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विज्ञान
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रक्षा ढांचे में व्याप्त असुरक्षा
न्यूज़क्लिक प्रोडक्शन
07 Feb 2015

न्यूज़क्लिक ने हाल ही में भारत अमरीका के बीच हुए रक्षा सामरिक समझौते पर सुरक्षा विश्लेषक डी. रघुनन्दन से बात की। रघुनंदन मानते हैं कि इस समझौते से भारत को कुछ ख़ास फायदा नहीं होगाi। अमरीका कुछ रक्षा उपकरण भारत को बेचेगा तो जरुर पर ये मामूली हथियार हैं और अगर सरकार चाहे तो इन्हें खुद यही विकसित कर सकती है। साथ ही इन हथियारों से सम्बंधित तकनीक अमरीका के पास ही रहेगी और इसलिए अगर ये उपकरण ख़राब होते हैं तो हम अमरीका पर ही निर्भर रहेंगे। साथ ही रघुनंदन मानते हैं कि यह सामरिक तौर पर भारत को अमरीका के करीब जरुर ले जायेगा पर इससे भारत की स्वायत्तता को खतरा है। 

                                                                                                                                     

रक्षा सामरिक ढांचा
चीन
पैसिफिक ओसियन
रुस्तम-2
डीआरडीओ
नरेन्द्र मोदी
बराक ओबामा
बुश
मनमोहन सिंह

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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License