NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
लैटिन अमेरिका
लैटिन अमेरिकी मूवमेंट ने पेरू में तख़्तापलट की चेतावनी दी
एएलबीए के सोशल मूवमेंट ने कहा कि पेरू के विदेश मंत्री हेक्टर बेजर का इस्तीफ़ा नवगठित वाम सरकार के ख़िलाफ़ चल रहे तख्तापलट का एक स्पष्ट उदाहरण है।
पीपल्स डिस्पैच
25 Aug 2021
peru

28 जुलाई को पेरू के राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के शपथ ग्रहण के बाद से पेरू के चुनावों में पराजित दक्षिणपंथी नवगठित सरकार को कमजोर करने और उस पर हमला करने का प्रयास कर रही है। 25 लैटिन अमेरिकी देशों के 400 से अधिक समूहों को एक साथ लाने वाले एएलबीए के सोशल मूवमेंट्स ने इन गतिविधियों को तख्तापलट माना है।

एएलबीए मूविमिएंटोस ने कहा कि कैस्टिलो को बेदखल करने के प्रयास उनके शपथ ग्रहण से पहले हुए और तब शुरू हुए जब दक्षिणपंथियों ने उनकी चुनावी जीत को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अस्थिरता के इन प्रयासों को पिछले हफ्ते 17 अगस्त को विदेश मंत्री हेक्टर बेजर के जबरन इस्तीफे के बाद ज़ोर दिया गया है जिसे संगठन ने एक जवाबी कार्रवाई और एक अति-प्रतिक्रियावादी तख्तापलट का प्रारंभिक बिंदु माना। विपक्ष मनोनीत प्रधानमंत्री गुइडो बेलिडो को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने के लिए भी दबाव बना रहा है।

बेजर मानहानि अभियान का शिकार हो गए। इसमें नवंबर 2020 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके द्वारा दिए गए पुराने बयानों में हेरफेर किया गया था। अपने बयानों में, उन्होंने अल्बर्टो फुजीमोरी (1990-2000) की तानाशाही शासन के दौरान पेरू में आतंकवाद की शुरुआत में नौसेना की कथित संलिप्तता और वामपंथियों को विभाजित करने के लिए पेरू की खुफिया और सीआईए की भागीदारी को उजागर किया।

इस साल की शुरुआत में दक्षिणपंथी उम्मीदवार केइको फुजीमोरी के खिलाफ मामूली अंतर से राष्ट्रपति चुने गए कैस्टिलो को अपनी सरकार बनाने के लिए कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। उनकी पार्टी के पास कांग्रेस में बहुमत नहीं है जहां गुरुवार 26 अगस्त को उनके प्रस्तावित मंत्रिमंडल को मंजूरी देने के लिए मतदान होगा। एएलबीए ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस का नए राष्ट्रपति के प्रति विरोधी रुख है और चेतावनी दी है कि वह नए मंत्रिमंडल को मंजूरी नहीं देने का प्रयास कर सकती है।

मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष के रूप में प्रधानमंत्री गुइडो बेलिडो को बेदखल करने के लिए नए हमले के समक्ष 23 अगस्त को पेरू लिब्रे पार्टी के महासचिव व्लादिमीर सेरोन ने "तख्तापलट, रिक्ति और एक नया रोडमैप लागू करने” के खिलाफ और बेलिडो की अध्यक्षता में कैबिनेट के समर्थन में मार्च का आह्वान किया। सेरोन ने निंदा की कि बेलिडो को बेदखल करने की मांग एक पूर्व न्याय मंत्री द्वारा किया गया था जिनके नाम का उन्होंने उल्लेख नहीं किया था।

ये आंदोलन 26 अगस्त को राजधानी लीमा में प्लाजा सैन मार्टिन के पास आयोजित की जाएगी और ठीक इसी दिन बेलिडो विश्वास मत के दौरान मंजूरी के लिए कैबिनेट को कांग्रेस के सामने पेश करेंगे।

Latin America
Peru
Coup

Related Stories

और फिर अचानक कोई साम्राज्य नहीं बचा था

केवल विरोध करना ही काफ़ी नहीं, हमें निर्माण भी करना होगा: कोर्बिन

लैटिन अमेरिका को क्यों एक नई विश्व व्यवस्था की ज़रूरत है?

"एएलबीए मूल रूप से साम्राज्यवाद विरोधी है": सच्चा लोरेंटी

चीन और लैटिन अमेरिका के गहरे होते संबंधों पर बनी है अमेरिका की नज़र

अमेरिकी सरकार के साथ बैठक के बाद मादुरो का विपक्ष के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का ऐलान

कोलंबिया में चुनाव : बदलाव की संभावना और चुनावी गारंटी की कमी

2.2 करोड़ अफ़ग़ानियों को भीषण भुखमरी में धकेला अमेरिका ने, चिले में वाम की ऐतिहासिक जीत

लैटिन अमेरिका दर्शा रहा है कि दक्षिणपंथी उभार स्थायी नहीं है

फिदेल कास्त्रो: लैटिन अमेरिका सहित समूची दुनिया में क्रांतिकारी शक्तियों के प्रतीक पुरुष


बाकी खबरें

  • EVM
    रवि शंकर दुबे
    यूपी चुनाव: इस बार किसकी सरकार?
    09 Mar 2022
    उत्तर प्रदेश में सात चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद अब नतीजों का इंतज़ार है, देखना दिलचस्प होगा कि ईवीएम से क्या रिजल्ट निकलता है।
  • moderna
    ऋचा चिंतन
    पेटेंट्स, मुनाफे और हिस्सेदारी की लड़ाई – मोडेरना की महामारी की कहानी
    09 Mar 2022
    दक्षिण अफ्रीका में पेटेंट्स के लिए मोडेरना की अर्जी लगाने की पहल उसके इस प्रतिज्ञा का सम्मान करने के इरादे पर सवालिया निशान खड़े कर देती है कि महामारी के दौरान उसके द्वारा पेटेंट्स को लागू नहीं किया…
  • nirbhaya fund
    भारत डोगरा
    निर्भया फंड: प्राथमिकता में चूक या स्मृति में विचलन?
    09 Mar 2022
    महिलाओं की सुरक्षा के लिए संसाधनों की तत्काल आवश्यकता है, लेकिन धूमधाम से लॉंच किए गए निर्भया फंड का उपयोग कम ही किया गया है। क्या सरकार महिलाओं की फिक्र करना भूल गई या बस उनकी उपेक्षा कर दी?
  • डेविड हट
    यूक्रेन विवाद : आख़िर दक्षिणपूर्व एशिया की ख़ामोश प्रतिक्रिया की वजह क्या है?
    09 Mar 2022
    रूस की संयुक्त राष्ट्र में निंदा करने के अलावा, दक्षिणपूर्वी एशियाई देशों में से ज़्यादातर ने यूक्रेन पर रूस के हमले पर बहुत ही कमज़ोर और सतही प्रतिक्रिया दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा दूसरों…
  • evm
    विजय विनीत
    यूपी चुनाव: नतीजों के पहले EVM को लेकर बनारस में बवाल, लोगों को 'लोकतंत्र के अपहरण' का डर
    09 Mar 2022
    उत्तर प्रदेश में ईवीएम के रख-रखाव, प्रबंधन और चुनाव आयोग के अफसरों को लेकर कई गंभीर सवाल उठे हैं। उंगली गोदी मीडिया पर भी उठी है। बनारस में मोदी के रोड शो में जमकर भीड़ दिखाई गई, जबकि ज्यादा भीड़ सपा…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License