NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
श्रीनगर के बाहरी इलाक़ों में शराब की दुकान खुलने का व्यापक विरोध
राजनीतिक पार्टियों ने इस क़दम को “पर्यटन की आड़ में" और "नुकसान पहुँचाने वाला" क़दम बताया है। इसे बंद करने की मांग की जा रही है क्योंकि दुकान ऐसे इलाक़े में जहाँ पर्यटन की कोई जगह नहीं है बल्कि एक स्कूल और एक मस्जिद है।
अनीस ज़रगर
10 May 2022
 Srinagar
तस्वीर सौजन्य : कश्मीर विज़न

श्रीनगर : श्रीनगर के बाहरी इलाक़े पंथा चौक में शराब की दुकान खुलने का व्यापक विरोध हो रहा है और भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने इसे बंद करने की मांग की है।

कुछ राजनेताओं ने शराब की दुकान खोलने के क़दम को "शरारती" बताया है जिससे जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, जिसमें से ज़्यादातर मुसलमान हैं।

बीजेपी नेता और पार्ट प्रवक्ता अलताफ़ ठाकुर ने मांग की कि शराब की दुकान को किसी पर्यटन स्थल पर शिफ़्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि यहाँ स्कूल और मस्जिद होने की वजह से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँच सकती है।

ठाकुर ने कहा, "कश्मीर का समाज रूढ़िवादी और शराब की दुकान खुलने से शांत वातावरण ख़राब हो सकता है।"

ठाकुर ने एक्साइज़ विभाग और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन से मांग की इसे पंथा चौक से हटाया जाए क्योंकि यहाँ पर्यटक नहीं आते हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी दार ने भी इस क़दम शरारती पूर्ण बताया।

दार ने कहा, ऐसी जगह पर शराब की दुकान खोल्न जहाँ कोई पर्यटक नहीं है, यह बड़ी विडम्बना है, यहाँ तक कि यह दुकान स्कूल के पास खोली गई है। जबकि गुजरात सहित अन्य राज्य भी शराब की बिक्री नहीं करते हैं, तो यहाँ 'लाईसेंस' दिया जाने का मक़सद कुछ और ही लगता है।"

यूटी प्रशासन ने फरवरी में पहले कहा था कि 1990 के दशक की शुरुआत में आतंकवादी समूहों की धमकियों के कारण तीन दशकों के ठहराव के बाद कश्मीर घाटी में छह सहित क्षेत्र में 51 नई शराब की दुकानें खोली जाएंगी। उग्रवादी संगठनों ने तब घाटी में शराब के खिलाफ "धर्मयुद्ध" शुरू किया था और इसके सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके कारण ऐसी कई दुकानों को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। हालांकि, कुछ पर्यटन स्थलों के आसपास "सुरक्षित क्षेत्र" के रूप में जाने जाते हैं, जो चालू रहे।

मार्च के बाद से, निर्णय के खिलाफ जम्मू सहित कई विरोध प्रदर्शन हुए हैं, कई लोगों का तर्क है कि यह निर्णय युवाओं को शराब की ओर धकेलता है। यहां तक कि कोई आधिकारिक प्रतिबंध नहीं होने के बावजूद, कश्मीर में शराब के सेवन को इस्लामिक आधार पर कुछ लोगों द्वारा गलत माना जाता है।

डार की तरह, एक अन्य नेकां युवा नेता अहसान परदेसी ने कहा कि वह पूरे कश्मीर में शराब की दुकानें खोलने के सरकार के फैसले से बहुत चिंतित हैं, उनका मानना है कि कश्मीरी युवाओं को प्रभावित करेगा। “पर्यटन की आड़ में सरकार युवाओं को शराब की ओर धकेल रही है। भारत में ऐसे राज्य हैं जहां पर्यटन है और फिर भी शराब पर प्रतिबंध है। इसका हमारे युवाओं पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा, ”नेता ने कहा।

इस फैसले की जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) के युवा अध्यक्ष शेख इमरान ने भी आलोचना की, जिन्होंने दावा किया कि यह निर्णय युवाओं को नई लत की ओर ले जाने का एक प्रयास है।

“पंथा चौक पर शराब की दुकान खोलने के जम्मू-कश्मीर प्रशासन के कदम की व्यापक निंदा। यह न केवल युवाओं को नई लत में शामिल करेगा बल्कि नैतिक रूप से समाज पर भी गंभीर प्रभाव डालेगा। पंथा चौक पर शराब की दुकान खोलने के आदेश को प्रशासन को वापस लेना चाहिए, ”इमरान ने ट्वीट किया।

श्रीनगर के पूर्व डिप्टी-मेयर ने कहा कि अगर निर्णय वापस नहीं लिया गया तो वह दूसरों के साथ इस कदम के खिलाफ अपना विरोध "तेज" करेंगे।

इस लेख को मूल अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक करें।

Widespread Outrage Over Opening of Liquor Shop on Outskirts of Srinagar

Kashmir Tourism
Kashmir Wine Shops
Liquor in J&K
J&K Admin
Pantha Chowk

Related Stories

जम्मू-कश्मीर : जहाँ जम्हूरियत का मतलब डीडीसी सदस्यों को 'क़ैद' करना है

कश्मीर : पर्यटन कम होने से ड्राइवर संकट में

दो लॉकडाउन उपरांत कश्मीर में पर्यटन


बाकी खबरें

  • रवि शंकर दुबे
    अनुदेशकों के साथ दोहरा व्यवहार क्यों? 17 हज़ार तनख़्वाह, मिलते हैं सिर्फ़ 7000...
    26 Apr 2022
    योगी आदित्यनाथ ऑफिस के ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट के बाद कमेंट्स की बाढ़ आ गई। और एक सच सामने आया कि कैसे अनुदेशकों का शोषण किया जा रहा है।
  • विवेक शर्मा
    मनरेगा: ग्रामीण विकास मंत्रालय की उदासीनता का दंश झेलते मज़दूर, रुकी 4060 करोड़ की मज़दूरी
    26 Apr 2022
    ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से ताजा जारी किए गए एक रिपोर्ट के मुताबिक 4,060 करोड़ रूपए की मज़दूरी का भुगतान नहीं हो सका है।
  • आज का कार्टून
    जहांगीरपुरी से शाहीन बाग़: बुलडोज़र का रोड मैप तैयार!
    26 Apr 2022
    अतिक्रमण हटाने के नाम पर बड़ी और छोटी सरकार का अगला टारगेट शाहीन बाग़ कहा जा रहा है। इस बीच , बीच की सरकार ख़ामोश है।
  • मोहम्मद इमरान खान
    बिहार: नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने समान नागरिक संहिता का किया विरोध
    26 Apr 2022
    जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जब तक नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं, बिहार में यूसीसी लागू नहीं होगा।
  • एम.ओबैद
    एमपी : ओबीसी चयनित शिक्षक कोटे के आधार पर नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे
    26 Apr 2022
    चयनित शिक्षक पिछले एक महीने से नियुक्ति पत्र को लेकर प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन मांग पूरी न होने पर अंत में आमरण अनशन का रास्ता चयन किया।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License