NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कर्नाटक चुनाव: बीजेपी का सोशल मीडिया हिंदू वोट बैंक को लक्षित कर रहा है
नकली समाचार कहानियों को फैलाने के रिकॉर्ड के बावजूद,बीजेपी की सोशल मीडिया टीम पोस्ट कार्ड न्यूज़ के साथ है ।
पृथ्वीराज रूपावत
23 Apr 2018
Translated by मुकुंद झा
social media

12 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनावों में भाग लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सोशल मीडिया की रणनीति है हिंदू-मुस्लिम तनाव को बढ़ाकर बहुमत वाले हिंदू वोट बैंक को लुभाने कोशिश करना । यद्यपि धार्मिक ध्रुवीकरण हमेशा भगवा पार्टी की चुनावी रणनीति रही है, लेकिन अब उसने दक्षिण भारतीय राज्य के भीतर हिंदुत्व संगठनों के विस्तार के बाद इसे तेज करना का फैसला किया है। राज्य के लगभग हर कोने में स्मार्टफोन और इंटरनेट के आने के साथ, बीजेपी का डिजिटल वॉर रूम विशाल सांप्रदायिक सामग्री के साथ वर्चुअल स्पेस को प्रदूषित कर रहा है - जिसमें नफरत और नकली खबरें शामिल हैं ।

डिजिटल आउटरीच के लिए, राजनीतिक दल अपने प्रचार प्रसारित करने के लिए ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करते हैं। बीजेपी अपनी सोशल मीडिया टीम द्वारा प्रेरित सामग्री पर नजदीकी से नज़र रखते हुए ही कर्नाटक पोल के लिए अपनी रणनीति का खुलासा करती है। उदाहरण के लिए, फरवरी में जब कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य में प्रचार कर रहे थे, भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने ट्वीट किया: "मैं बेलारी में  # चुनावी हिंदू राहुल गांधी का दिल से स्वागत करता हूं  ।" तत्काल, बीजेपी की सोशल मीडिया टीम ने 'अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पार्टी को ट्रोल करने के लिए हैशटैग उठाया # चुनावी हिंदू । रिपोर्ट के अनुसार, ट्रोल अभियान को केवल आठ घंटे में लगभग 3 लाख लोगों ने  देखा ।

हाल ही में, एनआईए विशेष अदालत ने 2007 मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में हिंदुत्व संगठनों से जुड़े पांच लोगों को बरी कर दिया । जैसे ही फैसला दिया गया , # हिंदू वीरोधी कांग्रेस ने ट्विटर पर ट्रेंड करना शुरू किया। एक बीजेपी समर्थक ने ट्वीट किया की "# हिंदू वीरोधी कांग्रेस द्वारा बनाई गई 'हिंदू आतंक या भगवा आतंक' शब्द को  उछाला गया, जो कभी अस्तित्व में नहीं था ... कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए , हिंदुओं के खिलाफ झूठे वक्तव्य देने के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए,"|

हाल ही में, बेलगावी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक संजय पाटिल का एक भड़काऊ भाषण वीडियो वायरल हो गया। पाटिल ने चुनाव अभियान के दौरान कहा कि, "यह चुनाव सड़कों, पानी या अन्य मुद्दों के बारे में नहीं है। यह चुनाव हिन्दू बनाम मुसलमानों, राम मंदिर बनाम बाबरी मस्जिद के बारे में है"| बीजेपी व्हाट्सएप समूहों से वीडियो के लीक होने के बाद, कर्नाटक पुलिस ने पाटिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की  ।

मुसलमानों के खिलाफ प्रचार

राज्य के बीजेपी नेता दावा कर रहे हैं कि "जिहादी आतंक" ने 2014 से 20 से अधिक हिंदुत्व कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी थी। पिछले साल उड़ीपी-चिकमगलूर निर्वाचन क्षेत्र के बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र लिखा था। ये आरोप लगाते हुए  कि 23 हिंदू कार्यकर्ता मुस्लिम संगठनों द्वारा मारे गए थे। हालांकि, यह पता चला कि सूची में एक व्यक्ति जीवित है, दो ने आत्महत्या की और दो अपने परिवार के सदस्यों द्वारा मारे गए थे। करंदलाजे के दावे में कई तथ्यात्मक त्रुटियों के बावजूद, बीजेपी नेताओं और उनकी सोशल मीडिया टीम ने इस मुद्दे पर पहले ही ध्रुवीकरण करके पर्याप्त नुकसान पहुंचा चुकी  है। दरअसल, पिछले दिसंबर और जनवरी में, जब दो व्यक्ति - परेश मेस्ता और दीपक राव की मृत्यु हो गई थी, तब पहली बार भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय दोनों हिंदुत्व कार्यकर्ताओं के रूप में मौत के लिए मुस्लिम संगठनों को दोषी ठहराने  वाले पहले व्यक्ति थे। बीजेपी और उसके संबद्ध भगवा संगठनों ने सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा की, हालांकि दोनों मृतकों में से कोई भी हिंदुत्व समर्थक या सक्रिय कार्यकर्ता नहीं था ।

बीजेपी का पोस्ट कार्ड

पोस्ट कार्ड नामक एक नकली समाचार वेबसाइट जो कि बैंगलोर में स्थित है, जो नकली समाचार सामग्री के उत्पादन के लिए जाना जाता है,वो भी हमेशा भाजपा के समर्थन में। हाल ही में मार्च में, इसके संस्थापक महेश विक्रम हेगड़े को जिस झूठी खबर के लिए गिरफ्तार किया गया था वह उनकी वेबसाइट ने सोशल मीडिया साइटों पर पोस्ट की थीं। झूठी खबरों का दावा है कि मुस्लिम युवाओं ने जैन भिक्षु पर हमला किया था। बीजेपी समर्थकों ने विभिन्न प्लेटफॉर्म पर प्रसारित करने के लिए खबर तुरंत उठाई थी। राज्य भाजपा नेता हेगड़े के समर्थन में आए और पार्टी के साथ हेगड़े के सहयोग के कारण शायद उनकी रिहाई की मांग थी । नकली समाचार कहानियों को फैलाने के रिकॉर्ड के बावजूद बीजेपी के सोशल मीडिया को पोस्ट कार्ड न्यूज़ के साथ मिल गया है। यह आश्चर्य की बात नहीं है कि हेगड़े ट्विटर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुसरण (फ़ोलो किये जाते )किये  जाता हैं ।

Karnataka Assembly Elections 2018
BJP
BJP IT cell
Social Media
BJP (2365
fake news

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • भाषा
    अदालत ने कहा जहांगीरपुरी हिंसा रोकने में दिल्ली पुलिस ‘पूरी तरह विफल’
    09 May 2022
    अदालत ने कहा कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर हुए घटनाक्रम और दंगे रोकने तथा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में स्थानीय प्रशासन की भूमिका की जांच किए जाने की आवश्यकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,207 नए मामले, 29 मरीज़ों की मौत 
    09 May 2022
    राज्यों में कोरोना जगह-जगह पर विस्पोट की तरह सामने आ रहा है | कोरोना ज़्यादातर शैक्षणिक संस्थानों में बच्चो को अपनी चपेट में ले रहा है |
  • Wheat
    सुबोध वर्मा
    क्या मोदी सरकार गेहूं संकट से निपट सकती है?
    09 May 2022
    मोदी युग में पहली बार गेहूं के उत्पादन में गिरावट आई है और ख़रीद घट गई है, जिससे गेहूं का स्टॉक कम हो गया है और खाद्यान्न आधारित योजनाओं पर इसका असर पड़ रहा है।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: एक निशान, अलग-अलग विधान, फिर भी नया इंडिया महान!
    09 May 2022
    क्या मोदी जी के राज में बग्गाओं की आज़ादी ही आज़ादी है, मेवाणियों की आज़ादी अपराध है? क्या देश में बग्गाओं के लिए अलग का़ानून है और मेवाणियों के लिए अलग क़ानून?
  • एम. के. भद्रकुमार
    सऊदी अरब के साथ अमेरिका की ज़ोर-ज़बरदस्ती की कूटनीति
    09 May 2022
    सीआईए प्रमुख का फ़ोन कॉल प्रिंस मोहम्मद के साथ मैत्रीपूर्ण बातचीत के लिए तो नहीं ही होगी, क्योंकि सऊदी चीन के बीआरआई का अहम साथी है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License