NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
जिग्नेश मेवानी पर भाजपा समर्थकों ने चौथी बार कथित तौर पर हमला किया
दलित नेता मेवानी किसानों के मुद्दों को उठा रहे हैं और भाजपा के "नकली" गुजरात मॉडल की सच्चाई को उजागर कर रहे हैं
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
07 Dec 2017
Translated by महेश कुमार
Jignesh Mevani

05 दिसंबर को वाग्डम निर्वाचन क्षेत्र दलित नेता और विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी पर भाजपा के समर्थकों ने पटौसन और ताकरवाड़ा गांवों में उनके अपने अभियान के दौरान कथित तौर पर हमला किया. अनुसूचित जाति के लिए वाग्डम आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन दायर करने के बाद अब तक मेवानी पर चार ऐसे हमलों हो चुके है.

नए हमले में, जिसमें मेवानी बाल-बाल बचे, कथित तौर बीजेपी समर्थकों ने अभियान में इस्तेमाल होने वाली दो कारों को भारी क्षति पहुंचाई है. बनासकांठा जिले के वाग्डम में, चुनावी मुकाबला मुख्य रूप से मेवानी और भाजपा के उम्मीदवार विजय चक्रवर्ती के बीच है. मेवानी के राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के साथ चुनावी गठबंधन के हिस्से के तौर पर कांग्रेस ने यहाँ से अपना उम्मीदवार हटा लिया है. कथित तौर पर, भाजपा के सदस्यों ने उसी दिन ताराखवारा में मेवानी के जुलूस में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश की और उसे बाधित किया.

अपने चुनावी अभियान के जरिए, मेवानी गुजरात में किसानों के संकट को उजागर कर रहे हैं और खासतौर पर वाग्डम में किसानों की समस्याओं को मज़बूत ढंग से उठा रहे हैं.

हमले के जवाब में, मेवानी ने कहा कि उन्होंने गुजरात में बीजेपी की जनविरोधी नीतियों के मुद्दे को उठाकर एक सीधी लड़ाई लड़ी है. उन्होंने कहा कि वाग्डम अभियान में वे भाजपा के “नकली विकास मॉडल” को उजागर कर रहे हैं.

"यही कारण है कि, जनता के बीच जाने और मुद्दों पर बात करने के बजाय, भाजपा मुझ पर हर जगह-जगह हमला कर रही है लेकिन, वाग्डम के लोगों ने मुझे भारी समर्थन दिया है. मैं जनता के मुद्दों पर कड़ी मेहनत करूँगा और भाजपा के इन कुकृत्यों को चुनौती देता रहूँगा."

पेशे से वकील जिग्नेश मेवानी, गुजरात में दलित आंदोलन के नेता के रूप में उभरे है. वे राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच और उना दलित अत्याचार लड़ाई समिति के संयोजक हैं. हाल के दिनों में, मेवानी ने दलित समुदायों और युवाओं के बीच लोकप्रियता हासिल की है जब उन्होंने गुजरात की सड़कों पर भाजपा सरकार की नीतियों के विरुद्ध आवाज़ उठायी. इन आन्दोलनों के तहत उनकी संस्था ने भूमिहीन दलितों और आदिवासियों के बीच भूमि के वितरण की मांग को लेकर आन्दोलन किया है, राज्य में बीजेपी सरकार की नीति इस मांग की उपेक्षा की रही है, मेवानी इसके लिए राज्य उच्च न्यायालय में भी लड़ रहे है.

यह पहली बार नहीं है कि भाजपा के सदस्यों पर विपक्षी नेताओं पर ऐसे हमलों का आरोप है. अगस्त में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की कार पर भी इसी तरह का कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बनासकांठा जिले में हमला किया था. इस घटना में, श्री गांधी की गाड़ी पर पत्थरों से हमला कर खिड़की तोड़ दी गयी थी और वे बिना चोटिल हुए बच गए, सनद रहे वे बनासकांथा जिले में बाढ़ के कारण हुई 61 लोगों की मौत के बाद दौरे पर थे.

Jignesh Mevani
BJP
Gujarat Assembly
Gujarat Assembly Election 2017
Rashtriya Dalit Adhikar Manch
Congress
Ragul Gandhi

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License