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महाराष्ट्र: मानसून में भी उस्मानाबाद के 550 गांवों में पानी की क़िल्लत
महाराष्ट्र में उस्मानाबाद ज़िले के 700 से अधिक गाँवों में से लगभग 550 गाँवों में पानी की काफ़ी क़िल्लत है, क्योंकि क्षेत्र में इस मानसून में अब तक केवल 15 प्रतिशत वर्षा हुई है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
18 Jul 2019
महाराष्ट्र

एक तरफ़ जहाँ देश में बिहार, असम, मिज़ोरम और यहाँ तक कि महाराष्ट्र के भी कई हिस्से बाढ़ से ग्रस्त हैं, वहीं उस्मानाबाद ज़िले में पानी की भारी क़िल्लत है। इस सूखे की वजह से स्थानीय लोग और ख़ास तौर पर किसान परेशान हैं।

अधिकारियों ने बताया है कि मराठवाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस ज़िले के 225 जलाशयों में जल भंडार केवल 0.74 प्रतिशत बचा हुआ है। इस क्षेत्र में भूजल का स्तर भी काफ़ी नीचे गिर गया है, जिससे किसानों और स्थानीय लोगों में चिंता पैदा हो गई है।

राजस्व विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, संकट से निपटने के लिए लगभग 234 पानी के टैंकरों को सेवा में लगाया गया है।

कृषि विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘उस्मानाबाद के कुल 737 गाँवों में से 550 इस वर्ष मानसून की कमी के कारण भयंकर जलसंकट का सामना कर रहे हैं। ज़िले में अब तक केवल 15 प्रतिशत बारिश हुई है, जबकि मानसून की आधी अवधि भी लगभग ख़त्म हो चुकी है।

विभाग के एक सूत्र ने बताया कि बारिश की कमी की वजह से खरीफ़ फसलों को नुकसान हो रहा है और कुछ किसानों को अपने मवेशियों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि वे उनके लिए चारा खरीदने में सक्षम नहीं हैं।

विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष, कुल चार 4 लाख हेक्टेयर भूमि में से केवल 1.43 लाख हेक्टेयर भूमि पर ही खरीफ़ फसलों को लगाया गया है।

ज़िला कृषि अधिकारी उमेश घाटगे ने कहा कि वे अभी भी फसलों को बचाने के लिए अच्छी बारिश होने की उम्मीद कर रहे हैं।

भाषा से इनपुट के साथ

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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License