NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कांग्रेस ने राजस्थान में राजे के खिलाफ जसवंत सिंह के बेटे को उतारा
बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले मानवेंद्र सिंह ने सितंबर में सत्तारूढ़ भाजपा का दामन छोड़ दिया था। वह 2014 लोकसभा चुनाव में अपने पिता को पार्टी से दरकिनार किए जाने को लेकर नाराज थे।
आईएएनएस
17 Nov 2018
Manvendra singh Vasundhara raje
Image Courtesy: Patrika

कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची शनिवार को जारी कर दी। पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ उनकी पारंपरिक झालरापाटन सीट से मैदान में उतारा है। पार्टी ने 32 नामों की घोषणा की है, जिसमें पूर्व भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह का भी नाम शामिल है। मानवेंद्र हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

झालावाड़ जिले का झालरापाटन निर्वाचन क्षेत्र 2003 से राजे को विधानसभा भेजता आ रहा है।

बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले मानवेंद्र सिंह ने सितंबर में सत्तारूढ़ भाजपा का दामन छोड़ दिया था। वह 2014 लोकसभा चुनाव में अपने पिता को पार्टी से दरकिनार किए जाने को लेकर नाराज थे।

कांग्रेस ने 16 नवंबर को 152 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें अशोक गहलोत और सचिन पायलट को मैदान में उतारा गया था। दोनों ही नेता मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं।

200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा के लिए सात दिसंबर को मतदान होना है। नतीजों की घोषणा 11 दिसंबर को की जाएगी।

Rajesthan
Rajesthan Election
Vasundhara Raje
Manvendra singh
Jaswant singh
BJP
Congress
Assembly elections 2018

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • शारिब अहमद खान
    ईरानी नागरिक एक बार फिर सड़कों पर, आम ज़रूरत की वस्तुओं के दामों में अचानक 300% की वृद्धि
    28 May 2022
    ईरान एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है, इस बार वजह सरकार द्वारा आम ज़रूरत की चीजों पर मिलने वाली सब्सिडी का खात्मा है। सब्सिडी खत्म होने के कारण रातों-रात कई वस्तुओं के दामों मे 300% से भी अधिक की…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक
    28 May 2022
    हिंसा का अंत नहीं होता। घात-प्रतिघात, आक्रमण-प्रत्याक्रमण, अत्याचार-प्रतिशोध - यह सारे शब्द युग्म हिंसा को अंतहीन बना देते हैं। यह नाभिकीय विखंडन की चेन रिएक्शन की तरह होती है। सर्वनाश ही इसका अंत है।
  • सत्यम् तिवारी
    अजमेर : ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह के मायने और उन्हें बदनाम करने की साज़िश
    27 May 2022
    दरगाह अजमेर शरीफ़ के नीचे मंदिर होने के दावे पर सलमान चिश्ती कहते हैं, "यह कोई भूल से उठाया क़दम नहीं है बल्कि एक साज़िश है जिससे कोई मसला बने और देश को नुकसान हो। दरगाह अजमेर शरीफ़ 'लिविंग हिस्ट्री' है…
  • अजय सिंह
    यासीन मलिक को उम्रक़ैद : कश्मीरियों का अलगाव और बढ़ेगा
    27 May 2022
    यासीन मलिक ऐसे कश्मीरी नेता हैं, जिनसे भारत के दो भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह मिलते रहे हैं और कश्मीर के मसले पर विचार-विमर्श करते रहे हैं। सवाल है, अगर यासीन मलिक इतने ही…
  • रवि शंकर दुबे
    प. बंगाल : अब राज्यपाल नहीं मुख्यमंत्री होंगे विश्वविद्यालयों के कुलपति
    27 May 2022
    प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए राज्यपाल की शक्तियों को कम किया है। उन्होंने ऐलान किया कि अब विश्वविद्यालयों में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री संभालेगा कुलपति पद का कार्यभार।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License