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उत्तर कोरिया के साथ चीन: क्या विश्व एक अन्य विश्व युद्ध के कगार पर है?
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच बढ़ते वाक्य युद्ध के खिलाफ चीन ने सख्त रूख अपनाया है
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
16 Aug 2017
उत्तर कोरिया के साथ चीन: क्या विश्व एक अन्य विश्व युद्ध के कगार पर है?

उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच बढ़ते वाक्य युद्ध के खिलाफ चीन ने सख्त रूख अपनाया है और उसने कोरियाई प्रायद्वीप पर प्रलयकरी संघर्ष से बचने के लिए सावधानी बरतने को कहा है।

ग्लोबल टाइम्स के संपादकीय के मुताबिक, अमेरिका और उत्तर कोरिया ने दोनों ने "अपने खतरनाक बयानबाजी" को और बढ़ाया है, और कहा है कि अगर अमेरिका ने एक आक्रामक अभियान शुरू किया तो उत्तर कोरिया का साथ चीन देगा। देश की स्वामित्व वाली, इस अखबारों में संपादकीय को इस मुद्दे पर सरकार की स्थिति के रूप में देखा जाता है।

संपादकीय ने लिखा "यदि अमेरिका और दक्षिण कोरिया हमले कर देता है और उत्तर कोरिया शासन को खत्म करने और कोरियाई प्रायद्वीप के राजनीतिक संरचना को बदलने की कोशिश करते हैं, तो चीन उन्हें ऐसा करने से रोक देगा।"

हालांकि, संपादकीय में लिखा गया है कि अगर अमेरिका को धमकी देने के लिए उत्तर कोरिया पहले मिसाइल दागता है तो वह "तटस्थ" रहेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के खिलाफ युद्ध की धमकी दी है। उत्तरी कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने धमकी दी है।

चीनी सरकार ने दोनों राष्ट्रों के बीच इससे पहले कई बार तनाव कम करने की मांग की है। हालांकि, इस बार चीन की तरफ से प्रत्यक्ष धमकी के रूप में आया क्योंकि दो शत्रु राष्ट्र निरंकुशता की तरफ बढ़ रहे हैं।

कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध और परमाणु प्रसार के विरोध को स्पष्ट करते हुए चीन ने कहा कि प्रायद्वीप में सैन्य संघर्ष को बढ़ाए जाने के लिए वह किसी भी पक्ष को गंभीर रूप से सामरिक और महत्वपूर्ण मानने को प्रोत्साहित नहीं करेगा।

संपादकीय ने कहा "कोरियाई प्रायद्वीप में सभी पक्षों के रणनीतिक हित पूरे होते हैं और किसी भी पक्ष को इस क्षेत्र का पूर्ण दावेदार होने की कोशिश नहीं करना चाहिए।"

 

राष्ट्रपति ट्रम्प ने उत्तरी कोरिया के खिलाफ ट्विटर के जरीए कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया।.

ट्रम्प ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि "अगर उत्तरी कोरिया बुद्धि हीनता से काम करता है तो सैन्य तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उम्मीद है किम जोंग उन दूसरे रास्ते की तलाश करेंगे!"

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी उत्तरी कोरिया और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर खतरों और धमकियों पर एक गहरी चिंता व्यक्त की। लावरोव ने दोनों देशों को एक संयुक्त चीनी-रूसी योजना के लिए हस्ताक्षर करने का आग्रह किया, जोकि किम जोंग उन के मिसाइल परीक्षणों को रोकने के लिए प्रभावी होगा, और अमेरिका और उसके सहयोगी दक्षिण कोरिया किसी भी सैन्य गतिविधि को रोक देंगे जो कोरियाई प्रायद्वीप को खतरे में डालता है।

 

उत्तर कोरिया
चीन
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