NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
असांजे बरी हुए! यूके की अदालत ने अमेरिका को प्रत्यर्पण से रोका
एक ब्रिटिश न्यायाधीश ने पाया है कि विकिलिक्स के संस्थापक मानसिक अवसाद का गंभीर ख़तरा है और अगर उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया जाता है तो उनके आत्महत्या करने की संभावना है।
पीपल्स डिस्पैच
05 Jan 2021
असांजे बरी हुए! यूके की अदालत ने अमेरिका को प्रत्यर्पण से रोका

यूनाइटेड किंगडम के एक न्यायाधीश ने विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिका की अपील को खारिज कर दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका में जेल की बदतर स्थिति के कारण असांजे के आत्महत्या करने के अधिक जोखिम का हवाला देते हुए न्यायाधीश वैनेसा बैरिस्टर ने सोमवार 4 जनवरी को अपने फैसले को सुनाया।

असांजे की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी। अभियोजन पक्ष ने संकेत दिया है कि वह इस फैसले की अपील करेगा।

असांजे पर इस समय एस्पियोनेज एक्ट के तहत अफगानिस्तान और इराक में अमेरिकी युद्ध अपराधों पर लीक हुए दस्तावेजों को प्रकाशित करने के लिए अमेरिका में मुकदमा चलाया जा रहा है। वह एस्पियोनेज और साइबर क्राइम सहित संघीय अपराधों के कुल 18 आरोपों का सामना कर रहे है जिसके तहत अधिकतम 175 साल की सजा का प्रावधान है। साल 2020 में एक सुपरसीडिंग इंडिक्टमेंट दायर किया गया था। इस मामले को दुनिया भर में प्रेस की स्वतंत्रता के लिए काफी महत्वपूर्ण माना गया था। हालांकि, न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष के तर्कों से काफी हद तक सहमति व्यक्त की और आत्महत्या के जोखिम के कारण प्रत्यर्पण की इस अपील को खारिज कर दिया।

संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के बीच जो प्रत्यर्पण संधि उसके तहत यह उस समय प्रत्यर्पण प्रक्रिया को रोकती है जब प्रतिवादी के आत्महत्या सहित शारीरिक नुकसान का खतरा बना रहता है। बैरिस्टर ने असांजे की रक्षा टीम के इस तर्क को स्वीकार किया कि उन्हें "फिजिकल कंटेक्ट से दूर करने और सामाजिक संपर्क को कम करने और बाहरी दुनिया के साथ संपर्क को कम करने के लिए तैयार किए गए गंभीर रूप से प्रतिबंधात्मक हिरासत की शर्तों की कठोर संभावना का सामना करना पड़ा।"

न्यायाधीश ने कहा कि अमेरिकी जेल में कठोर परिस्थितियों में “असांजे का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ जाएगा जिससे वह अपने ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार के "सिंगल माइंडेड डिटर्मिनेशन" के चलते आत्महत्या कर सकते है। ‘363.आई' ने पाया कि असांजे की मानसिक स्थिति ऐसी है कि उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका प्रत्यर्पित करना अत्याचार करने वाला होगा।”

हालांकि ये मामला अभी खत्म नहीं हुआ है। अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाली अभियोजन टीम उच्च न्यायालयों में इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए तैयार है। इस बीच, असांजे के वकील इनके लिए जमानत की अर्जी देने की तैयारी कर रहे हैं और बुधवार 6 जनवरी को इसके लिए सुनवाई निर्धारित की है।

#FreeJulianAssange
Belmarsh Prison
Computer Fraud and Abuse Act
Espionage Act in the US
John Pilger
Julian Assange
Vanessa Baraitser
wikileaks

Related Stories

ब्रिटेन की कोर्ट ने जूलियन असांज के अमेरिका प्रत्यर्पण की अनुमति दी

ज़ोर पकड़ती  रिहाई की मांग के बीच जूलियन असांज नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित

पत्रकारिता एवं जन-आंदोलनों के पक्ष में विकीलीक्स का अतुलनीय योगदान 

वे उन्हें मार रहे हैं : असांज की 'स्लो डेथ' खसोगी की याद दिलाती है

जूलियन असांज का न्यायिक अपहरण

मानवाधिकार दिवस पर ब्रिटेन के कोर्ट ने जूलियन असांज के अमेरिका प्रत्यर्पण को मंज़ूरी दी

क्यों जूलियन असांज पर अमानवीय मुक़दमा हम सबके लिए अन्याय है

असांजे मामले के एक प्रमुख गवाह ने झूठ बोलने की बात स्वीकार की

स्टीव बैनन और भ्रष्ट अधिकारियों को आख़िरी समय में ट्रंप ने माफ़ किया

यूके के न्यायाधीश ने असांजे को ज़मानत देने से इनकार किया


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License