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राजस्थान: छात्र-छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में सीकर रहा बंद
सीकर में सीपीएम के विधायक अमराराम के नेतृत्व में हजारों की भीड़ ने सोमवार को चक्का जाम किया।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
09 Sep 2019
Rajasthan protest

राजस्थान के सीकर जिले में 28 अगस्त 2019 को छात्र-छात्राओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में सीपीएम के विधायक अमराराम के नेतृत्व में हजारों की भीड़ ने सोमवार को चक्का जाम किया है। इस चक्का जाम में छात्र-छात्राएं और सीपीएम के तमाम कार्यकर्ता शामिल हुए और इस पूरे मामले की जांच की मांग की।

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आपको बता दें कि छात्र संघ चुनाव की मतगणना के दौरान सीपीएम के छात्र संघ एसएफआई के छात्र-छात्राओं ने प्रिंसिपल पर धांधली का आरोप लगाया था। जब इसका विरोध किया गया तब छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज किया गया। पुलिस ने बर्बर तरीके से छात्रों और सीपीएम के नेताओं पर लाठीचार्ज किया था और कई नेताओं को गिरफ्तार भी किया था, जिसमें अमराराम भी शामिल थे।
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इस सारे मसले पर सीपीएम नेता अमराराम का कहना है कि ये सोमवार का बंद राजस्थान के सरकार के चैलेंज का जवाब है जो उन्होंने सीकर की 30 लाख जनता को दिया था। सरकार बेटियों पर हमला करने वाले अधिकारियों को बचाने का काम कर रही है। अगर सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश नहीं दिया तो संघर्ष और भी तेज होगा।

उन्होंने जनता को होने वाली परेशानी को सरकार द्वारा उत्पन्न की गई परेशानी बताते हुए  कहा कि सरकार दोषियों को बचा रही है।

इसी के विरोध में आज चक्का जाम किया गया है और सीपीएम ने कहा है कि अगर इस मामले की जल्द जांच नहीं होती है, तो 16 सितंबर से अनाज मंडी में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

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सीपीएम के इस सीकर बंद को आम व्यापारी, नागरिक, राजनैतिक, सामाजिक संगठन व राजनैतिक पार्टियों का समर्थन मिला। सीपीएम ने एक बयान देकर सभी का आभार व धन्यवाद किया। इस बंद का असर सीकर शहर के अलावा कई कस्बों में भी दिखा। सीपीएम ने इस बंद को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि सीकर जिले के तमाम पॉइंट जो पार्टी ने चिह्नित किये थे वो सभी पॉइंट के रास्ते जाम रहे हालांकि बन्द पूरे दिन भी हो सकता था लेकिन जनता परेशान न हो इस लिए बन्द को 2 घंटे बाद खोल दिया गया।

सीपीएम के सीकर जिला सचिव किशन परिक ने कहा कि राजस्थान की संवेदनहीन कांग्रेस सरकार की पुलिस द्वारा किये गए बेटियों पर लाठी चार्ज के 12 दिन के बाद भी किसी पुलिस अधिकारी पर कारवाई नही करना सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
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आगे वो कहते हैं कि राजस्थान की सरकार सीकर की बेटियों को लावारिस नहीं समझे सरकार अब भी नहीं चेती तो 16 नवम्बर को आर पार की लड़ाई होगी। 16 नवम्बर सोमवार को सीकर जिले की जनता को आह्वान किया गया हैं कि वो कृषि उपज मंडी में आये और बिना समाधान जाएंगे नहीं। यह लड़ाई अब आर पार की होगी आज तक सीकर की जनता जीती है और सरकारें हारी हैं। इस बार भी बेटियों पर निर्मम लाठी चार्ज करने वालो को सजा मिलेगी और जनता जीतेगी सरकार व पुलिस प्रसासन हारेगा।

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