NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
कोविड-19
भारत
केरल में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बावजूद मृत्यु दर 0.36 फीसदी बनी हुई है: शैलजा
केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्यकर्मियों के अथक प्रयासों की सराहना की और लोगों से अपील की कि अपनी लापरवाही के कारण वह स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर दबाव नहीं बढ़ाएं।
भाषा
10 Oct 2020
शैलजा
Image courtesy: Social Media

तिरुवनंतपुरम: केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा है कि राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि संक्रमण के कारण मरने वालों की दर महज 0.36 फीसदी है।

उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों के अथक प्रयासों की सराहना की और लोगों से अपील की कि अपनी लापरवाही के कारण वह स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर दबाव नहीं बढ़ाएं।

शैलजा ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के प्रयासों के चलते ही राज्य में कोरोना वायरस के कारण मृत्यु दर 0.36 फीसदी बनाकर रखी जा सकी है, वह भी तब जब संक्रमण के मामले यहां बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अंत में मायने यह रखता है कि हम मृत्यु दर कितना कम कर पाते हैं, कितनी जिंदगियां बचा पाते हैं। यही हमारा ध्येय है।’’

देश में कोरोना वायरस का पहला मामला राज्य में 30 जनवरी को आया था। मई में राज्य ने घोषणा की थी कि उसने कोरोना वायरस को लगभग मात दे दी है। लॉकडाउन की पाबंदिया हटाने और बाहर से लोगों के राज्य में आने के बाद संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे।

सात अक्टूबर को यहां संक्रमण के कुल मामले ढाई लाख से अधिक हो गए और शुक्रवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2.66 लाख के पार पहुंच गई।

विशेषज्ञों ने पहले ही अनुमान जताया था कि अगस्त-सितंबर में राज्य में मामले तेजी से बढ़ेंगे।

इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ओणम त्योहार के दौरान कई लोगों ने स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जिसके परिणामस्वरूप संक्रमण के मामले बढ़े।

उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दलों ने भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किए बगैर प्रदर्शन आयोजित किए।

शैलजा ने कहा, ‘‘किसी भी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की एक क्षमता होती है। हमारा विभाग बीते आठ से दस महीनों से नि:स्वार्थ तथा प्रभावी तरीके से काम कर रहा है ताकि प्रणाली पर क्षमता से अधिक भार न पड़े। इसलिए लोगों से अनुरोध है कि वे एकत्रित होकर भीड़ न बढ़ाएं।’’

राज्य के स्वास्थ्य विभाग के संचारी रोगों संबंधी नोडल अधिकारी डॉ. अमर फेटले ने कहा, ‘‘लेागों को सार्वजनिक स्थानों पर जिम्मेदाराना बर्ताव करना चाहिए। फार्मास्युटिकल टीके से अधिक जरूरत हमें व्यवहार सुधारने वाले टीके की है। लोगों का व्यवहार ही दवा, टीका और रोकथाम का काम करेगा।’’

Kerala
K K Shailaja
Coronavirus
COVID-19
Low Death Rate in Kerala

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा


बाकी खबरें

  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: ये कहां आ गए हम! यूं ही सिर फिराते फिराते
    29 May 2022
    उधर अमरीका में और इधर भारत में भी ऐसी घटनाएं होने का और बार बार होने का कारण एक ही है। वही कि लोगों का सिर फिरा दिया गया है। सिर फिरा दिया जाता है और फिर एक रंग, एक वर्ण या एक धर्म अपने को दूसरे से…
  • प्रेम कुमार
    बच्चे नहीं, शिक्षकों का मूल्यांकन करें तो पता चलेगा शिक्षा का स्तर
    29 May 2022
    शिक्षाविदों का यह भी मानना है कि आज शिक्षक और छात्र दोनों दबाव में हैं। दोनों पर पढ़ाने और पढ़ने का दबाव है। ऐसे में ज्ञान हासिल करने का मूल लक्ष्य भटकता नज़र आ रहा है और केवल अंक जुटाने की होड़ दिख…
  • राज कुमार
    कैसे पता लगाएं वेबसाइट भरोसेमंद है या फ़र्ज़ी?
    29 May 2022
    आप दिनभर अलग-अलग ज़रूरतों के लिए अनेक वेबसाइट पर जाते होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे पता लगाएं कि वेबसाइट भरोसेमंद है या नहीं। यहां हम आपको कुछ तरीके बता रहें हैं जो इस मामले में आपकी मदद कर…
  • सोनिया यादव
    फ़िल्म: एक भारतीयता की पहचान वाले तथाकथित पैमानों पर ज़रूरी सवाल उठाती 'अनेक' 
    29 May 2022
    डायरेक्टर अनुभव सिन्हा और एक्टर आयुष्मान खुराना की लेटेस्ट फिल्म अनेक आज की राजनीति पर सवाल करने के साथ ही नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र के राजनीतिक संघर्ष और भारतीय होने के बावजूद ‘’भारतीय नहीं होने’’ के संकट…
  • राजेश कुमार
    किताब: यह कविता को बचाने का वक़्त है
    29 May 2022
    अजय सिंह की सारी कविताएं एक अलग मिज़ाज की हैं। फॉर्म से लेकर कंटेंट के स्तर पर कविता की पारंपरिक ज़मीन को जगह–जगह तोड़ती नज़र आती हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License