NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
काशी विद्यापीठ में ABVP की तीस्ता सेतलवाड़ को धमकी, मीडिया कार्यशाला रोकने पर अड़े
हालांकि एबीवीपी के अतिरिक्त अन्य छात्र इस कार्यशाला को आयोजित कराए जाने को लेकर उत्साहित हैं, वे लगातार इस कार्यशाला के आयोजन में योगदान दे रहे हैं I यह कार्यशाला सीपीजे डॉट ओआरजी की तरफ से आयोजित की जाने वाली है I
सबरंग इंडिया
27 Feb 2018
तीस्ता सीतलवाद

वाराणसी. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समिति कक्ष इंग्लिशयालाइन वाराणसी में आयोजित होने वाली कार्यशाला को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र विध्न डाल रहे हैं. ''सोशल मीडिया के दौर में मुख्य धारा की पत्रकारिता'' विषय पर आयोजित होने वाली इस कार्यशाला की मुख्य वक्ता और प्रशिक्षक तीस्ता सेतलवाड़ हैं. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने इस कार्यशाला के आयोजन ना किए जाने की धमकी दी है. 

सामाजिक कार्यकर्ता और मानवाधिकार हितों के लिए काम करने वाली तीस्ता सेतलवाड़ ने बताया कि इससे पहले यहां यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह यहां कार्यक्रम कर चुके हैं. उस वक्त एबीवीपी ने कार्यक्रम करने दिया था लेकिन हमारी कार्यशाला में विध्न डालने की कोशिश कर रहे हैं. तीस्ता सेतलवाड़ ने फेसबुक लाइव कर बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर सोमवार को ही एबीवीपी की धमकियां आई थीं. इसके साथ ही उन्हें धमकाया गया और कार्यक्रम न करने के लिए कहा गया.

सेतलवाड़ के साथ मौजूद छात्रनेता मनीष ने बताया कि इस कार्यक्रम को कराए जाने को लेकर उन्हें भी बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें कार्यशाला आयोजित कराए जाने की सूरत में विरोध करने और पत्थरबाजी की धमकी दी गई है. 

तीस्ता सेतलवाड़ ने कहा कि कार्यशाला हर हाल में आयोजित होगी. हम शांति और अहिंसा के साथ इस कार्यशाला को आयोजित करेंगे. काशी विद्यापीठ किसी एक का नहीं है, जब आरएसएस कहीं भी घुस जाता है लेकिन शांति और सद्भाव के प्रयास करने वालों को रोका जाता है. उन्होंने कहा कि इस विद्यापीठ का उद्घाटन खुद महात्मा गांधी ने किया था जो कि हमेशा अहिंसा का पाठ पढ़ाते थे. ऐसे में देश दूसरी आजादी की लड़ाई की तरफ जा रहा है. हम यह लड़ाई शांति के साथ लड़ेंगे. इस कार्यक्रम में संविधान के सिपाही पुस्तक का विमोचन भी होना है. इससे पहले ही छात्रों को धमकियां मिलनी शुरू हो गईं. 

हालांकि एबीवीपी के अतिरिक्त अन्य छात्र इस कार्यशाला को आयोजित कराए जाने को लेकर उत्साहित हैं. वे लगातार इस कार्यशाला के आयोजन में योगदान दे रहे हैं. यह कार्यशाला सीपीजे डॉट ओआरजी की तरफ से आयोजित की जाने वाली है.

कार्यशाला 27 फरवरी दोपहर 2 बजे से महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समिति कक्ष इंग्लिशयालाइन में आयोजित होनी है. कार्यशाला शुरू होने से पहले ही एबीवीपी के छात्रों ने तीस्ता सेतलवाड़ और अन्य सदस्यों को धमकी दी है. 

Courtesy: सबरंग इंडिया
ABVP
काशी विद्यापीठ
बनारस हिन्दू विश्वविधालय
बनारस
तीस्ता सीतलवाड़

Related Stories

कार्टून क्लिक: उनकी ‘शाखा’, उनके ‘पौधे’

अलीगढ़ : कॉलेज में नमाज़ पढ़ने वाले शिक्षक को 1 महीने की छुट्टी पर भेजा, प्रिंसिपल ने कहा, "ऐसी गतिविधि बर्दाश्त नहीं"

दिल्ली: रामजस कॉलेज में हुई हिंसा, SFI ने ABVP पर लगाया मारपीट का आरोप, पुलिसिया कार्रवाई पर भी उठ रहे सवाल

लखनऊ विश्वविद्यालय: दलित प्रोफ़ेसर के ख़िलाफ़ मुक़दमा, हमलावरों पर कोई कार्रवाई नहीं!

लखनऊ विश्वविद्यालय में एबीवीपी का हंगामा: प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक रविकांत चंदन का घेराव, धमकी

‘जेएनयू छात्रों पर हिंसा बर्दाश्त नहीं, पुलिस फ़ौरन कार्रवाई करे’ बोले DU, AUD के छात्र

जेएनयू हिंसा: प्रदर्शनकारियों ने कहा- कोई भी हमें यह नहीं बता सकता कि हमें क्या खाना चाहिए

JNU: मांस परोसने को लेकर बवाल, ABVP कठघरे में !

जेएनयू छात्र झड़प : एबीवीपी के अज्ञात सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

जेएनयू में फिर हिंसा: एबीवीपी पर नॉनवेज के नाम पर छात्रों और मेस कर्मचारियों पर हमले का आरोप


बाकी खबरें

  • कुशाल चौधरी, गोविंद शर्मा
    बिहार: रोटी-कपड़ा और ‘मिट्टी’ के लिए संघर्ष करते गया के कुम्हार-मज़दूर
    21 May 2022
    गर्मी के मौसम में मिट्टी के कुल्हड़ और मिट्टी के घड़ों/बर्तनों की मांग बढ़ जाती है, लेकिन इससे ज्यादा रोज़गार पैदा नहीं होता है। सामान्य तौर पर, अधिकांश कुम्हार इस कला को छोड़ रहे हैं और सदियों पुरानी…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में ओमिक्रॉन के स्ट्रेन BA.4 का पहला मामला सामने आया 
    21 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटो में कोरोना के 2,323 नए मामले सामने आए हैं | देश में अब कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 31 लाख 34 हज़ार 145 हो गयी है। 
  • विनीत तिवारी
    प्रेम, सद्भाव और इंसानियत के साथ लोगों में ग़लत के ख़िलाफ़ ग़ुस्से की चेतना भरना भी ज़रूरी 
    21 May 2022
    "ढाई आखर प्रेम के"—आज़ादी के 75वें वर्ष में इप्टा की सांस्कृतिक यात्रा के बहाने कुछ ज़रूरी बातें   
  • लाल बहादुर सिंह
    किसानों और सत्ता-प्रतिष्ठान के बीच जंग जारी है
    21 May 2022
    इस पूरे दौर में मोदी सरकार के नीतिगत बचकानेपन तथा शेखचिल्ली रवैये के कारण जहाँ दुनिया में जग हंसाई हुई और एक जिम्मेदार राष्ट्र व नेता की छवि पर बट्टा लगा, वहीं गरीबों की मुश्किलें भी बढ़ गईं तथा…
  • अजय गुदावर्ती
    कांग्रेस का संकट लोगों से जुड़ाव का नुक़सान भर नहीं, संगठनात्मक भी है
    21 May 2022
    कांग्रेस पार्टी ख़ुद को भाजपा के वास्तविक विकल्प के तौर पर देखती है, लेकिन ज़्यादातर मोर्चे के नीतिगत स्तर पर यह सत्तासीन पार्टी की तरह ही है। यही वजह है कि इसका आधार सिकुड़ता जा रहा है या उसमें…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License