NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
मुंडका अग्निकांड : 27 लोगों की मौत, लेकिन सवाल यही इसका ज़िम्मेदार कौन?
मुंडका स्थित इमारत में लगी आग तो बुझ गई है। लेकिन सवाल बरकरार है कि इन बढ़ती घटनाओं की ज़िम्मेदारी कब तय होगी? दिल्ली में बीते दिनों कई फैक्ट्रियों और कार्यस्थलों में आग लग रही है, जिसमें कई मज़दूरों ने अपनी जान भी गंवा दी है। ये घटनाएं सरकारी तंत्र पर सवाल खड़ा करती हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
14 May 2022
mundka

नयी दिल्ली:  राष्ट्रीय राजधानी के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार शाम आग लगने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य झुलस गए।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि आग इमारत की पहली मंजिल से लगनी शुरू हुई जहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर निर्माता कंपनी का कार्यालय था।

उन्होंने कहा कि आग बुझाने के काम में 30 से अधिक दमकल वाहनों को लगाया गया। लेकिन एक बड़ा दिल्ली में  बार बार आग लगने की घटना घट रही है जो कई बड़े सवाल खड़े करती है । 

पुलिस ने बताया कि कंपनी के मालिकों-हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया गया है और इमारत के मालिक की पहचान मनीष लाकरा के रूप में हुई है। इसने कहा कि वह इमारत के सबसे ऊपर वाले तल पर रहता था और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।

दिल्ली दमकल सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि इस अभियान में कोई दमकलकर्मी घायल नहीं हुआ। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि छह दमकल वाहन अब भी घटनास्थल पर हैं और तीन-चार लोगों के फंसे होने की आशंका है।

पुलिस के अनुसार, आग लगने की सूचना शाम 4.45 बजे मिली जिसके बाद 30 से अधिक दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। यह आग मुंडका मेट्रो स्टेशन के पिलर नंबर 544 के निकट लगी।

शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला कि चार मंजिला इमारत में कंपनियों को ऑफिस स्पेस मुहैया कराया जाता था। उन्होंने बताया कि पहली मंजिल में एक कंपनी का कार्यालय था और उसके 50 से अधिक कर्मचारियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, वहीं 27 लोगों के शव बरामद किए गए हैं।

बचाए गए लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए कुछ एम्बुलेंस भी मौके पर मौजूद थीं। दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रात करीब 11 बजे आग पर काबू पा लिया गया लेकिन प्रशीतन अभियान जारी है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आग लगने से हुई लोगों की मौत पर शोक जताया।

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वह इमारत में आग लगने से कई लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘ दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक इमारत में आग लगने की घटना से अत्यंत दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली में भीषण आग की घटना में लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से इस हादसे में जाने गंवाने वालों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की राशि दी जाएगी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं।

केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में आग लगने की घटना में कई लोगों की मौत पर शुक्रवार को दुख जताया और झुलसे हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

उन्होंने ट्वीट किया, "दिल्ली में मुंडका के निकट हुई अग्नि दुर्घटना में कई लोगों की मौत से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा, "मुंडका आग हादसे की खबर सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ मिले।"

वाम दल मकापा ने भी इस घटना पर दुःख जताया और संवेदना प्रकट किया । माकपा ने इस घटना के कारणों को जांच करने की भी मांग की है । 

दिल्ली में आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन सवाल यह है की ये आग लग क्यों रही है?

दिल्ली में बीते दिनों कई फैक्ट्रियों और कार्यस्थलों में आग लग रही है, जिसमें कई मज़दूरों ने अपनी जान भी गँवा दी है। ये घटनाए सरकारी तंत्र पर सवाल खड़ा करती है, इन घटनाओं का कौन जिम्मेदार? अब तक इन सभी घटनाओं में किस पर कठोर करवाई हुई?  शायद किसी पर नहीं कुछ लोगों पर कार्रवाई हुई तो उसे बस खानापूर्ति कह सकते हैं।

पिछले कुछ सालो में बड़ी आग की घटनाओं पर नजर डाले तो दिखता है । सरकार मजदूरों के सुरक्षा को लेकर कितनी उदासीन है ।

8 दिसंबर 2019को करोलबाग के रानी झांसी रॉड अनाज मंडी में फैक्ट्री में आग लगने से 43 लोगों की मौत हुई थी. इस हादसे में 50 लोग घायल भी हुए थे। 

इसी तरह 12 फरवरी 2019 करोलबाग के ही अर्पित होटल में आग लगने से 17 लोगों की जान चली गई थी. साथ ही इस हादसे में 35 लोग भी घायल हुए थे।

जबकि 21 जनवरी 2018 ml बवाना में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से 17 लोगों की मौत हुई थी. मरने वालों में 10 महिलाएं भी थीं। साथ ही हादसे में 2 लोग झुलस गए थे।

इसके अलावा कई ऐसी घटनाएं हुई है जिनमे श्रमिक वर्ग के लोगो ने अपनी जान गंवाई है । लेकिन सरकारों ने कुछ मुआवजा देकर अपना पल्ला छाड़ लिया । कभी भी दोषी अधिकारियों और भ्रष्ट नेताओ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।

इस तरह की घटनाएं प्रशासन और  मालिकों के मिलीभगत से होती हैं। चंद पैसे बचने के लिए  मालिक मज़दूरों की जान से खेलते हैं। दिल्ली की अधिकतर फैक्ट्रियों और ऑफिस में मज़दूरों की सुरक्षा के नाम पर बड़ा शून्य होता है।

मज़दूर संगठनों ने समय समय पर कई बार इस बातों के लेकर कहा है कि “ऐसी घटनाएं प्रशासन कि लापरवाही से होती हैं। भ्रष्ट अधिकारी जिनकी जिम्मेदारी है कि वो फैक्ट्री का दौरा करें और नियमों का लागू कराएं लेकिन अधिकारी भ्रष्ट हैं और अक्सर नियमों के उल्लंघन को नज़रअंदाज़ कर देते हैं।”

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

Delhi
Delhi’s factory Fire

Related Stories

मुंडका अग्निकांड: 'दोषी मालिक, अधिकारियों को सजा दो'

मुंडका अग्निकांड: ट्रेड यूनियनों का दिल्ली में प्रदर्शन, CM केजरीवाल से की मुआवज़ा बढ़ाने की मांग

मुंडका अग्निकांड के लिए क्या भाजपा और आप दोनों ज़िम्मेदार नहीं?

मुंडका अग्निकांड: लापता लोगों के परिजन अनिश्चतता से व्याकुल, अपनों की तलाश में भटक रहे हैं दर-बदर

दिल्ली में गिरी इमारत के मलबे में फंसे पांच मज़दूरों को बचाया गया

दिल्ली में एक फैक्टरी में लगी आग, नौ लोग झुलसे

गाजीपुर अग्निकांडः राय ने ईडीएमसी पर 50 लाख का जुर्माना लगाने का निर्देश दिया

दिल्ली : दो फैक्ट्रियों में लगी आग, बार-बार की घटनाओं पर उठे सवाल

दिल्ली हिंसा: मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हुई, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश

CAA -NRC प्रदर्शन: जामिया में फिर एकबार गोलीबारी ,मामला दर्ज


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में एक्टिव मामलों की संख्या 20 हज़ार के क़रीब पहुंची 
    05 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,275 नए मामले सामने आए हैं | देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 19 हज़ार 719 हो गयी है।
  • Bharat Ek Mauj
    न्यूज़क्लिक टीम
    भारत एक मौज: बॉलीवुड जनता की हिंदी पार्टी
    05 May 2022
    भारत एक मौज के इस एपिसोड में आज संजय सवाल उठा रहे हैं कि देश में जनता के मुद्दों को उठाने के बजाए हमेशा ध्यान भटकाने वाले मुद्दे ही क्यों उठाए जाते हैं।
  • VOILENCE
    रवि शंकर दुबे
    चुनावी राज्यों में क्रमवार दंगे... संयोग या प्रयोग!
    05 May 2022
    ईद वाले दिन राजस्थान में हुई हिंसा ये बताने के लिए काफी है कि आगे आने वाले चुनावों में मुद्दे क्या होंगे। इतना तो तय है कि विकास की बात भूल जाइए।
  • urmilesh
    न्यूज़क्लिक टीम
    प्रेस फ्रीडम सूचकांक में भारत 150वे स्थान पर क्यों पहुंचा
    04 May 2022
    रिपोर्टर्स विदाउट बार्डर्स के वैश्विक प्रेस फ्रीडम सूचकांक में इस बार भारत पिछले साल के मुकाबले आठ अंक और नीचे गिरा और 180 देशो की सूची में 150 वे पर आ गया. पिछले दिनो भारत डेमोक्रेसी के वैश्विक…
  • शलका चौहान
    कैसे जहांगीरपुरी हिंसा ने मुस्लिम रेहड़ी वालों को प्रभावित किया
    04 May 2022
    महामारी और उसके बाद लगाए गए लॉकडाउन ने मुस्लिम रेहड़ी वालों की आर्थिक गतिविधियों का काफ़ी कम कर दिया है, अब सांप्रदायिक नफ़रत ने उनके ख़िलाफ़ हमले और भेदभाव की घटनाओं में भी इज़ाफ़ा किया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License