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भारत
राजनीति
जम्मू कश्मीर: विपक्षी दलों को प्रेस से बात करने की मनाही
डोगरा सदर सभा के अध्यक्ष को संवाददाता सम्मेलन से पहले हिरासत में लिया गया, इससे पहले पुलिस ने 16 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद रविन्द्र शर्मा को भी संवाददाता सम्मेलन से पहले पार्टी मुख्यालय से हिरासत में ले लिया था।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
27 Aug 2019
dogra sadar sabha
Image courtesy:jagran.com

डोगरा सदर सभा के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गुलचैन सिंह चरक को उनके संवाददाता सम्मेलन से पहले ही मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया।

चरक के बेटे गंभीर देव सिंह ने बताया कि वह डोगरा हॉल स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे थे और पुलिस ने बिना कोई कारण बताए उन्हें हिरासत में ले लिया।

पार्टी की युवा शाखा के प्रभारी गंभीर ने बताया कि राज्य के पुनर्गठन के संबंध में जम्मू क्षेत्र के लोगों के हितों की रक्षा के लिए कुछ सुझाव देने की खातिर डोगरा सदर सभा द्वारा संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘ इस कदम को उचित नहीं कहा जा सकता... हमारी पार्टी ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का विशेषाधिकार खत्म करने के फैसले का पूरी तरह स्वागत किया है... यह कदम लोकतंत्र की हत्या के समान है।’’

पुलिस ने 16 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद रविन्द्र शर्मा को भी संवाददाता सम्मेलन से पहले पार्टी मुख्यालय से हिरासत में ले लिया था।

इससे पहले 24 अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और वाम नेता सीताराम येचुरी, डी राजा समेत कश्मीर दौरे पर गए विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं को आज, शनिवार को एक बार फिर कश्मीर का दौरा करने से रोक दिया गया। सभी नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने मीडियाकर्मियों से भी धक्का-मुक्की की।

आपको मालूम है कि हाल ही में सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कई प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों को बांटने का कदम उठाया है।

इसके बाद से जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हैं। राज्य के कई इलाकों में भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई और मोबाइल एवं इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।

इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया गया या नजरबंद किया गया। बावजूद इसके सरकार सरकार लगातार दावा करती रही है कि हालात बिल्कुल सामान्य हैं।

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने के बाद से ही राज्य कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर, डोगरा स्वाभिमान संगठन के संस्थापक चौधरी लाल सिंह और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा सहित कई शीर्ष नेता जम्मू में नजरबंद हैं।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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Former Minister Gulchain Singh Charak
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