NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
भारत
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
अमेरिका में अपहरण के दोषी भारतीय मूल के ऊबर चालक को तीन साल की सज़ा
न्यूयॉर्क में रहने वाले हरबीर परमार (25) को इस साल मार्च में अमेरिका के जिला न्यायाधीश विन्सेंट ब्रिसेटी के समक्ष दोषी ठहराया गया था।
भाषा
28 Jun 2019
सांकेतिक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर। साभार : News State

न्यूयॉर्क : अमेरिका में भारतीय मूल के ऊबर कार चालक को महिला यात्री के अपहरण और उसे सूनसान जगह पर छोड़ने के लिये तीन साल कैद की सजा सुनाई गई है। उसे 3000 से भी अधिक डॉलर का जुर्माना देने का भी आदेश दिया गया है।

न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के अटॉर्नी ज्यॉफ्री बरमैन ने कहा कि न्यूयॉर्क में रहने वाले हरबीर परमार (25) को इस साल मार्च में अमेरिका के जिला न्यायाधीश विन्सेंट ब्रिसेटी के समक्ष दोषी ठहराया गया था, जिन्होंने उसे अपहरण और धोखाधड़ी के आरोप में तीन साल की सजा सुनाई।

हरबीर को जेल की सजा के अलावा, रिहा होने के बाद तीन साल तक निगरानी में रहना होगा। उसे 3,642 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना देने का आदेश भी दिया गया है।

मामले की सुनवाई के दौरान दिये गए अभ्यारोपण और बयानों के अनुसार ऊबर के लिये काम करने वाले वाहन चालक हरबीर ने न्यूयॉर्क में एक महिला यात्री को अपने वाहन में बैठाया जो न्यूयॉर्क शहर के उपनगर व्हाइट प्लेन्स जाना चाहती थी।

ऐसे में जब महिला यात्री वाहन की पीछे की सीट पर सो गई तो हरबीर ने उबर मोबाइल ऐप में यात्री का गंतव्य स्थान बदलकर मैसाच्यूसेट्स के बोस्टन में एक जगह कर दिया और उसी स्थान की ओर बढ़ने लगा।

महिला जब जागी तो वाहन कनेक्टीकट में था। महिला ने व्हाइट प्लेन्स या पुलिस थाने जाने का अनुरोध किया, लेकिन हरबीर नहीं माना। इसके बजाय वह महिला को कनेक्टीकट में एक राजमार्ग के किनारे छोड़ गया। इसके बाद वह नजदीकी सुविधा केन्द्र पहुंची और मदद मांगी। 

USA
Uber
Uber Driver
crimes against women
Indian Origin

Related Stories

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

तेलंगाना एनकाउंटर की गुत्थी तो सुलझ गई लेकिन अब दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?

यूपी : महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ती हिंसा के विरोध में एकजुट हुए महिला संगठन

बिहार: आख़िर कब बंद होगा औरतों की अस्मिता की क़ीमत लगाने का सिलसिला?

बिहार: 8 साल की मासूम के साथ बलात्कार और हत्या, फिर उठे ‘सुशासन’ पर सवाल

मध्य प्रदेश : मर्दों के झुंड ने खुलेआम आदिवासी लड़कियों के साथ की बदतमीज़ी, क़ानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

बिहार: मुज़फ़्फ़रपुर कांड से लेकर गायघाट शेल्टर होम तक दिखती सिस्टम की 'लापरवाही'

यूपी: बुलंदशहर मामले में फिर पुलिस पर उठे सवाल, मामला दबाने का लगा आरोप!

दिल्ली गैंगरेप: निर्भया कांड के 9 साल बाद भी नहीं बदली राजधानी में महिला सुरक्षा की तस्वीर

असम: बलात्कार आरोपी पद्म पुरस्कार विजेता की प्रतिष्ठा किसी के सम्मान से ऊपर नहीं


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License