NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अर्थव्यवस्था
सीएजी ने रफ़ाल सौदे को बिना किसी तकनीकी स्पष्टीकरण के "बेहतर सौदा" बताया
हालाँकि सीएजी की रिपोर्ट में आई.एन.टी. (INT) सदस्यों ने निर्धारित बेंचमार्क कीमतों को संरेखित (Aligned) कीमतों से "अनुचित" पाया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया था कि ऑडिटर इस अनुमान पर कैसे पहुंचे थे ?
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
14 Feb 2019
Translated by महेश कुमार
rafale

एनडीए सरकार के तहत संसद सत्र के अंतिम दिन, दोनों सदनों में कैग की प्रस्तुत एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 में हस्ताक्षरित राफेल सौदा यूपीए सरकार द्वारा 2007 के सौदे की तुलना में 2.86 प्रतिशत कम है। यह इस सौदे पर तीन रक्षा अधिकारियों द्वारा उठाए गए असंतोष के विपरीत है, जो सात-सदस्यीय भारतीय निगोशिएशन टीम (INT) का हिस्सा थे, जिन्होंने दावा किया था कि फ्रांसीसी पक्ष द्वारा प्रस्तुत मूल्य INT द्वारा अनुमानित बेंचमार्क मूल्य से लगभग 55.6 प्रतिशत अधिक है जिस पर फ्रांसीसी सरकार के साथ पहले बातचीत हुई थी।

हालाँकि CAG की रिपोर्ट में INT सदस्यों द्वारा निर्धारित बेंचमार्क कीमतों या (Aligned) संरेखित कीमतों को "अनुचित" बताया था लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि ऑडिटर अपने इस अनुमान पर कैसे पहुंचे थे।

द हिंदू ने आज 1 जून, 2016 को INT के अध्यक्ष को संबोधित किए गए INT के तीन डोमेन विशेषज्ञों के असंतुष्ट नोट को प्रकाशित किया, इस असंतोष नोट में, अधिकारियों ने तर्क दिया कि नरेंद्र मोदी सरकार के तहत हुआ सौदा दोनों देशों के बीच 2015 के अंतर-सरकारी समझौते (IGA) के अनुसार "सस्ता सौदा नहीं है"। INT के तीन विशेषज्ञ भारतीय लागत लेखा सेवा के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी एम, पी. सिंह; ए.आर. सुले, वित्तीय प्रबंधक (वायु); और राजीव वर्मा, संयुक्त सचिव और अधिग्रहण प्रबंधक (वायु) हैं।

जबकि कैग (CAG) की रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ने INT की सिफारिशों के आधार पर ही हथियारों और संबद्ध प्रणालियों की डील के लिए 36 राफेल विमानों की खरीद अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन ऑडिटरस ने तर्क दिया कि INT द्वारा अनुमानित बेंचमार्क मूल्य "अवास्तविक" है।

INT का मुख्य उद्देश्य 2007 की पिछली खरीद की लागत की तुलना में 36 राफेल विमानों के अधिग्रहण की लागत को कम करना था। इसके लिए INA एक (Aligned) संरेखित मूल्य पर पहुंचा - जो 2015 में 36 फ्लाईवे विमानों की कीमत यदि कीमतें 2007 की बोली के समान थीं। हालांकि, CAG ने इसका प्रतिवाद किया कि INA द्वारा तय किया गया (Aligned) संरेखित मूल्य सटीक नहीं था और यह कि ऑडिट के हिसाब से (Aligned) संरेखित मूल्य “INT (Aligned) संरेखित लागत से लगभग 1.23 प्रतिशत कम था। इसके अलावा, ऑडिट ने कहा कि 2016 का अनुबंध ऑडिट की संरेखित कीमत से 2.86 प्रतिशत कम था।

कैग ने दावा किया कि उसने INT द्वारा अपनाई गई समान कार्यप्रणाली का भी इस्तेमाल किया है, लेकिन यह नहीं बताया कि दोनों गणनाओं के बीच इतना फर्क क्यों है। हालांकि, अपनी रिपोर्ट में, CAG ने खुलासा किया कि फ्रांसीसी सरकार द्वारा दी जाने वाली बोली की कीमत मंत्रालय द्वारा अनुमानित बेंचमार्क मूल्य से 56.67 प्रतिशत अधिक थी (यह आंकड़ा INT के अधिकारियों द्वारा उठाए आंकडे के अनुरूप है जो 55.6 प्रतिशत था)।

हालांकि कैग रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला है कि विवादास्पद सौदा IGA की 'बेहतर शर्तों' पर आधारित था, लेकिन 'बेहतर कीमतों' तक पहुंचने के महत्वपूर्ण सवाल अनुत्तरित रह गए हैं, क्योंकि ऑडिट ने यह नहीं बताया कि INT का अनुमान गलत कैसे निकल गया।

 

 

Rafale deal
rafale on int
int on rafale
corruption in rafale
technical aspect of rafale

Related Stories

रफ़ाल मामले पर पर्दा डालने के लिए मोदी सरकार और सीबीआई-ईडी के बीच सांठगांठ हुई: कांग्रेस

भाजपा सरकार को परेशान करने फिर लौटा रफाल का भूत

रफाल विमान सौदे में फ्रांस में जांच के आदेश

रफ़ाल सौदे के मामले में फ्रांस ने न्यायिक जांच आरंभ की: फ्रांसीसी मीडिया

रफ़ाल सौदा: एक और भंडाफोड़

देशभक्ति का नायाब दस्तूर: किकबैक या कमीशन!

रफाल : सरकार खामोश क्यों ?

छत्तीसगढ़ नक्सली हमला, रफ़ाल डील में भ्रष्टाचार का दावा और अन्य ख़बरें

कार्टून क्लिक : रफ़ाल में भी तोलाबाज़ी!

रफ़ाल का स्वागत, सुशांत पर काला जादू और गलवान पर फ़िल्म : भारत एक मौज


बाकी खबरें

  • election
    रवि शंकर दुबे
    यूपी चुनाव दूसरा चरण:  वोट अपील के बहाने सियासी बयानबाज़ी के बीच मतदान
    14 Feb 2022
    उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कितने अहम हैं, ये दिग्गज राजनेताओं की सक्रियता से ही भांपा जा सकता है, मतदान के पहले तक राजनीतिक दलों और राजनेताओं की ओर से वोट के लिए अपील की जा रही है, वो भी बेहद तीखे…
  • unemployment
    तारिक़ अनवर
    उत्तर प्रदेश: क्या बेरोज़गारी ने बीजेपी का युवा वोट छीन लिया है?
    14 Feb 2022
    21 साल की एक अंग्रेज़ी ग्रेजुएट शिकायत करते हुए कहती हैं कि उनकी शिक्षा के बावजूद, उन्हें राज्य में बेरोज़गारी के चलते उपले बनाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
  • delhi high court
    भाषा
    अदालत ने ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 44 हजार बच्चों के दाख़िले पर दिल्ली सरकार से जवाब मांगा
    14 Feb 2022
    पीठ ने कहा, ‘‘शिक्षा का अधिकार अधिनियम और पिछले वर्ष सीटों की संख्या, प्राप्त आवेदनों और दाखिलों की संख्या को लेकर एक संक्षिप्त और स्पष्ट जवाब दाखिल करें।’’ अगली सुनवाई 26 अप्रैल को होगी।
  • ashok gehlot
    भाषा
    रीट पर गतिरोध कायम, सरकार ने कहा ‘एसओजी पर विश्वास रखे विपक्ष’
    14 Feb 2022
    इस मुद्दे पर विधानसभा में हुई विशेष चर्चा पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट मुख्य विपक्षी दल के विधायकों ने सदन में नारेबाजी व प्रदर्शन जारी रखा। ये विधायक तीन कार्यदिवसों से इसको लेकर सदन में प्रदर्शन कर…
  • ISRO
    भाषा
    इसरो का 2022 का पहला प्रक्षेपण: धरती पर नज़र रखने वाला उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित
    14 Feb 2022
    पीएसएलवी-सी 52 के जरिए धरती पर नजर रखने वाले उपग्रह ईओएस-04 और दो छोटे उपग्रहों को सोमवार को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित कर दिया। इसरो ने इसे ‘‘अद्भुत उपलब्धि’’ बताया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License