NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कश्मीर : आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज़्यादा जवान शहीद
जम्मू एवं कश्मीर में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से गुरुवार को अब तक का सबसे बड़े आतंकी हमला हुआ, जिसमें एक आत्मघाती हमलवार ने पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
14 Feb 2019
श्रीनगर-जम्मू हाईवे जहां सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया।
Photo: IANS

श्रीनगर : सरकार के तमाम दावों और वादों के बीच आतंकवादियों ने सुरक्षा में बड़ी सेंध लगाई है। जम्मू एवं कश्मीर में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से हुए गुरुवार को अब तक का सबसे बड़े आतंकी हमला हुआ, जिसमें एक आत्मघाती हमलवार ने पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हुए हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने इस नृशंस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है और आत्मघाती हमलावर का एक वीडियो जारी किया है जिसे हमले से पहले शूट किया गया था। हमलावर की पहचान कमांडर आदिल अहमद दार के रूप में हुई है। 

यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा इलाके में हुआ।

हमले का सटीक विवरण अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन पुलिस सूत्रों ने कहा है कि एसयूवी चला रहे आत्मघाती हमलावर ने अपराह्न करीब सवा तीन बजे अपने वाहन से सीआरपीएफ की बस में टक्कर मारी, जिससे बहरा कर देने वाला विस्फोट हुआ। घटना उस वक्त की है, जब 78 वाहनों के काफिले में 2,547 सीआरपीएफ जवान जम्मू के ट्रांजिट शिविर से श्रीनगर की ओर जा रहे थे।

हमला इतना जबरदस्त था कि सीआरपीएफ बस के परखच्चे उड़ गए। माना जा रहा है कि बस में 39 जवान सवार थे। एक रिपोर्ट में कहा गया कि एसयूवी 200 किलो विस्फोटक से भरी हुई थी, जिसमें संभवत: आरडीएक्स भी हो सकता है।

सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि आतंकियों द्वारा मुख्य रूप से निशाना बनाई गई बस पूरी तरह से तबाह हो गई और अन्य सीआरपीएफ वाहनों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "इस पर विश्वास करना बहुत मुश्किल है कि बस में कोई जीवित बचा होगा।"

जम्मू एवं कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा कि यह एक आत्मघाती हमला हो सकता है। बाद में अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की।

खुद को जेईएम का प्रवक्ता बताने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने स्थानीय समाचार एजेंसी जीएनएस को दिए एक बयान में कहा कि यह संगठन द्वारा किया गया एक फिदायीन हमला था।

सभी घायलों को श्रीनगर शहर के बादामीबाग छावनी स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम दलों के नेताओं व समाज के अन्य लोगों ने इस बर्बर घटना की कड़ी निंदा की है।

मोदी ने कहा, "यह हमला..घृणित है। मैं इस कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। हमारे बहादुर सुरक्षा कर्मियों का त्याग व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है।"

शुक्रवार को बिहार के दौरे पर जाने वाले गृह मंत्री राजनाथ सिंह अब यहां जाने के बजाए श्रीनगर पहुंचने वाले हैं। गृह सचिव राजीव गौबा भूटान का अपना दौरा बीच में छोड़कर शुक्रवार को उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक के लिए श्रीनगर पहुंचेंगे।

राजनाथ सिंह ने कहा, "आज (गुरुवार) हुआ नृशंस हमला..बहुत ही दुखदायी और परेशान कर देने वाला है। मैं राष्ट्र की सेवा में अपनी जिंदगी का त्याग करने वाले प्रत्येक सीआरपीएफ जवान को नमन करता हूं।"

श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर सभी प्रकार के यातायात को रोक दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारी विस्फोट बाद विश्लेषण के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

एक अधिकारी ने कहा कि हमला किन हालात में हुआ, उसे समझने के लिए सीआरपीएफ और पुलिस एक विस्तृत जांच करेंगी।

अधिकारियों ने कहा कि एक बार में इतनी बड़ी संख्या में सीआरपीएफ जवानों के स्थानांतरित होने के पीछे खराब मौसम के कारण पिछले दो दिनों से श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग का बंद होना था। काफिला जम्मू से तड़के साढ़े तीन बजे निकला था।

न्यूज़क्लिक से बात करते हुए, सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने कहा कि 40 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि चार गंभीर रूप से घायल हैं। अधिकारी ने आगे कहा कि घायल सैनिकों को श्रीनगर के बादामी बाग छावनी स्थित 92 बेस अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया गया है।

विस्फोट से क्षेत्र में दहशत फैल गई और अधिकारियों ने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यातायात को स्थगित कर दिया। घटना के तुरंत बाद, पुलवामा में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गईं।

जम्मू और कश्मीर पुलिस के सीआरपीएफ और विशेष अधिकारी समूह (एसओजी) के एक संयुक्त समूह ने इस क्षेत्र को बंद कर दिया और तलाशी अभियान शुरू किया।

सीआरपीएफ के जवानों पर हमले की निंदा करते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “घाटी से भयानक खबरें आ रही हैं। एक IED विस्फोट में CRPF के कई सैनिकों के मारे जाने और घायल होने की सूचना है। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। घायलों के परिजनों के लिए मेरी प्रार्थना और शोक संवेदना।”

पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर कहा, "कोई भी शब्द भीषण आतंकी हमले की निंदा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इस पागलपन के खत्म होने से पहले कितने और लोगों की जान चली जाएगी? ”

राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने हमले की कड़ी निंदा की है और सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

उन्होंने कहा कि कश्मीर में उग्रवाद के लिए जिम्मेदार 'ताकतें' हताश और निराश हैं, और वे सिर्फ अपनी उपस्थिति को जताना चाहते थे।

मलिक ने एक बयान में कहा, "संभवत: यह सीमा पार से लगता है क्योंकि जैश-ए-मोहम्मद ने जिम्मेदारी का दावा किया है।"

उन्होंने कहा, "इस तरह की कार्रवाइयां सरकारी बलों और लोगों के संकल्प को नहीं डिगाएंगी, और हम इन असामाजिक ताकतों को खत्म करेंगे।"

राज्यपाल ने सभी बलों से हर मोर्चे पर निगरानी बढ़ाने का आग्रह किया है, और सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और प्रतिष्ठानों के सुरक्षा प्रबंधन की तुरंत समीक्षा करने के लिए जिला और मंडल, नागरिक और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

Jammu and Kashmir
Militants’ attack
CRPF Jawan Killed
Jaish-e-Mohammad
terrorist attack
Modi government
SATY PAL MALIK
mehbooba mufti
umar abdulla

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

कश्मीर में हिंसा का नया दौर, शासकीय नीति की विफलता

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

PM की इतनी बेअदबी क्यों कर रहे हैं CM? आख़िर कौन है ज़िम्मेदार?

कश्मीरी पंडितों के लिए पीएम जॉब पैकेज में कोई सुरक्षित आवास, पदोन्नति नहीं 

आख़िर फ़ायदे में चल रही कंपनियां भी क्यों बेचना चाहती है सरकार?


बाकी खबरें

  • विजय विनीत
    ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां
    04 Jun 2022
    बनारस के फुलवरिया स्थित कब्रिस्तान में बिंदर के कुनबे का स्थायी ठिकाना है। यहीं से गुजरता है एक विशाल नाला, जो बारिश के दिनों में फुंफकार मारने लगता है। कब्र और नाले में जहरीले सांप भी पलते हैं और…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत
    04 Jun 2022
    केरल में कोरोना के मामलों में कमी आयी है, जबकि दूसरे राज्यों में कोरोना के मामले में बढ़ोतरी हुई है | केंद्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पांच राज्यों को पत्र लिखकर सावधानी बरतने को कहा…
  • kanpur
    रवि शंकर दुबे
    कानपुर हिंसा: दोषियों पर गैंगस्टर के तहत मुकदमे का आदेश... नूपुर शर्मा पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं!
    04 Jun 2022
    उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का सच तब सामने आ गया जब राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के दौरे के बावजूद पड़ोस में कानपुर शहर में बवाल हो गया।
  • अशोक कुमार पाण्डेय
    धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है
    04 Jun 2022
    केंद्र ने कश्मीरी पंडितों की वापसी को अपनी कश्मीर नीति का केंद्र बिंदु बना लिया था और इसलिए धारा 370 को समाप्त कर दिया गया था। अब इसके नतीजे सब भुगत रहे हैं।
  • अनिल अंशुमन
    बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर
    04 Jun 2022
    जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा करते हुए सभी नर्सिंग छात्राओं को 24 घंटे के अंदर हॉस्टल ख़ाली कर वैशाली ज़िला स्थित राजापकड़ जाने का फ़रमान जारी किया गया, जिसके ख़िलाफ़…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License