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हर मौसम व हर हालात में जारी रहेगा आंदोलन : किसान संगठन
"हर मौसम व हर हालात में खुद को व आंदोलन को मजबूत रखा जाएगा। हम किसानों से अपील करते है कि कोरोना सम्बधी ज़रूरी निर्देशों की पालना करते हुए मास्क पहनने जैसी सावधानी बरतकर रखें। साथ ही हम सरकार से अनुरोध करते है कि धरना स्थानों पर वैक्सीन सेंटर बनाकर व अन्य सुविधाएं प्रदान कर अपनी जिम्मेदारी निभाये।"
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
17 Apr 2021
हर मौसम व हर हालात में जारी रहेगा आंदोलन : किसान संगठन

नयी दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन 142वें दिन भी जारी है। ये किसान लगातार विपरीत परिस्थितियों में आंदोलन कर रहे हैं।  शुक्रवार शाम को आई तेज़ आंधी और हल्की बारिश के बाद भी ये किसान मोर्चे पर डटे रहे हैं। इस आंधी में कई आंदोलनरत किसानों के कैंप उड़ गए, जिसके बाद वो सभी किसान खुले आसमान के नीचे रात बिताने के मज़बूर हुए। किसान नेताओं ने साफ किया वो किसी भी हाल में अपना आंदोलन जारी रखेंगे। 

इस बीच ऐसी खबरें भी सामने आईं जिसमें कहा जा रहा है कि सरकार कोरोना संक्रमण की आड़ में किसान आंदोलन तोड़ने की कोशिश करेगी। इसपर संयुक्त किसान मोर्चे ने अपने शुक्रवार के बयान में कहा कि किसानों के बीच भय का माहौल बनाने के उद्देश्य से अनेक प्रकार की झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं जिसमें किसानों के धरने जबर्दस्ती उठाये जाने की बातें हैं। दिल्ली की सीमाओं पर और देश के अन्य हिस्सों में डटे किसान पहले भी बातचीत के पक्ष में हैं। यह हास्यास्पद लगता है कि जब भाजपा कोई चुनावी रैली करती है तो उसे कोरोना का भय नहीं दिखता है, वहीं जहां उनके विरोध में कोई कार्यक्रम होते हैं तो वहां बहुत सख्ती से निपटने के दावे किए जाते हैं। झूठी खबरें फैलाकर किसानों के अंदर डर का माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है जिसे किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे व मुहतोड़ जवाब भी देंगे। हम किसानों से भी अपील करते है कि वे संयम के साथ शांतमयी धरना जारी रखें, वहीं अन्य किसान कटाई का काम खत्म होते ही दिल्ली मोर्चों पर पहुंचे।

आगे उन्होंने कहा- किसानों ने हर मौसम व हर हालात में खुद को व आंदोलन को मजबूत रखा है। हम किसानों से अपील करते हैं कि कोरोना सम्बधी ज़रूरी निर्देशों की पालना करते हुए मास्क पहनने जैसी सावधानी बरतकर रखें। साथ ही हम सरकार से अनुरोध करते है कि धरना स्थानों पर वैक्सीन सेंटर बनाकर व अन्य सुविधाएं प्रदान कर अपनी जिम्मेदारी निभाये।

संगठन ने पहली बार ऐसी मांग की है। इसने दिल्ली के विभिन्न प्रवेश बिंदुओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से कहा कि वे मास्क पहनें और कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करें ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके।

 पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्से के हजारों किसान दिल्ली के तीन सीमा स्थलों- सिंघु, टीकरी और गाजीपुर के साथ ही हरियाणा-राजस्थान के शाहजहाँपुर बॉर्डर पर चार महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्र सरकार द्वारा पिछले वर्ष सितंबर में लागू किए गए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

एसकेएम ने बयान जारी कर कहा, ‘‘हम किसानों से अपील करते हैं कि आवश्यक नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करें जैसे मास्क पहनना और वायरस को फैलने से रोकने में अपनी तरफ से योगदान दें। साथ ही हम सरकार से अपील करते हैं कि प्रदर्शन स्थलों पर टीकाकरण केंद्र की शुरुआत कर और आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराकर अपनी जिम्मेदारी निभाए।’’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज शनिवार, 17 अप्रैल को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के रिकॉर्ड 2,34,692 नए मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा कोरोना से आज एक दिन में सबसे ज़्यादा 1,341 मरीज़ों की मौत हुई। साथ ही इसी बीच देश भर में कोरोना से पीड़ित 1,23,354 मरीज़ों को ठीक किया गया है। और एक्टिव मामलों में 1,09,997 मामलों की बढ़ोतरी हुई है।

केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए बृहस्पतिवार को सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाने समेत कई पाबंदियों की घोषणा की है। इस दौरान मॉल, जिम, स्पा और सभागार भी बंद रहेंगे ताकि कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ा जा सके।

उत्तर प्रदेश में रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन है।

बहरहाल, एसकेएम ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि चुनावी रैलियों में वह कोरोना वायरस को नज़रअंदाज कर रही है।

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

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BJP
Arvind Kejriwal
COVID-19

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