NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
महबूबा मुफ़्ती कर रही हैं रमज़ान और अमरनाथ यात्रा के दौरान युद्धविराम की कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा “सभी पार्टियों का एक प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री से मिलने जायेगा और उनसे ये अपील करेगा कि वह युद्धविराम करने की घोषणा करने के बारे में विचार करें I"
सागरिका किस्सू
12 May 2018
Translated by ऋतांश आज़ाद
कश्मीर

कश्मीर में चल रहे एनकाउंटरों और नागरिकों की हत्याओं के दौर में 9 मई को मुख्यमंत्री महबूबा ने रमज़ान के दौरान युद्धविराम करने की कोशिश की है I ये युद्धविराम मई से अगस्त में होने वाली अमरनाथ यात्रा तक रहेगा I

ये निर्णय सर्वदलीय बैठक के दौरान लिया गया जहाँ मुख्यमंत्री मुफ़्ती ने कहा कि बीजेपी की NDA सरकार से निवेदन किया गया कि इन महीनों के दौरान सुरक्षा बल अपनी जंगी कार्यवाईयाँ रोक दें I

मुख्यमंत्री ने कहा “सर्वदलीय बैठक में ये निर्णय लिया गया कि केंद्र सरकार को कश्मीर में रमज़ान और अमरनाथ यात्रा के दौरान एकतरफा युद्धविराम करना चाहिए, इससे आम लोगों को एनकाउंटरों और तलाशी अभियान से कुछ राहत मिलेगी I”

ये दूसरी बार है जब जम्मू कश्मीर में एकतरफा युद्धविराम करने का निर्णय लिया गया है I 2002 में भी अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर में रमज़ान के दौरान इसी तरह युद्धविराम किया था I

न्यूज़क्लिक से बात करते हुए वरिष्ठ  पत्रकार माजिद ह्य्देरी ने कहा “अगर हम पहले किये गए युद्ध विराम के नतीजों को देखें तो उनका कोई ख़ास नतीजा नहीं निकला था , जो कि कश्मीर की समस्या को सुलझा सके I ये ज़रूरी है कश्मीरी उग्रवादियों के साथ युद्ध विराम होना चाहिए लेकिन इसके बाद किसी नतीजे तक पहुँचने वाली वार्ता की भी ज़रुरत है, जिससे इलाके में शांति स्थापित की जा सके I”

सर्वदलीय बैठक में बोलते हुए महबूबा मुफ़्ती ने कहा “सभी पार्टियों का एक प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री से मिलने जायेगा और उनसे ये अपील करेगा कि वह युद्धविराम करने की घोषणा करने के बारे में विचार करें I जैसा कि 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा रमज़ान , ईद और अमरनाथ यात्रा के दौर किया गया था I”

पिछले तजुर्बे की विफलता को मानते हुए PDP के नेताओं ने इस कदम को घाटी में शांति बनाये रखने और पिछले कुछ समय से चल रहे खून खराबे को रोकने का प्रयास बताया है I

न्यूज़क्लिक से बात करते हुए PDP के रफ़ी अहमद मीर ने कहा “पिछला युद्ध विराम सफल नहीं हुआ था लेकिन इस युद्ध विराम से कुछ शांति बहाल होने की उम्मीद है I हाल में बहुत खूनखराबा हुआ है I हमें ये विशवास है कि इससे खून खराबा कम होगा I हम और लोगों को खो नहीं सकते I”

इसी दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का बयान मुख्य मंत्री के बयान से बिलकुल विपरीत है I

इंडियन एक्सप्रेस को 9 मई को दिए अपने इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कहा “अगर एक बार वो हम पर पत्थर फेकेंगे एक बार अगर वह गोली चलाएंगे तब ये बिलकुल नहीं हो सकता कि हम रुक जाएँ और कड़ाई न करें I जो भी हमारे साथ लड़ना चाहता है , हम उनके साथ लड़ेंगे I”

सेना प्रमुख के बयान पर मीर ने कहा “ बिपिन रावत लड़ाका हैं I वो गोली से ही बात करेंगे I वो कुछ भी गलत नहीं कह रहे हैं I पर हम पिछले 30 सालों में कुछ भी कर पाने में विफल रहे हैं I 2 उग्रवादी मरते हैं और एक दो दिन बाद एक नया व्यक्ति उग्रवादी बन जाता है I इसीलिए हम युद्धविराम की एक कोशिश करना चाहते हैं I हमें विश्वास है कि इस बार हम सफल होंगे I”

Jammu & Kashmir
BJP-PDP
mehbooba mufti
Modi

Related Stories

मोदी का ‘सिख प्रेम’, मुसलमानों के ख़िलाफ़ सिखों को उपयोग करने का पुराना एजेंडा है!

कटाक्ष: महंगाई, बेकारी भुलाओ, मस्जिद से मंदिर निकलवाओ! 

कश्मीर में एक आर्मी-संचालित स्कूल की ओर से कर्मचारियों को हिजाब न पहनने के निर्देश

फ़ेसबुक पर 23 अज्ञात विज्ञापनदाताओं ने बीजेपी को प्रोत्साहित करने के लिए जमा किये 5 करोड़ रुपये

जम्मू-कश्मीर में मीडिया का गला घोंट रही सरकार : प्रेस काउंसिल

कश्मीरः जेल में बंद पत्रकारों की रिहाई के लिए मीडिया अधिकार समूहों ने एलजी को लिखी चिट्ठी 

जम्मू-कश्मीर : क्षेत्रीय दलों ने परिसीमन आयोग के प्रस्ताव पर जताई नाराज़गी, प्रस्ताव को बताया जनता को शक्तिहीन करने का ज़रिया

टीकाकरण फ़र्जीवाड़ाः अब यूपी-झारखंड के सीएम को भी बिहार में लगाया गया टीका

कृषि क़ानूनों के वापस होने की यात्रा और MSP की लड़ाई

चुनावी मौसम में नये एक्सप्रेस-वे पर मिराज-सुखोई-जगुआर


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License