NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
महाराष्ट्र: मानसून में भी उस्मानाबाद के 550 गांवों में पानी की क़िल्लत
महाराष्ट्र में उस्मानाबाद ज़िले के 700 से अधिक गाँवों में से लगभग 550 गाँवों में पानी की काफ़ी क़िल्लत है, क्योंकि क्षेत्र में इस मानसून में अब तक केवल 15 प्रतिशत वर्षा हुई है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
18 Jul 2019
महाराष्ट्र

एक तरफ़ जहाँ देश में बिहार, असम, मिज़ोरम और यहाँ तक कि महाराष्ट्र के भी कई हिस्से बाढ़ से ग्रस्त हैं, वहीं उस्मानाबाद ज़िले में पानी की भारी क़िल्लत है। इस सूखे की वजह से स्थानीय लोग और ख़ास तौर पर किसान परेशान हैं।

अधिकारियों ने बताया है कि मराठवाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस ज़िले के 225 जलाशयों में जल भंडार केवल 0.74 प्रतिशत बचा हुआ है। इस क्षेत्र में भूजल का स्तर भी काफ़ी नीचे गिर गया है, जिससे किसानों और स्थानीय लोगों में चिंता पैदा हो गई है।

राजस्व विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, संकट से निपटने के लिए लगभग 234 पानी के टैंकरों को सेवा में लगाया गया है।

कृषि विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘उस्मानाबाद के कुल 737 गाँवों में से 550 इस वर्ष मानसून की कमी के कारण भयंकर जलसंकट का सामना कर रहे हैं। ज़िले में अब तक केवल 15 प्रतिशत बारिश हुई है, जबकि मानसून की आधी अवधि भी लगभग ख़त्म हो चुकी है।

विभाग के एक सूत्र ने बताया कि बारिश की कमी की वजह से खरीफ़ फसलों को नुकसान हो रहा है और कुछ किसानों को अपने मवेशियों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि वे उनके लिए चारा खरीदने में सक्षम नहीं हैं।

विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष, कुल चार 4 लाख हेक्टेयर भूमि में से केवल 1.43 लाख हेक्टेयर भूमि पर ही खरीफ़ फसलों को लगाया गया है।

ज़िला कृषि अधिकारी उमेश घाटगे ने कहा कि वे अभी भी फसलों को बचाने के लिए अच्छी बारिश होने की उम्मीद कर रहे हैं।

भाषा से इनपुट के साथ

maharashtra water crisis
osmanabad water crisis
water crisis in villages
monsoon in india
maharshtra floods

Related Stories


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    मदर्स डे: प्यार का इज़हार भी ज़रूरी है
    08 May 2022
    कभी-कभी प्यार और सद्भावना को जताना भी चाहिए। अच्छा लगता है। जैसे मां-बाप हमें जीने की दुआ हर दिन हर पल देते हैं, लेकिन हमारे जन्मदिन पर अतिरिक्त प्यार और दुआएं मिलती हैं। तो यह प्रदर्शन भी बुरा नहीं।
  • Aap
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: केजरीवाल के ‘गुजरात प्लान’ से लेकर रिजर्व बैंक तक
    08 May 2022
    हर हफ़्ते की ज़रूरी ख़बरों को लेकर एक बार फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: हम सहनशील तो हैं, पर इतने भी नहीं
    08 May 2022
    हम ग़रीबी, बेरोज़गारी को लेकर भी सहनशील हैं। महंगाई को लेकर सहनशील हो गए हैं...लेकिन दलित-बहुजन को लेकर....अज़ान को लेकर...न भई न...
  • बोअवेंटुरा डे सौसा सैंटोस
    यूक्रेन-रूस युद्ध के ख़ात्मे के लिए, क्यों आह्वान नहीं करता यूरोप?
    08 May 2022
    रूस जो कि यूरोप का हिस्सा है, यूरोप के लिए तब तक खतरा नहीं बन सकता है जब तक कि यूरोप खुद को विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे के तौर पर तब्दील न कर ले। इसलिए, नाटो का विस्तार असल में यूरोप के सामने एक…
  • जितेन्द्र कुमार
    सवर्णों के साथ मिलकर मलाई खाने की चाहत बहुजनों की राजनीति को खत्म कर देगी
    08 May 2022
    सामाजिक न्याय चाहने वाली ताक़तों की समस्या यह भी है कि वे अपना सारा काम उन्हीं यथास्थितिवादियों के सहारे करना चाहती हैं जो उन्हें नेस्तनाबूद कर देना चाहते हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License