इस साल, 1 मई को, हमारी टीम ने मेडे बूकस्टोर और स्टूडियो सफ़दर का दौरा किया। जहाँ अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस का जश्न किताबों, प्रतिरोधी कविता और संगीत के पाठ के साथ चल रहा था। दिल्ली और अन्य स्थानों के सैकड़ों लोग यहाँ मज़दूर वर्ग के साथ एकजुटता दिखाते हुए मौजूद थे।