NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
उत्पीड़न
भारत
राजनीति
पश्चिम बंगाल: विहिप की रामनवमी रैलियों के उकसावे के बाद हावड़ा और बांकुरा में तनाव
हावड़ा में बहुसंख्यक मुस्लिम रिहाइश वाले इलाकों से गुजरते रामनवमी जुलूस ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और उन पर पथराव किया।

संदीप चक्रवर्ती
12 Apr 2022
ramnavami
फोटो सौजन्य: न्यूज ट्रैक

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में उस समय दंगे की नौबत आ गई जब विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर रामनवमी जुलूस राज्य के अल्पसंख्यक इलाके होकर निकालने और अल्पसंख्यक विरोधी नारे लगाने के बाद दो समुदाय आमने-सामने आ गए।

बांकुरा, हावड़ा और काकिनारा में कथित तौर पर व्यापक स्तर पर पथराव हुआ।

बांकुरा में जुलूस की तरफ से पथराव किया गया, जिसमें सहायक पुलिस अधीक्षक घायल हो गए।

यहां कई मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया और धार्मिक रूप से अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित दुकानों और प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई। बांकुरा में उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

बाद में बांकुरा शहर में कानून और व्यवस्था की रक्षा के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को तैनात कर दिया गया।

काकिनारा में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला। टीएमसी के कई पार्षद और बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह भी रामनवमी जुलूस में हिस्सा लेते देखे गए। गौरतलब है कि काकीनाडा और भाटापारा ने अंतरसमुदाय की झड़प ने सुर्खियां बटोरी थीं। इसके अलावा, हाल ही में हुए बाहुबल के प्रदर्शनों ने और टीएमसी-भाजपा के बीच रार ने क्षेत्र की अल्पसंख्यक आबादी के बीच डर पैदा कर दिया है।

हावड़ा में जीटी रोड के पास फजीरबाजार इलाके में जहां अधिकतर मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं, उस हो कर गुजरते रामनवमी के जुलूस में शामिल लोग अल्पसंख्यकों के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए। इसके बाद जमकर पथराव शुरू हो गया। इसके बाद, जुलूस शाम में फिर से अपने मूल मार्ग रामकृष्ण घाट से शुरू हुआ। 

हावड़ा के शालीमार से शुरू हुए एक दूसरे जुलूस ने अल्पसंख्यकों के इलाके में प्रवेश किया, जहां दुकानदार रामजान के महीने को लेकर बाहर निकल आए थे। जुलूस में जोर-शोर से लगाए जा रहे मुस्लिम विरोधी नारे के कारण क्षेत्र के निवासियों और जुलूस प्रतिभागियों के बीच नोंकझोंक हुई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि रामनवमी के जुलूस सभी क्षेत्रों से सुचारू रूप से गुजर सके।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि रामनवमी के जुलूस सभी क्षेत्रों से सुचारू रूप से गुजर सके। हालांकि, जहां भी जुलूस निकाले गए, वहां राज्य के धार्मिक रूप से अल्पसंख्यक समुदाय को लक्षित कर उनको उकसाया गया।

हावड़ा के सकराइल इलाके में जुलूस में शामिल विहिप कार्यकर्ता हथियारों से लैस थे।

हावड़ा की सड़कें रविवार को सांप्रदायिक कलह का विषय बन गईं क्योंकि स्थानीय शिबपुर पुलिस स्टेशन से पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पहुंच गई।

हावड़ा के शिबपुर में एक के बाद एक सड़क जाम करने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरएएफ को तैनात किया गया था। 

बांकुरा शहर के माचंटोला क्षेत्र से नुंगोला रोड और सुभाष रोड तक, विहिप और आरएसएस के रामनवमी जुलूसों में शामिल लोगों का स्थानीय लोगों के बीच काफी घमासान हुआ। जुलूस में भाग लेने वालों ने व्यापक पथराव किया, जिससे बांकुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक वर्मा घायल हो गए।

आगे की किसी भी हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए माचंटोला में एक विशाल पुलिस पिकेट तैनात की गई थी। बांकुरा शहर में माचंटोला पेट्रोल पंप के आगे रामनवमी जुलूस के अवरोधक लगाए जाने के बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा क्योंकि जुलूस में शामिल लोग छोटे समूहों में एकत्रित हो गए और पुलिस पर पथराव करने लगे और स्थानीय दुकानों और प्रतिष्ठानों और खड़ी मोटरसाइकिलों पर तोड़फोड़ शुरू कर दी। पथराव में दो पत्रकार भी घायल हो गए।

पुलिस उन पत्थरबाजों को रोकने में असमर्थ थी जो पड़ोस के बाइलेन से जुलूस में घुसे थे। इन लोगों ने लगभग तीन घंटे तक हिंसा जारी रखी थी। शाम को लगभग 8 बजे, एसपी धृतिमान साहा एक बड़ी पुलिस टुकड़ी के साथ वहां पर आए और भीड़ को नियंत्रित किया।

अंग्रेजी में मूल रूप से लिखे लेख को पढने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें

https://www.newsclick.in/bengal-situation-tense-howrah-bankura-following-instigation-VHP-led-ram-navami-rallies

Ramnavami
Communalism
VHP
ramzan
kolkata
TMC
BJP
Hindutva

Related Stories

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

2023 विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र तेज़ हुए सांप्रदायिक हमले, लाउडस्पीकर विवाद पर दिल्ली सरकार ने किए हाथ खड़े

जहांगीरपुरी— बुलडोज़र ने तो ज़िंदगी की पटरी ही ध्वस्त कर दी

अब भी संभलिए!, नफ़रत के सौदागर आपसे आपके राम को छीनना चाहते हैं

मुस्लिम जेनोसाइड का ख़तरा और रामनवमी

बढ़ती हिंसा व घृणा के ख़िलाफ़ क्यों गायब है विपक्ष की आवाज़?

देश में पत्रकारों पर बढ़ते हमले के खिलाफ एकजुट हुए पत्रकार, "बुराड़ी से बलिया तक हो रहे है हमले"

राजस्थान: महिला डॉक्टर की आत्महत्या के पीछे पुलिस-प्रशासन और बीजेपी नेताओं की मिलीभगत!

बंगाल हिंसा मामला : न्याय की मांग करते हुए वाम मोर्चा ने निकाली रैली

जनादेश-2022: रोटी बनाम स्वाधीनता या रोटी और स्वाधीनता


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License