NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
मध्य प्रदेश: संकट में कमलनाथ सरकार, आठ विधायक गुड़गांव के होटल में
मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा के कुछ नेता आठ विधायकों को जबरन हरियाणा के एक होटल में ले गए हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
04 Mar 2020
KAMAL NATH 1

भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा के कुछ नेता आठ विधायकों को जबरन हरियाणा के एक होटल में ले गए हैं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने बताया, ‘पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य भाजपा नेता साजिश के तहत आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में जबरन ले गए। विधायकों ने हमें बताया कि भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें जबरन वहां ले जाया गया।’

पटवारी ने कहा कि हम उन्हें वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। उनमें से चार विधायक वापस भी आ गए हैं, लेकिन आदिवासी विधायक बिसाहूलाल सिंह को जबरन उठा लिया गया है। पटवारी के इस बयान से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा पर कांग्रेस के विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) के आरोप लगाते हुए दावा किया था कि भाजपा के एक पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह बसपा की विधायक रामबाई को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले गए हैं।

भाजपा ने दिग्विजय के इस दावे को खारिज करते कहा कि राज्यसभा के 26 मार्च को होने वाले चुनाव में अपना नामांकन सुनिश्चित करने के लिये वह इस तरह के बयान दे रहे हैं। मीडिया में आई खबरों के अनुसार दिग्विजय सिंह और उनके मंत्री पुत्र जयवर्धन सिंह भी विधायकों से मिलने हरियाणा के होटल पहुंचे।

इस बीच, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘हालात नियंत्रण में हैं। ऐसा कुछ नहीं है। विधायक वापस आ जायेंगे।’ कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हरियाणा ले जाए गए आठ विधायकों में से चार कांग्रेस, एक निर्दलीय और बाकी बसपा और सपा के विधायक हैं।

इससे पहले सोमवार को दिग्विजय ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस के विधायकों को बड़ी धनराशि की पेशकश की गई है। इस पर पलटवार करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय पर सनसनी फैलाने के लिए झूठा बयान देने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लोग दिग्विजय को अब गंभीरता से नहीं लेते हैं।

मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार अंतर्कलह से ग्रसित: भाजपा

हरियाणा के एक होटल में मध्यप्रदेश के सत्तापक्ष के विधायकों को भाजपा नेताओं द्वारा बंधक रखे जाने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने साफ किया है कि मध्यप्रदेश में कमजोर बहुमत पर खड़ी मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का वह कोई प्रयास नहीं कर रही है बल्कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने ही अंतर्कलह से ग्रसित है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बुधवार सुबह को यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘ मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार अपने अंतर्विरोधों, अंतर्कलह से ग्रसित है। आप लोग देख रहे होंगे कि किस प्रकार से सरकार में उनके अपने अंदर विद्रोह हैं। भारतीय जनता पार्टी का इस पूरे प्रकरण से कोई लेना देना नहीं है, ना ही भाजपा के इस तरह के कोई प्रयास हैं।’  उन्होंने कहा कि अंतर्कलह का जवाब कमलनाथ जी, सिंधिया जी और दिग्विजय सिंह जी को देना चाहिए।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘ये पहले से ही ब्लैकमेल सरकार है। जब बनी थी तब जोड़-तोड़ के आधार पर बनी थी। इस प्रकार के घटनाक्रम में न भाजपा का कोई लेना देना है न हमारे किसी प्रकार के प्रयास हैं।’


व्हिसलब्लोअर का दावा, 'सरकार गिराने के लिये विधायकों को घूस की पेशकश'

मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअर डॉ. आनंद राय ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर जारी किया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मिश्रा ने राज्य की कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार को गिराने के एवज में कुछ कांग्रेस विधायकों को 100-100 करोड़ रुपये की घूस और मंत्री पद की पेशकश की थी।

राय ने अपने फेसबुक अकाउंट पर "हॉर्स ट्रेडिंग : बीजेपी एक्सपोज्ड" शीर्षक से कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "जनमत को खरीदने की कोशिश हुई नाकाम, 100 करोड़ रुपये और मंत्री पद का लालच भी हमारा ईमान नहीं खरीद पाया।" व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअर ने ऐसे वक्त यह वीडियो जारी किया, जब कमलनाथ सरकार समर्थक विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों के आरोपों से सूबे की सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं।

राय ने इस वीडियो को प्रामाणिक बताते हुए कहा कि वह मिश्रा से मुलाकात की ऑडियो-विजुअल सामग्री की किसी भी एजेंसी से जांच कराने को तैयार हैं। हालांकि व्हिसलब्लोअर द्वारा जारी वीडियो की प्रमाणिकता की अभी स्वतंत्र तौर पर तसदीक नहीं हो सकी है जबकि सूबे के प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने उनके आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है कि उन्होंने जाली तरीके से यह ऑडियो-विजुअल सामग्री तैयार की है।

राय ने दावा किया, "यह वीडियो दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके के मध्यप्रदेश भवन के एक कमरे का है जो पिछले साल भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा से मेरी मुलाकात के दौरान खुफिया कैमरे से रिकॉर्ड किया गया था।"

उन्होंने संबंधित विधायकों का नाम लिए बगैर कहा, "प्रदेश में कांग्रेस के चार विधायक ऐसे हैं जो मेरे सम्पर्क में रहते हैं। हर विधायक को चार किश्तों में 100-100 करोड़ रुपये की घूस और मंत्री पद की पेशकश के साथ भाजपा के पाले में लाने के लिये मिश्रा ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर दिल्ली में मुझसे मुलाकात की थी ताकि कमलनाथ सरकार को गिराया जा सके।"

व्हिसलब्लोअर ने दावा किया कि उन्होंने मिश्रा के कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो इसलिये जारी किया ताकि सूबे के मतदाता यह "सच्चाई" जान सकें कि जनमत को खरीदने की कोशिशें कमलनाथ सरकार के गठन के तत्काल बाद शुरू हो गयी थीं। उधर, प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा, "सोशल मीडिया पर राय का पोस्ट किया गया वीडियो फर्जी है जो पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिये जारी किया गया है।"
 
शर्मा ने राय पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह राजनीतिक धूर्तता में माहिर हैं और कूटकला, अवसरवादिता और निर्लज्ज सौदेबाजी में पारंगत प्रजाति में उनका अग्रणी स्थान है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ ) 

Madhya Pradesh
Madhya Pradesh government
BJP
Congress
kamalnath

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • blast
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हापुड़ अग्निकांड: कम से कम 13 लोगों की मौत, किसान-मजदूर संघ ने किया प्रदर्शन
    05 Jun 2022
    हापुड़ में एक ब्लायलर फैक्ट्री में ब्लास्ट के कारण करीब 13 मज़दूरों की मौत हो गई, जिसके बाद से लगातार किसान और मज़दूर संघ ग़ैर कानूनी फैक्ट्रियों को बंद कराने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही…
  • Adhar
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: आधार पर अब खुली सरकार की नींद
    05 Jun 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस सप्ताह की जरूरी ख़बरों को लेकर फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष
    05 Jun 2022
    हमारे वर्तमान सरकार जी पिछले आठ वर्षों से हमारे सरकार जी हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार जी भविष्य में सिर्फ अपने पहनावे और खान-पान को लेकर ही जाने जाएंगे। वे तो अपने कथनों (quotes) के लिए भी याद किए…
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : एरिन हेंसन की कविता 'नॉट' का तर्जुमा
    05 Jun 2022
    इतवार की कविता में आज पढ़िये ऑस्ट्रेलियाई कवयित्री एरिन हेंसन की कविता 'नॉट' जिसका हिंदी तर्जुमा किया है योगेंद्र दत्त त्यागी ने।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित
    04 Jun 2022
    देशभक्तों ने कहां सोचा था कि कश्मीरी पंडित इतने स्वार्थी हो जाएंगे। मोदी जी के डाइरेक्ट राज में भी कश्मीर में असुरक्षा का शोर मचाएंगे।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License