NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अर्थव्यवस्था
पिछले 5 सालों में भारतीय बैंकों में हुआ 61000 करोड़ का घोटाला
RTI से पता चला नीरव मोदी का मामला तो पूरी कहानी का एक छोटा सा हिस्सा है I
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
17 Feb 2018
nirav modi

पिछले 5 सालों में सार्वजनिक बैंकों को 8670 कर्ज़ घोटाले झेलने पड़े हैं , न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स को RTI द्वारा मिली जानकारी से पता चला है कि RBI के अनुसार इन घोटालों की कुल कीमत 61260 करोड़ रुपये है I

14 फरवरी को ये खुलासा हुआ कि नीरव मोदी नामक एक हीरा व्यापारी ने पंजाब नेशनल बैंक को 11500 करोड़ रुपये का चुना लगा दिया Iइस खुलासे से ये पता चलता है कि राज्य द्वारा संचालित बैंकिंग सिस्टम को किस तरह अमीर और ऊँची पहुँच वाले कर्ज़दार सुनियोजित तरीके से चूना लगा रहे हैं I

भारत के 21 में से 20 सार्वजनिक बैंकों को RTI द्वारा सवाल भेजे गए जिनमें से 15 ने इसपर जवाब दिया I ये आंकडे 2012–13 से 2016-17 तक के हैं I यहाँ लोन गबन उन केसों को माना जा रहा है जहाँ कोई कर्ज़दार जानबूझकर कर्ज़ लिए हुए बैंक को कर्ज़ न लौटने का प्रयास करता है I

बैंक घोटालों के असल केस और भी ज़्यादा होंगे क्योंकि RBI में सिर्फ 1 लाख या उससे ज़्यादा के कर्ज़ सम्बंधित मामले की रिपोर्ट किये जाते हैं I

रॉयटर्स के हिसाब से बैंक कर्ज़ों में गबन के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं , ये 2012-13 में 6356 करोड़ से बढ़कर पिछले साल 17634 करोड़ रुपये हो गया था I इस आंकडे में PNB का केस शामिल नहीं है I

वैसे भारत के केंद्रीय बैंक RBI ने इस मामले पर अब तक कोई टिपण्णी नहीं की है मगर इससे पहले RBI अपनी जून 2017 की फाईनैन्शियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट में कह चुकी है कि बैंक घोटाले एक बढ़ता हुआ खतरा है I

रॉयटर्स ने कहा कि RBI का कहना था कि “काफी सारे बैंक घोटालों में, कर्ज़ देने के मापदंडों को ताक पर रक्खा गया” , RBI ने आगे कहा कि काफी सारे नियमों जैसे नियमित नकदी प्रवाह और नकदी लाभ ,फण्ड डायवरज़न , डबल फाएनेंसिंग और कर्ज़ के संचालन पर लगातार नज़र नहीं रक्खी गयी I

रॉयटर्स ने रिपोर्ट में कहा कि इनमें से ज़्यादातर मामले PNB बैंक से थे जहाँ पिछले 5 सालों   में 389 मामले सामने आये हैं ,जिनकी कुल कीमत 6562 करोड़ रुपये है I बैंक घोटालों के मामले में PNB के बाद बैंक ऑफ़ बरोड़ा का नाम आता है जहाँ से 389 मामले सामने आये हैं जिनकी कीमत 4473 करोड़ है , इसी सूची में तीसरे स्थान पर नाम आता है बैंक ऑफ़ इंडिया का जहाँ 231 मामलों में 4050 करोड़ रुपये की कीमत के मामले सामने आये हैं I

पिछले 5 सालों में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में कर्ज़ घोटाले के मामलों की कीमत 1069 करोड़ हैं , जो कि भारत का सबसे बड़ा ऋण देने वाला बैंक है I

नीरव मोदी
बैंक घोटाला
PNB fraud
PNB फ्रॉड
नरेंद्र मोदी
कांग्रेस
nIrav modi

Related Stories

माल्या, मोदी और चौकसी पर ईडी की कार्रवाई और अन्य ख़बरें

दिलीप छाबड़िया ने कारों की डिज़ाइनिंग से करोड़ों रुपये कमाए, फ़िर क्यों उन्होंने बैंकों से धोखाधड़ी के लिए नए डिज़ाइन ईज़ाद किए?

कौन है नीशाल मोदी और फ़रार क्यों है?

बैंकों में बढ़ते संकट की वजह क्या है?

इतने सारे चौकीदार, फिर भी लूट ही लूट

चौकीदार से सवाल

लंदन में ‘नए लुक’ नज़र आया भगौड़ा नीरव मोदी, नया कारोबार भी शुरू किया

पीएनबी घोटाला : नीरव मोदी की 637 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति जब्त

डूबे हुए कॉर्पोरेट कर्ज़ की वसूली के लिए बना नया कानून कितना अच्छा है ?

मीडिया पर खरी खरी: भ्रष्टचार का भूत मोदी सरकार का पीछा नहीं छोड़ रहा


बाकी खबरें

  • विकास भदौरिया
    एक्सप्लेनर: क्या है संविधान का अनुच्छेद 142, उसके दायरे और सीमाएं, जिसके तहत पेरारिवलन रिहा हुआ
    20 May 2022
    “प्राकृतिक न्याय सभी कानून से ऊपर है, और सर्वोच्च न्यायालय भी कानून से ऊपर रहना चाहिये ताकि उसे कोई भी आदेश पारित करने का पूरा अधिकार हो जिसे वह न्यायसंगत मानता है।”
  • रवि शंकर दुबे
    27 महीने बाद जेल से बाहर आए आज़म खान अब किसके साथ?
    20 May 2022
    सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान अंतरिम ज़मानत मिलने पर जेल से रिहा हो गए हैं। अब देखना होगा कि उनकी राजनीतिक पारी किस ओर बढ़ती है।
  • डी डब्ल्यू स्टाफ़
    क्या श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट की तरफ़ बढ़ रहा है बांग्लादेश?
    20 May 2022
    श्रीलंका की तरह बांग्लादेश ने भी बेहद ख़र्चीली योजनाओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर विदेशी क़र्ज़ लिए हैं, जिनसे मुनाफ़ा ना के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में जारी आर्थिक उथल-पुथल…
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
    20 May 2022
    आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन…
  • राज वाल्मीकि
    मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?
    20 May 2022
    अभी 11 से 17 मई 2022 तक का सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का “हमें मारना बंद करो” #StopKillingUs का दिल्ली कैंपेन संपन्न हुआ। अब ये कैंपेन 18 मई से उत्तराखंड में शुरू हो गया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License