NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
भारत
राजनीति
उन्नाव में ‘जय श्री राम’ न बोलने पर मदरसे के छात्रों की पिटाई
मदरसे पहुंच कर छात्रों ने घटना की सूचना मदरसे के प्रशासन को दी। मदरसे के प्रिंसिपल ने घटना की शिकायत ज़िला प्रशासन से की और 3 लोगों के खिलाफ नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
असद रिज़वी
12 Jul 2019
उन्नाव में ‘जय श्री राम’ न बोलने पर मदरसे के छात्रों की पिटाई

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 60 किलोमीटर दूर उन्नाव में ‘जय श्री राम’ न बोलने पर मदरसे के छात्रों की पिटाई का मामला सामने आया है।

गुरुवार को मदरसा दारुल उलूम फ़ैज़-ए-आम के छात्र जीआईसी (राजकीय इंटर कॉलेज) के मैदान पर क्रिकेट मैच खेलने गये थे। इन छात्रों का आरोप है कि कुछ अराजक तत्वों ने उन्हें बल्ले (बैट) से पीट दिया और उनपर पथराव भी किया। मदरसे के घायल छात्रों का कहना है कि अराजक तत्वों ने पहले तो उन्हें जय श्री राम बोलने के लिए मजबूर किया, फिर उनकी पिटाई कर दी। 
छात्रों के मुताबिक उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए और उनकी साइकिल तोड़ दी गई।

मदरसे पहुंच कर छात्रों ने घटना की सूचना मदरसे के प्रशासन को दी। मदरसे के प्रिंसिपल ने घटना की शिकायत ज़िला प्रशासन से की और 3 लोगों के खिलाफ नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

IMG_2553.jpg
मदरसे के प्रिंसिपल मौलाना निसार अहमद मिस्बाही ने इस घटना के बारे में न्यूज़क्लिक से बात करते हुए बताया कि गुरुवार को दोपहर की नमाज के बाद कुछ छात्र जीआईसी ग्राउंड पर क्रिकेट खेलने गए थे। जहां 3-4 युवक आए और बच्चों को अपशब्द बोलते हुए ‘जय श्री राम’ कहने को कहा। मौलाना निसार के अनुसार गुरुवार मदरसे में हॉफ-डे होता है, इसलिए छात्र खेलने के लिए जाते हैं। लेकिन ऐसी घटना पहली बार हुई है। उन्होंने ने कहा अगर छात्र अपनी जान बचाकर वहां से न भागते तो उनकी जान को भी खतरा हो सकता था।  
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए छात्रों के साथ हुई मारपीट की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज जा चुकी है। हालांकि "जय श्री राम" के नारे लगवाने के लिए दबाव डालने पर उन्होंने कहा कि ये बात जांच के बाद ही साफ हो सकेगी। वर्मा ने बताया कि पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया है। इनमें से जिस एक युवक को गिरफ्तार किया गया है, उसका संबंध एक हिंदूवादी संगठन से बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस का कहना है की गिरफ्तार युवक किस संगठन से सम्बन्ध रखता है इसकी पुष्टि जाँच के बाद होगी। मुक़दमा सदर कोतवाली क्षेत्र में धरा 323, 352 ,504 और 506 के अन्तर्गत दर्ज किया गया है।

उन्नाव पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में पुलिस ने तीन और हमलावर लड़कों को उनके सोशल मीडिया अकाउंट से पहचान लिया है। 
उत्तर प्रदेश में "जय श्री राम" का नारा लगाने से इंकार करने वालो के विरुद्ध हिंसा का यह पहला मामला नहीं है। कानपुर के बर्रा इलाके में एक युवक की कुछ लोगों ने बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। बर्रा के रहने वाला ताज (16), 28 जून 2019  को किदवई नगर स्थित मस्जिद से नमाज पढ़ कर घर लौट रहा था तभी तीन चार अज्ञात बाइक सवार लोगों ने उसे रोक लिया और उसके टोपी पहने होने पर विरोध किया और 'जय श्री राम' कहने को कहा. जब उसने नारा से इनकार किया कि तो उसकी पिटाई कर दी  थी। 

इसे पढ़ें : कानपुर: जय श्री राम नहीं बोलने पर टोपी पहने किशोर को पीटा 

कानपुर में ही बाबूपुरवा में 3 जुलाई 2019 की रात तीन युवकों ने मिलकर एक ऑटो चालक को शौचालय में बंधक बनाकर ईंट-पत्थरों से पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया था। आरोप है कि हमलावरों ने ऑटो चालक को ‘जय श्रीराम का नारा’ न लगाने पर पीटा था। अलीगढ़ के एक युवक को चलती  ट्रेन में मारा गया था। बरेली के एक मदरसे में पढ़ने वाला छात्र 28 जून को जब अलीगढ़ से बरेली के लिए यात्रा कर रहा था, अलीगढ़-बरेली पेसेंजर ट्रेन में उससे कुछ लोगों ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने को कहा और जब छात्र ने नारा लगाने से इनकार किया तो उसकी इतनी पिटाई की गई की वह बेहोश हो गया था। इस मामले में भी 10-15 अज्ञात लोगों खिलाफ मुक़दमा दर्ज है।   

Uttar pradesh
unnao
jay shri ram
hindutva terorr
Hindutva Agenda
madarsa
madarsa students
मदरसा छात्र
जय श्री राम

Related Stories

मनासा में "जागे हिन्दू" ने एक जैन हमेशा के लिए सुलाया

‘’तेरा नाम मोहम्मद है’’?... फिर पीट-पीटकर मार डाला!

यूपी : महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ती हिंसा के विरोध में एकजुट हुए महिला संगठन

चंदौली: कोतवाल पर युवती का क़त्ल कर सुसाइड केस बनाने का आरोप

उत्तर प्रदेश: इंटर अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक, परीक्षा निरस्त, जिला विद्यालय निरीक्षक निलंबित

यूपी: अयोध्या में चरमराई क़ानून व्यवस्था, कहीं मासूम से बलात्कार तो कहीं युवक की पीट-पीट कर हत्या

यूपी में मीडिया का दमन: 5 साल में पत्रकारों के उत्पीड़न के 138 मामले

यूपी: बुलंदशहर मामले में फिर पुलिस पर उठे सवाल, मामला दबाने का लगा आरोप!

ख़बरों के आगे पीछे: हिंदुत्व की प्रयोगशाला से लेकर देशभक्ति सिलेबस तक

पीएम को काले झंडे दिखाने वाली महिला पर फ़ायरिंग- किसने भेजे थे बदमाश?


बाकी खबरें

  • भाषा
    ईडी ने फ़ारूक़ अब्दुल्ला को धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए तलब किया
    27 May 2022
    माना जाता है कि फ़ारूक़ अब्दुल्ला से यह पूछताछ जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में कथित वित्तीय अनिमियतता के मामले में की जाएगी। संघीय एजेंसी इस मामले की जांच कर रही है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    एनसीबी ने क्रूज़ ड्रग्स मामले में आर्यन ख़ान को दी क्लीनचिट
    27 May 2022
    मेनस्ट्रीम मीडिया ने आर्यन और शाहरुख़ ख़ान को 'विलेन' बनाते हुए मीडिया ट्रायल किए थे। आर्यन को पूर्णतः दोषी दिखाने में मीडिया ने कोई क़सर नहीं छोड़ी थी।
  • जितेन्द्र कुमार
    कांग्रेस के चिंतन शिविर का क्या असर रहा? 3 मुख्य नेताओं ने छोड़ा पार्टी का साथ
    27 May 2022
    कांग्रेस नेतृत्व ख़ासकर राहुल गांधी और उनके सिपहसलारों को यह क़तई नहीं भूलना चाहिए कि सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई कई मजबूरियों के बावजूद सबसे मज़बूती से वामपंथी दलों के बाद क्षेत्रीय दलों…
  • भाषा
    वर्ष 1991 फ़र्ज़ी मुठभेड़ : उच्च न्यायालय का पीएसी के 34 पूर्व सिपाहियों को ज़मानत देने से इंकार
    27 May 2022
    यह आदेश न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की पीठ ने देवेंद्र पांडेय व अन्य की ओर से दाखिल अपील के साथ अलग से दी गई जमानत अर्जी खारिज करते हुए पारित किया।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    “रेत समाधि/ Tomb of sand एक शोकगीत है, उस दुनिया का जिसमें हम रहते हैं”
    27 May 2022
    ‘रेत समाधि’ अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाला पहला हिंदी उपन्यास है। इस पर गीतांजलि श्री ने कहा कि हिंदी भाषा के किसी उपन्यास को पहला अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार दिलाने का जरिया बनकर उन्हें बहुत…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License