अपना सारा काम उन्हीं यथास्थितिवादियों के सहारे करना चाहती हैं जो उन्हें नेस्तनाबूद कर देना चाहते हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License