NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
संजीव भट्ट से मिलने जा रहे हार्दिक, कांग्रेस के दो विधायकों को हिरासत में लिया गया
पालनपुर जिला कारागार में बंद बर्खास्त आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट से मिलने जा रहे हार्दिक पटेल, पालनपुर के विधायक महेश पटेल और पाटन के विधायक किरीट पटेल समेत 27 समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।
भाषा
14 Aug 2019
हार्दिक पटेल

पालनपुर(गुजरात): बर्खास्त आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट से मिलने जा रहे कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल, पार्टी के दो विधायकों और उनके करीब 27 समर्थकों को बुधवार को हिरासत में ले लिया गया। वे लोग पालनपुर जिला कारागार जा रहे थे। 

हिरासत में मौत के एक मामले में जून में भट्ट को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। वह अभी पालनपुर जिला कारागार में कैद हैं।

बनासकांठा के पुलिस अधीक्षक नीरज बडगुजर ने बताया कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करने वाले हार्दिक पटेल और पार्टी अन्य नेता के पालनपुर पहुंचते ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया। वे लोग भट्ट से मिलने जा रहे थे।
 
उन्होंने कहा, ‘हमें पालनपुर की जेल में कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका थी, इसलिए हमने हार्दिक पटेल, पालनपुर और पाटन के कांग्रेस विधायकों तथा उनके समर्थकों को पालनपुर में प्रवेश करते ही गिरफ्तार कर लिया...।’

पालनपुर के विधायक महेश पटेल और पाटन के विधायक किरीट पटेल को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि बर्खास्त आईपीएस अधिकारी भट्ट की पत्नी श्वेता भट्ट ने मंगलवार को कहा था कि वह अपने पति के उन समर्थकों का साथ देगी, जो उन्हें पालनपुर जेल में राखी बांधना चाहती हैं।

उन्होंने कहा, ‘हार्दिक पटेल ने कहा कि वह भी उनके (श्वेता) साथ जाएंगे। परिवार का सदस्य होने के चलते संजीव भट्ट की पत्नी को उनसे मिलने की इजाजत है, लेकिन अन्य लोगों को हमने हिरासत में लिया।’

भट्ट को 1990 के एक मामले में जून में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। उस समय वह जामनगर जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के तौर पर नियुक्त थे।

गुजरात कैडर के इस आईपीएस अधिकारी को 2011 में निलंबित कर दिया गया था और सेवा से अनधिकृत अनुपस्थिति के आधार पर अगस्त 2015 में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। 
 

former IPS officer Sanjiv Bhatt
sanjiv bhatt
Hardik Patel
Congress leader Hardik Patel
Palanpur district jail
Gujarat
BJP
Narendra modi
Amit Shah

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा
    27 May 2022
    सेक्स वर्कर्स को ज़्यादातर अपराधियों के रूप में देखा जाता है। समाज और पुलिस उनके साथ असंवेदशील व्यवहार करती है, उन्हें तिरस्कार तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लाखों सेक्स…
  • abhisar
    न्यूज़क्लिक टीम
    अब अजमेर शरीफ निशाने पर! खुदाई कब तक मोदी जी?
    27 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं हिंदुत्ववादी संगठन महाराणा प्रताप सेना के दावे की जिसमे उन्होंने कहा है कि अजमेर शरीफ भगवान शिव को समर्पित मंदिर…
  • पीपल्स डिस्पैच
    जॉर्ज फ्लॉय्ड की मौत के 2 साल बाद क्या अमेरिका में कुछ बदलाव आया?
    27 May 2022
    ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में प्राप्त हुई, फिर गवाईं गईं चीज़ें बताती हैं कि पूंजीवाद और अमेरिकी समाज के ताने-बाने में कितनी गहराई से नस्लभेद घुसा हुआ है।
  • सौम्यदीप चटर्जी
    भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन
    27 May 2022
    चूंकि भारत ‘अमृत महोत्सव' के साथ स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, ऐसे में एक निष्क्रिय संसद की स्पष्ट विडंबना को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पूर्वोत्तर के 40% से अधिक छात्रों को महामारी के दौरान पढ़ाई के लिए गैजेट उपलब्ध नहीं रहा
    27 May 2022
    ये डिजिटल डिवाइड सबसे ज़्यादा असम, मणिपुर और मेघालय में रहा है, जहां 48 फ़ीसदी छात्रों के घर में कोई डिजिटल डिवाइस नहीं था। एनएएस 2021 का सर्वे तीसरी, पांचवीं, आठवीं व दसवीं कक्षा के लिए किया गया था।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License