लोक सभा चुनाव में कांग्रेस के ख़राब प्रदर्शन को देखते हुए कांग्रेस पार्टी में काफी बदलाव देखा जा सकता है। इससे पहले राहुल गाँधी ने अपने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। इसके अलाव कई प्रदेश अध्यक्षों ने भी अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। परन्तु अभी तक किसी भी बड़े नेता के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया गया है। कांग्रेस ने अपनी कोर कमेटी को भी भंग कर दिया है और साथ ही उसने टीवी बहसों का भी बहिष्कार किया है ,अब कर्णाटक के कांग्रेस समिति को भंग कर दिया गया है।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया है और अध्यक्ष एवं कार्यकारी अध्यक्ष को बरकरार रखा गया है।
कांग्रेस ने इस कदम की वजह नहीं बताई है, लेकिन इसे लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन से जोड़ कर देखा जा रहा है।
राज्य की 28 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 25 पर जीत हासिल की. वहीं कांग्रेस और जेडीएस को 1-1 सीटों से संतोष करना पड़ा.
यह भी देखा गया है कि दक्षिणी राज्य में कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) की गठबंधन में समन्वय की समस्याएँ होती रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले कर्णाटक कांग्रेस के नेता और विधायक रोशन बेग को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)